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छत्तीसगढ़ - छात्रसंघ चुनाव की मारामारी, कहीं ABVP तो कहीं NSUI ने बाजी मारी

रायपुर 26 अगस्‍त 2015 (जावेद अख्तर). छत्तीसगढ़ छात्रसंघ चुनाव में ज्यादातर एबीवीपी समर्थित प्रत्याशियों ने कब्जा जमाया है। पंडित पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के कुल 178 कॉलेजों में से 92 कॉलेजों में एबीवीपी का कब्जा रहा। बाकी 86 सीटों में से लगभग 80 सीटों पर एनएसयूआई और बाकी निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मारी है। रायपुर में कुल 44 कॉलेजों में से 7 कॉलेजों में निर्विरोध प्रत्याशी चुने गए थे।

प्राप्‍त्‍ा सूचना के अनुसार 37 कॉलेजों में एबीवीपी और एनएसयूआई का कड़ा मुकाबला था। इनमें एबीवीपी ने चुनाव के बाद रायपुर में 24 कॉलेजों कब्जा जमाया। वहीं 22 कॉलेजों में एनएसयूआई के पदाधिकारी चुने गए हैं। रायपुर में 5 कॉलेजों में एनएसयूआई निर्विरोध और 2 कॉलेजों में एबीवीपी के प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं। सबसे दिलचस्प बात ये है कि राजधानी के 17 कॉलेजों में से 14 पर एबीवीपी का कब्जा है। सरगुजा जिला में हुए छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी ने पालिटेक्निक और एग्रीक्लचर कॉलेज के अलावा सरगुजा विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले 7 कॉलेज में ज्यादातर पदाधिकारियों पर जीत हासिल की है तो वहीं 5 कॉलेजों में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने सभी सीटों पर एबीवीपी को पटखनी दी है। 
एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच दिनभर चुनावी कशमकश और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। रविवि कैम्पस में जहां एबीवीपी ने मतपेटी की सील खोलने का आरोप लगाया, हंगामा मचाया तो वहीं दुर्गा कॉलेज, दुर्ग में दोबारा काउंटिंग की मांग की जाती रही। तोकापाल दंतेवारी कॉलेज, जगदलपुर, क्राइस्ट कॉलेज, जगदलपुर में एनएसयू आई का कब्जा रहा है तो वहीं, यूडीटी कॉलेज, भानपुरी कॉलेज में चुनाव निर्विरोध सम्पन्न हुए है, जहां एबीवीपी ने बाजी मारी है। इसके अलावा सूर्या कॉलेज में एबीवीपी और पीजी कॉलेज, जगदलपुर में हास्टल पैनल का कब्जा रहा है। गौरतलब है कि आठों कॉलेजों में इस बार अलग-अलग तरह के परिणाम आए हैं। किसी एक पैनल को पूरी तरह से जिले में जीत हासिल नहीं हुई है, लेकिन हॉस्टल पैनल के छात्रों की जीत ने सबको चकित कर दिया है।
     
सरकारी से ज्यादा, निजी कॉलेज
रविवि से संबद्ध जिन कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें सरकारी से ज्यादा निजी कॉलेज शामिल हैं। 91 निजी और 85 शासकीय कॉलेजों में चुनाव होंगे। सर्वाधिक 33 प्राइवेट कॉलेज रायपुर और 27 दुर्ग में हैं।
नए कॉलेजों में चुनाव नहीं
विवि के मुताबिक ऐसे कॉलेज जो नए हैं और जिन्हें अभी तीन वर्ष पूरे नहीं हुए हैं, वहां छात्र संघ चुनाव नहीं होंगे। बीएड पाठ्यक्रम के लिए संबद्ध करीब चालीस कॉलेजों में भी चुनाव नहीं होंगे। इसके अलावा डीसीए, पीजीडीसीए जैसे एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित करने वाले कॉलेजों में भी छात्र संघ चुनाव नहीं होंगे।
     
