मुंबई - नगर निगम चुनाव के लिए शिवसेना ने बीजेपी से तोड़ा गठबंधन
मुंबई 03 अगस्त 2015 (IMNB). महाराष्ट्र के आगामी नगर निगम चुनाव में शिवसेना ने अपनी सहयोगी पार्टी बीजेपी की मदद के बिना अकेले लड़ने का फैसला लिया है। कोल्हापुर नगर निकाय में 81 सदस्य हैं, जिनके लिए इस साल चुनाव होना है। कोल्हापुर में दोनों पार्टियों के बीच अलगाव के पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने हाल ही में कहा था कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव अकेले जीतने के लिए काफी उत्साहित है। किसी भी राजनीतिक अस्थिरता से बचने के लिए उन्होंने 2014 के चुनाव में बीजेपी को समर्थन दिया था।
शिवसेना के कोल्हापुर प्रभारी अरुण धुवाडकर ने बताया कि कोल्हापुर में चुनाव से पहले बीजेपी ने एक स्थानीय राजनीतिक संगठन तारा रानी ग्रुप के साथ गठबंधन किया है। यह संगठन कांग्रेस विधायक महादेव महादिक ने बनाया था। अरुण ने कहा, 'लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हराने के लिए लोगों ने बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन को वोट दिया। अब बीजेपी ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया जो स्वीकार्य नहीं है। इसलिए नगर निगम चुनाव में हम बीजेपी ने गठबंधन तोड़ रहे हैं।'
अरुण के मुताबिक शिवसेना इस चुनाव में आरपीआई (एक) के साथ गठबंधन करेगी। कोल्हापुर जिले में शिवसेना के पास छह विधायक हैं, जबकि बीजेपी और एनसीपी के दो-दो विधायक हैं।
कोल्हापुर की विधानसभा सीट के चुनाव में शिवसेना ने बीजेपी को 25 हजार वोटों से हराया था।
इस मुद्दे पर पीडबल्यूडी मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि बीजेपी ने तारा रानी समूह से हाथ इसलिए मिलाया, क्योंकि यह समूह पिछले 25 वर्षों से स्थानीय मुद्दों पर काम कर रहा है। स्थानीय निकाय में यह सत्ता में भी रहा है। बकौल पाटिल, 'अगर कोल्हापुर को स्मार्ट सिटी के तौर पर डिवेलप करना है तो बीजेपी को ऐसी स्थानीय संगठनों की जरूरत होगी। तारा रानी का कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है। महादेव महादिक को इस संगठन से अलग हुए काफी समय हो चुका है। अब वह कांग्रेस में हैं, उनका बेटा एनसीपी में और भतीजा बीजेपी में है।'