क्लास और टीचर्स नहीं पहचान सके जितेंद्र तोमर, नहीं मिली बेल
नई दिल्ली 11 जून 2015. दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र तोमर की फर्जी डिग्री मामले में दिल्ली पुलिस ने रोहिणी के सेक्टर-8 स्थित एक इंस्टीट्यूट में छापेमारी की है। यूनिवर्सल नामक इस इंस्टीट्यूट पर पुलिस को शक है कि यहीं से तोमर की फर्जी डिग्री जारी हुई। इंस्टीट्यूट की मालकिन फरार बताई जा रही है। उधर, चार दिन की पुलिस रिमांड पर चल रहे जितेंद्र तोमर को दिल्ली पुलिस फर्जी डिग्री की जांच के लिए दोबारा यूपी के फैजाबाद स्थित साकेत कॉलेज लेकर पहुंची।
दिल्ली की साकेत सेशंस कोर्ट ने भी तोमर को जमानत देने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद ही जमानत पर सुनवाई होगी। कोर्ट ने अगली सुनवाई 13 जून तय की है।
इससे पहले मंगलवार को भी पुलिस तोमर को यूपी के राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय ले गई थी, जहां से उन्होंने बीएससी की डिग्री लेने का दावा किया था, लेकिन तोमर न तो पुलिस को विश्वविद्यालय का फिजिक्स लैब दिखा सके और न ही उन शिक्षकों को पहचान सके, जिन्होंने 1987-1988 के बीच बीएससी के छात्रों को पढ़ाया था। विश्वविद्यालय ने भी उनके दावे को ख़ारिज कर दिया। झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने पहले ही साफ कर दिया है कि तोमर का माइग्रेशन सर्टिफिकेट फर्जी है।
(IMNB)