आगरा - पुलिसकर्मियों ने पत्रकारों को पीटा, मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
आगरा 23 नवम्बर 2015 (तारिक आज़मी). कानून व्यवस्था के विरोध में धरना दे रहे भाजपाइयों पर ढंग से लाठीचार्ज न कर पाने के कारण खिसियाई पुलिस ने मीडिया कर्मियों पर अपना गुस्सा निकाला। पुलिस ने मीडिया कर्मियों पर लाठियां भांजते हुए कई फोटो जर्नलिस्ट के कैमरे तक तोड़ डाले। इस दौरान कई मीडिया कर्मी बुरी तरह घायल हो गए।आॅल इण्डिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन (आईरा) ने घटना की निन्दा करते हुये कल पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर धरना प्रर्दशन किये जाने का एलान किया है।
मीडिया पर हुए लाठीचार्ज की खबरें तुरंत मीडिया और सोशल साइटों पर दौड़ने लगी। इस पर सीएम अखिलेश यादव ने मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। एसएसपी आगरा प्रीतिंदर सिंह को जल्द से जल्द मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। प्राप्त जानकारी के अनसार आगरा में रविवार रात चांदी व्यापारी धनकुमार उर्फ धन्नू जैन पर अज्ञात बदमाशों ने जानलेवा हमला किया था। सोमवार को केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया के नेतृत्व में स्थानीय विधायक जगन प्रसाद गर्ग और योगेंद्र उपाध्याय के साथ सैकड़ों भाजपाई पुलिस लाइन पहुंचे। भाजपाइयों ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर आईजी ऑफिस का घेराव किया।
इस दौरान पुलिस के आला अधिकारी को भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने चूड़ियां दी और विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने पुलिस की रिकार्डिंग का विरोध किया। भारी भीड़ को हटाने के दौरान पत्रकारों की मौजूदगी के कारण पुलिस भाजपाइयों पर ढंग से लाठीचार्ज नहीं कर पाई, जिसका गुस्सा उतारने के लिए उन्होंने पत्रकारों को ही अपना निशाना बनाया। कवरेज कर रहे पत्रकारों को बुरी तरह से लाठियों से पीटा गया। यही नहीं तस्वीर उतार चुके प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक के फोटो जर्नलिस्ट के कैमरों को भी पुलिस ने तोड़ दिया। घायलों में विनोद अग्रवाल, पुनीत लाल, हरेन्द्र, सज्जन सागर और राजू शामिल हैं। पुलिस के इस कृत्य के बाद जब पत्रकारों ने आईजी दुर्गा शंकर मिश्र से मामले की शिकायत की तो उन्होंने तहरीर देने की बात कही। इस पर कई पत्रकारों ने अपने नाम लिखकर अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी।
मौके पर मौजूद पत्रकारों के अनुसार, एसपी सिटी राजेश कुमार और सीओ हरीपर्वत अशोक कुमार ने मौखिक आदेश देकर पत्रकारों की पिटाई करवाई है। मीडिया कर्मियों ने अपनी तहरीर में एसपी सिटी और सीओ को नामजद किया है। पत्रकारों पर हुए इस अमानवीय कृत्य की खबरें तुरंत मीडिया और सोशल साइट पर दौड़ने लगी। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत संज्ञान में लेते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। एसएसपी आगरा प्रीतिंदर सिंह को जल्द से जल्द मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है। आॅल इण्डिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन (आईरा) ने घटना की निन्दा करते हुये कल पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर धरना प्रर्दशन किये जाने का एलान किया है।आईरा के चेयरमैन तारिक ज़की और राष्ट्रीय अध्यक्ष फरीद कादरी ने कहा कि पत्रकारों के खिलाफ हिंसा कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी और इस मामले का आईरा हर स्तर पर विरोध करेगा। पहले चरण में कल सभी जिला मुख्यालयों और मण्डल मुख्यालयों पर धरना प्रर्दशन किया जायेगा। यदि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्यवाही नहीं की गयी तो अगले चरण में डीजीपी कार्यालय का धिराव किया जायेगा।
मौके पर मौजूद पत्रकारों के अनुसार, एसपी सिटी राजेश कुमार और सीओ हरीपर्वत अशोक कुमार ने मौखिक आदेश देकर पत्रकारों की पिटाई करवाई है। मीडिया कर्मियों ने अपनी तहरीर में एसपी सिटी और सीओ को नामजद किया है। पत्रकारों पर हुए इस अमानवीय कृत्य की खबरें तुरंत मीडिया और सोशल साइट पर दौड़ने लगी। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत संज्ञान में लेते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। एसएसपी आगरा प्रीतिंदर सिंह को जल्द से जल्द मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है। आॅल इण्डिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन (आईरा) ने घटना की निन्दा करते हुये कल पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर धरना प्रर्दशन किये जाने का एलान किया है।आईरा के चेयरमैन तारिक ज़की और राष्ट्रीय अध्यक्ष फरीद कादरी ने कहा कि पत्रकारों के खिलाफ हिंसा कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी और इस मामले का आईरा हर स्तर पर विरोध करेगा। पहले चरण में कल सभी जिला मुख्यालयों और मण्डल मुख्यालयों पर धरना प्रर्दशन किया जायेगा। यदि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्यवाही नहीं की गयी तो अगले चरण में डीजीपी कार्यालय का धिराव किया जायेगा।