राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेता अशोक सिंघल का निधन
नई दिल्ली 17 नवंबर 2015 (IMNB). विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक और अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अशोक सिंघल नहीं रहे। गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में उनका निधन हो गया। उन्हें पिछले गुरुवार को तबीयत बिगड़ने के बाद दोबारा गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
89 साल के अशोक सिंघल को सांस संबंधी परेशानी थी और 20 अक्टूबर को इलाहाबाद में तबीयत खराब होने के बाद मेदांता लाया गया था। उनसे मिलने के लिए बीजेपी के तमाम नेता अस्पताल पहुंचे। आज सुबह ही उनका हालचाल जानने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी पहुंचे थे।वीएचपी नेता अशोक सिंघल का गुड़गांव के अस्पताल में निधन वीएचपी नेता अशोक सिंघल का गुड़गांव के अस्पताल में निधन हो गया है। सिंघल काफी बीमार थे और पिछले कुछ दिनों से गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे।पिछले गुरुवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई थी लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें फिर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सिंघल के बाद पूरे विश्व हिंदू परिषद में शोक का माहौल है।
सिंघल को देखने के लिए नेताओं का तांता लगा हुआ है इसी के चलते अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती, हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, श्रीराम जन्मभूमि न्यास बोर्ड के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया, संगठन महामंत्री दिनेश चंद्र, संयुक्त महामंत्री विनायक राव देशपांडेय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हरियाणा के सह प्रांत संघचालक पवन जिंदल एवं कथावाचक साध्वी ऋतंभरा मेदांता पहुंचे।