भाजपा के गढ़ में एनएसयूआई ने जीत की लगाई हैट्रिक
मुख्यमंत्री के गृह जिले कवर्धा में 7 में से 6 स्थानों पर एनएसयूआई ने कब्जा जमाकर एबीवीपी को करारी शिकस्त दी है। धमतरी में भी एनएसयूआई का दबदबा रहा, जबकि कांकेर जिले में छह कॉलेजों में से 5 में एबीवीपी ने जीत दर्ज की है। बलौदा बाजार जिले में 9 में से 6 कॉलेजों में एबीवीपी, 3 एनएसयूआई, गरियाबंद जिले में 12 कॉलेजों में 7 स्थानों पर एबीवीपी और 4 में एनएसयूआई समर्थित जीते। कुछ स्थानों पर स्वतंत्र प्रत्याशी भी जीते हैं। बस्तर में एबीवीपी ने एनएसयूआई को कड़ी टक्कर देते हुए 10 स्थानों पर जीत दर्ज की, जबकि एनएसयूआई के हिस्से में 8 कॉलेज आए।
     
रायपुर के नतीजे
रायपुर में कुल 44 कॉलेजों में से 7 कॉलेजों में निर्विरोध प्रत्याशी चुने गए थे। 37 कॉलेजों में एबीवीपी और एनएसयूआई का कड़ा मुकाबला था। इनमें एबीवीपी ने चुनाव के बाद रायपुर में 24 कॉलेजों में अपना कब्जा जमाया, वहीं 22 कॉलेजों में एनएसयूआई के पदाधिकारी चुने गए हैं। रायपुर में 5 कॉलेजों में एनएसयूआई निर्विरोध और 2 कॉलेजों में एबीवीपी के प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं। सबसे दिलचस्प बात ये है कि राजधानी के 17 कॉलेजों में से 14 पर एबीवीपी का कब्जा है। एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच दिनभर चुनावी कशमकश और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। रविवि कैम्पस में जहां एबीवीपी ने मतपेटी की सील खोलने का आरोप लगाया, हंगामा मचाया तो वहीं दुर्गा कॉलेज में दोबारा काउंटिंग की मांग के चलते जमकर उत्पात मचाया और कालेज परिसर में तोड़फोड़ भी की। हंगामे के बीच काउंटिंग के बाद ये तस्वीर सामने आई है।
बस्तर की जिलावार दलीय स्थिति
बस्तर विवि -
अभाविप - 10
एनएसयूआई - 8
एआईएसएफ -1
हॉस्टल पैनल - 1
बस्तर जिले में स्थिति 8 कॉलेज : अभाविप-4, एनएसयूआई-3, हास्टल पेनल-1
दंतेवाड़ा जिले में स्थिति 3 कॉलेज : अभाविप-1, एनएसयूआई-2
नारायणपुर जिले में 1 कॉलेज : अभाविप-1
बीजापुर जिले में 3 कॉलेज : अभाविप-2, एनएसयूआई-1
कोंडागांव जिले में 3 कॉलेज : अभाविप-1, एनएसयूआई-2
सुकमा जिले में 2 कॉलेज : अभाविप- 1, एआईएसएफ-1

एबीवीपी का दावा 340, एनएसयूआई 300
प्रदेश के लगभग 624 कॉलेजों के लिए हुए मतदान के बाद हुई मतगणना में जो तस्वीर सामने आई है। उसके मुताबिक 347 कॉलेजों में एबीवीपी का दबदबा है। बाकी 340 से ज्यादा कॉलेजों में एनएसयूआई और अन्य कॉलेजों में निर्दलीय प्रत्याशी के होने का दावा किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि 300 से अधिक कॉलेजों में एनएसयूआई उम्मीदवार की शानदार सफलता हासिल हुई है। पिछले साल की तुलना में इस बार एनएसयूआई प्रत्याशियों को अच्छी सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव नतीजे में शांति कश्यप नकल प्रकरण से विद्यार्थियों में नाराजगी देखने को मिली है। छात्रसंघ चुनावों मे पूरी सरकार पुलिस प्रशासन, गुंडातंत्र और धनतंत्र सक्रिय हो गया था। एबीवीपी की डूब रही नैया को बचाने के लिये महाविद्यालय के प्राचार्य, प्राध्यापक एवं छात्रसंघ प्रभारियों पर दबाव डाला जा रहा था। एबीवीपी के दलगत राजनीति से दूर रहने के खोखले दावों की हकीकत बेपर्दा हो गयी है। मंत्री कश्यप की पत्नी से जुड़े परीक्षाकांड के मामला पूरे चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा उभरकर सामने आया।
    
