खुदा के करीब ले जाता है दूसरे धर्म की महिला से रेप : आईएस
बगदाद 14 अगस्त 2015 (IMNB). खूंखार आतंकी संगठन आईएस (इस्लामिक स्टेट) अपने बर्बर कारनामों के लिए धर्म का सहारा ले रहा है। आईएस के मुताबिक किसी विधर्मी महिला का रेप करना इस्लाम का हिस्सा है। आईएस आतंकियों की हवस का शिकार हुई 12 वर्षीय यजीदी किशोरी ने इराक में दास्तां बयां करते हुए कहा कि उसका रेप करने वाला आतंकी कह रहा था कि वह उससे बलात्कार कर कुछ भी गलत नहीं कर रहा है, क्योंकि वह इस्लाम का पालन नहीं करती है।
डेली मेल के मुताबिक धर्मांध आईएस आतंकियों ने दावा किया कि कुरान में विधर्मी महिला का रेप करना 'जायज और माफी योग्य' बताया गया है। आईएस आतंकियों ने पिछले साल 5,000 अल्पसंख्यक लड़कियों को अगवा कर लिया था, जिनमें से कई लड़कियों को उन्होंने गुलाम के तौर पर बेच दिया था।
आईएस आतंकियों की कैद में 11 महीने तक रहने वाली 12 साल की किशोरी ने न्यू यॉर्क टाइम्स की पत्रकार को बताया, 'मैंने उनसे कहा कि आप मुझे बख्श दो। आतंकी ने कहा कि इस्लाम के मुताबिक वह विधर्मी का रेप कर सकते हैं। उस आतंकी ने कहा कि मैं तेरा रेप करके खुदा के करीब जा रहा हूं।'
आईएस की कैद में नौ महीने तक रहने के बाद किसी तरह चंगुल से भाग निकलने वाली एक अन्य 15 वर्षीय किशोरी ने बताया, 'जब भी वह मेरा रेप करने आता था, तो कहता था कि यही ईश्वर की बंदगी है।
उस आतंकी ने कहा था कि मुझे रेप करना ही खुदा की बंदगी है। मैंने उससे कहा कि यह तुम गलत कर रहे हो, इससे तुम खुदा के करीब नहीं जा सकते। तब उसने कहा, 'इसकी हमें अनुमति है, यह हलाल है।'
गौरतलब है कि इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर कब्जा जमाने के बाद से आईएस आतंकी यजीदी और अस्सीरियन ईसाई महिलाओं को बंधक बनाकर उनसे रेप करते हैं। यहां तक कि इन महिलाओं और मासूम बच्चियों को वह दास के तौर पर बेच भी देते हैं।