दिन भर रही गहमागहमी
प्रदेश के कॉलेजों में सुबह 8 बजे से जारी मतदान की प्रक्रिया दोपहर 12 बजे के बाद समाप्त हो गई। राजधानी के दुर्गा कॉलेज और महंत कॉलेज में एनएसयूआई और एबीवीपी के संगठनों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई। दुर्गा कॉलेज में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने गेट के बाहर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बैरिकेट तोडऩे की भी कोशिश की गई। दोनों संगठनों में झड़प होने पर पुलिस ने स्थिति को काबू किया। इधर महंत कॉलेज में भी कांग्रेस जिला अध्यक्ष विकास उपाध्याय के पहुंचने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की। दोनों संगठन के कार्यकताओं के बीच चुनावी माहौल में तनाव की स्थिति बनी हुई है। हालात को देखते हुए पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं। दोपहर 12 बजते ही दुर्गा कॉलेज में मुख्य गेट को बंद कर दिया गया है। अब कॉलेज कैंपस में मौजूद छात्र ही वोटिंग कर सकेंगे। इसके पश्चात पूर्ण रूप से मतदान समाप्त हो जाएगी। राजधानी के ज्यादातर कॉलेजों में अब तक 55 से 60 फीसदी तक मतदान हुए। वहीं, महंत कॉलेज और दुर्गा कॉलेज में हंगामे के चलते 40 फीसदी ही वोटिंग हुई है। छात्रसंघ चुनाव के दौरान कॉलेजों में पहले तीन घंटे में औसतन मतदान हो गया है।

कॉलेजों में पुलिस व्यवस्था के बीच सुबह 8 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हुई। ज्यादातर कॉलेजों में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान की सूचना है, केवल नंदिनी स्थित आईबीटी पॉलीटेक्निक में पात्र मतदाताओं की सूची में गड़बड़ी पर छात्र संघ की आपत्ति पर मतदान रोक दिया गया है। कांग्रेस की युवा छात्र वाहिनियों के बीच कांटे के मुकाबले के साथ छत्तीसगढ़ में छात्रसंघ चुनाव संपन्न हुए। मंगलवार अभूतपूर्व उत्साह, रोमांच और उत्तेजना से भरपूर छात्र-संग्राम का दिन था। यह चुनाव सत्ताधारी भाजपा के लिए एकतरफा विजय का संदेश लेकर नहीं आया। हालांकि प्रदेश के कई बड़े कॉलेजों में जीत के साथ केसरिया छात्र वाहिनी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बढ़त ली हुई थी।

विद्यार्थी परिषद ने छत्तीसगढ़, साइंस, डिग्री गर्ल्स जैसे बड़े कॉलेजों पर कब्जे के साथ रायपुर के 17 में से 14 पर झंडा लहराया है, लेकिन रायपुर और बिलासपुर को छोड़ दें तो पूरे प्रदेश की तस्वीर अलग है। एबीवीपी मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के विधानसभा क्षेत्र राजनांदगांव और उनके गृहनगर कवर्धा में अपनी साख नहीं बचा पाई। यहां पर हर ओर पूरी तरह से एनएसयूआई ही छाई रही। एनएसयूआई ने रायपुर के ही सबसे बड़े दुर्गा कॉलेज में कब्जा कर लिया है। आंकड़ों के लिहाज से देखें तो प्रदेश के 640 में से 347 पर विद्यार्थी परिषद और 314 पर एनएसयूआई के जीत के दावे हैं। दुर्ग साइंस कॉलेज में एनएसयूआई की जीत की घोषणा के बाद विद्यार्थी परिषद ने हंगामा खड़ा कर दिया। देर रात वहां फिर से मतों की गिनती शुरू करानी पड़ी। इस चुनाव में बस्तर की तस्वीर भी रोचक है, जहां विधानसभा चुनाव में भाजपा पिछड़ी थी, वहीं छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी ने आधे कॉलेजों पर कब्जा जमा लिया। दूसरी तरफ भिलाई, धमतरी, अंबिकापुर, रायगढ़ में एनएसयूआई का दबदबा रहा तो जशपुर में मुकाबला कांटे का था, जबकि कोरबा में निर्दलियों ने बाजी मारी। राजधानी रायपुर में पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह से ही छात्रसंघ चुनाव को लेकर गहमा- गहमी का माहौल था। कॉलेज कैम्पस में सुबह से छात्र- छात्राओं की भीड़ जुटने लगी थी। छात्र राजनीति का ऐसा ही रोमांच पूरे प्रदेश में नजर आ रहा था। रायपुर में मतदान के दौरान दुर्गा कॉलेज, महंत और यूनिवर्सिटी के अलावा सरायपाली व प्रदेश के कुछ अन्य शहरों में एनएसयूआई और विद्यार्थी परिषद के गुटों में हल्की झड़पें भी हुईं, लेकिन पूरा चुनाव उत्साहपूर्ण बना रहा। छात्रसंघ चुनाव में पूरे प्रदेश में 55-60% मतदान हुआ।
   छात्र संघ चुनाव के परिणाम
            
राजधानी रायपुर में स्थिति
1- पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी में चारों पदों पर एबीवीपी का कब्ज़ा
अध्यक्ष - शांतनु शुक्ला
उपाध्यक्ष - चिराग केशरवानी
सचिव - ललिता सारथी
सहसचिव - नवीन पाटले
2- साइंस कॉलेज में 3 पद पर एबीवीपी और 1 पद पर एनएसयूआई ने जीत हासिल की
अध्यक्ष - जयंत सिंह - एबीवीपी
उपाध्यक्ष - अभय सिंह रघुवंशी - एबीवीपी
सचिव - ऐश्वर्य पुरोहित - एबीवीपी
सहसचिव - प्रज्ञा पांडे - एनएसयूआई
3- सेंट्रल कालेज में चारों पदों पर एनएसयूआई ने अपना परचम लहराया
अध्यक्ष - अक्षय दीक्षित
उपाध्यक्ष - रितु सरकार
सचिव - आज़म खान
सहसचिव - विजय पाटकर
4- दुर्गा कॉलेज में 2 पद पर एनएसयूआई और दो पद पर एबीवीपी के उम्मीदवार जीते
अध्यक्ष - शांतनु झा - एनएसयूआई
उपाध्यक्ष - सुभाष नाग - एनएसयूआई
सचिव - परमेश्वर वर्मा - एबीवीपी
सहसचिव - श्वेता यादव - एबीवीपी
5- छत्तीसगढ़ कालेज में सभी पदों पर एबीवीपी ने विजय प्राप्त की
अध्यक्ष - प्रखर मिश्रा
उपाध्यक्ष - सनातन साहू
सचिव - मनीषा कुर्रे
सहसचिव - मोहन प्रताप सिंह
6- डागा गर्ल्स कॉलेज में चारों सीटों पर एबीवीपी ने अपना कब्जा जमाया
अध्यक्ष - नेहा बेन
उपाध्यक्ष - खुशबू
सचिव - पूजा खूबचन्दनी
सहसचिव - कामिनी साहू
7- गर्ल्स कालेज - देवेन्द्र नगर में भी एबीवीपी ने चारों सीटों पर विजय प्राप्त की
अध्यक्ष - गुलबसा बानो
उपाध्यक्ष - पूनम थवानी
सचिव - शिवानी चंद्राकर
सहसचिव - अर्चना सेन
8- डिग्री गर्ल्स कालेज में चारों पदों पर एबीवीपी ने जीत दर्ज की
अध्यक्ष - कुलेश्वरी साहू
उपाध्यक्ष - शोभना साहू
सचिव - हीलम पांडेय
सहसचिव - कविता मिश्रा
9- स्वामी विवेकानंद कालेज में सभी पदों पर एनएसयूआई ने अपना कब्जा जमाया
अध्यक्ष - सरफराज़
उपाध्यक्ष - प्रशान द्विवेदी
सचिव - नेहा साहू
सहसचिव - धवल सोनी
10- मैक कॉलेज में 3 पदों पर एबीवीपी और 1 पद पर एनएसयूआई को जीत प्राप्त हुई
अध्यक्ष - अमितेष साहू - एबीवीपी
उपाध्यक्ष - लक्षित तिवारी - एनएसयूआई
सचिव - अविनाश सिंह - एबीवीपी
सहसचिव - आयुषी खंडेलवाल - एबीवीपी
11- मैट्स यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई ने सभी पदों पर विजय प्राप्त की
अध्यक्ष - केतन नायक
उपाध्यक्ष - निलय पिंचा
सचिव - आफरीन मेमन
सहसचिव - प्रीतिश गोलछा
12- महंत कॉलेज में 2 पद पर एबीवीपी और 2 पद पर एनएसयूआई ने विजय प्राप्त की
अध्यक्ष - अमन शुक्ला - एबीवीपी
उपाध्यक्ष - निहारिका वर्मा - एनएसयूआई
सचिव - रेवेन्द्र राजपूत - एबीवीपी
सहसचिव - राहुल चंद्राकर - एनएसयूआई
13- विप्र कालेज में सभी सीटों पर एबीवीपी ने जीत हासिल की
अध्यक्ष - सुनील जंघेल
उपाध्यक्ष - सरस्वती साहू
सचिव - प्रशांत चौबे
सहसचिव - धर्मेश चंद्राकर
14- गुरूकुल कालेज में चारों पदों पर एनएसयूआई ने जीत हासिल की
अध्यक्ष - कंचन तिवारी
उपाध्यक्ष - राखी अग्रवाल
सचिव - संगीता भोई
सहसचिव - गरिमा तिवारी
15- महिला पालीटेक्निक कालेज में आश्चर्यजनक रूप से उलटफेर हुआ, चारों पदों पर एनएसयूआई व एबीवीपी के प्रत्याशियों को पीछे छोड़कर सभी निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मार दी
अध्यक्ष - सृष्टि भोंसले
उपाध्यक्ष - सुरभि सिंह
सचिव - हिमानी ठाकुर
सहसचिव - चांदनी शांडिल्य
16- प्रगति कालेज में 3 पदों पर एबीवीपी और 1 पद पर एनएसयूआई को जीत मिली
अध्यक्ष - अर्मत्य शुक्ला - एबीवीपी
उपाध्यक्ष - मनप्रीत कौर चहल - एनएसयूआई
सचिव - शुभम ठाकुर - एबीवीपी
सहसचिव - साक्षी लोढ़ा - एबीवीपी
17- आदर्श कला एवं वाणिज्य कालेज में एनएसयूआई ने सभी पदों पर विजय प्राप्त की
अध्यक्ष - मो0 सोहेल खान
उपाध्यक्ष - ललिता श्रीवास
सचिव - रूपल जैन
सहसचिव - सुधीर टोप्पो
18- अग्रसेन कॉलेज में 3 पदों पर एनएसयूआई और 1 पद पर एबीवीपी ने जीत दर्ज की
अध्यक्ष - रवींद्र अग्रवाल - एबीवीपी
उपाध्यक्ष - शंकर तराई - एनएसयूआई
सचिव - आमिर खान - एनएसयूआई
सहसचिव - उर्वशी शंभवानी - एनएसयूआई

        
सीएमडी में मतदान के दौरान दोनों पक्षों में चले लाठी डंडे
बिलासपुर। छात्रसंघ चुनाव में मंगलवार को मतदान के दौरान सीएमडी कॉलेज परिसर में एनएसयूआई और एबीवीपी के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई। दोनों गुटों के समर्थकों के बीच जमकर हाथापाई हुई। सुरक्षा के लिए तैनात की गई पुलिस ने मारपीट बढऩे पर लाठियां चलाकर भीड़ को खदेड़ा। मारपीट में दोनों पक्षों के एक-एक समर्थक को चोट आई है। शिकायत पर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ बलवा के तहत मामला दर्ज कर लिया है। तारबाहर पुलिस के अनुसार कॉलेज में सुबह आठ बजे से मतदान प्रारंभ हुआ। सुबह से ही एनएसयूआई और एबीवीपी के समर्थकों की कॉलेज परिसर में भीड़ लगी रही। दोनों गुट के समर्थक कॉलेज के विद्यार्थियों से अपने-अपने पेनल के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील करते रहे। सुबह दस बजे कॉलेज परिसर में भीड़ बढऩे के बाद दोनों गुटों के समर्थकों के बीच विद्यार्थियों पर वोट के लिए दबाव डालने के आरोप-प्रत्यारोप के साथ विवाद शुरू हुआ।

एनएसयूआई और एबीवीपी के पूर्व पदाधिकारियों के बीच विवाद के बाद मारपीट शुरू हो गई। कॉलेज परिसर और सड़क में दोनों संगठन के समर्थकों ने एक दूसरे पर राड व डंडे से हमला कर दिया। मारपीट की घटना में एनएसयूआई के विक्की यादव पिता पुनीराम यादव (19 ) निवासी सरकण्डा और एबीवीपी के दनिश खान घायल हो गए। घटना के बाद सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस ने भीड़ को हटाने लाठियां भांजी। पुलिस का डंडा चलने के बाद दोनों गुटों के समर्थक वहां से भागे। घटना की शिकायत पर पुलिस ने दोनों संगठन के पदाधिकारी व सदस्यों के खिलाफ भादवि की धारा 147, 148, 294, 506, 323 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। कॉलेज परिसर में दोनों संगठनों के समर्थकों के बीच दिनभर तनाव की स्थिति बनी रही। कॉलेज के बाहर बने बेरिकेट्स से प्रवेश को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों संगठनों के पदाधिकारियों ने एक दूसरे को सड़क पर दौड़ा-दौड़कर पीटा। मारपीट के बाद पुलिस ने भीड़ को खदेडऩे के लिए लाठीचार्ज किया। इसके बाद सुबह 11 बजे तनावपूर्व माहौल के बीच फिर से विवाद होने पर पुलिस ने भीड़ को हटाने लाठी भांजी। पुलिस के लाठी चार्ज के बाद विवाद समाप्त हो गया। एबीवीपी के सदस्य दानिश खान की शिकायत पर पुलिस ने एनएसयूआई के महेन्द्र गंगोत्री, निक्कू भण्डारी, कमल सिंह ठाकुर, आकाश यादव, सूरज केसरी, चिकी बोले, ललन बोले व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। वहीं एनएसयूआई के विक्की यादव की शिकायत पर एबीवीपी के केतन सिंह, दिनेश, अमित, अतुल सिंह, शानू खान, वसीम खान, निलेश पाण्डेय व अन्य आरोपियों के खिलाफ बलवा की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
 
तलवार सहित पकड़ाया बस सर्विस संचालक
कॉलेज परिसर में में विवाद के बाद पुलिस ने कॉलेज के बाहर खड़े लोगों व वाहनों की जांच की। कार क्रमांक एचआर 10 एक्स 7412 की तलाशी ली। कार के अंदर से पुलिस ने तलवार बरामद की। पुलिस ने कार में बैठे वंदेमातरम बस सर्विस के संचालक सोहेल शर्मा पिता अनिल शर्मा ( 32) को गिरफ्तार किया। तो वहीं दुर्ग के साइंस कॉलेज में एबीवीपी के कार्यकताओं ने रिकाउटिंग की मांग करते हुए जमकर उत्पात मचाया, मेज कुर्सीयों को और लैब को नुकसान पहुंचाया गया। कालेज प्रबंधन ने तत्काल पुलिस को सूचना दी पुलिस ने यहां पर भी एबीवीपी समर्थकों की भीड़ को हटाने के लिए लाठियां चलानी पड़ी तब जाकर मामला शांत हुआ।