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लाखों में आ रहा एकलबत्ती कनेक्शन का बिल, देख कर रकम दहल जा रहा है दिल

छत्तीसगढ़ (जावेद अख्तर) 13 दिसंबर 2015. छत्तीसगढ़ में पिछले दो तीन वर्षों से बिजली के बिलों में बराबर ही शिकायतें आ रही है मगर विभाग ने आज तक इस गंभीर समस्या से निपटने का कोई रास्ता निकाल नहीं पाईं है। रायपुर व आसपास के क्षेत्रों में एकलबत्ती कनेक्शन का बिल इतना अधिक आ जाता है जिसे देखकर दिल दहल जाता है कि इतना अधिक भी बिजली का बिल आ सकता है।

किसी का बिल 25 हजार तो किसी का बिल लाख रुपये तक भेज दिया गया। ऐसी कई शिकायतों से उपभोक्ता परेशान हैं मगर विभाग के अधिकारी उपभोक्ताओं को ही चक्कर पर चक्कर लगवाते रहते हैं मगर निराकरण नहीं करते हैं। भानसोज के रहने वाले कपिल राम का बिजली बिल करीब 27 हजार रुपए आया है। इस भारीभरकम बिल के झटके से अभी वह संभला भी नहीं था कि बिजली कंपनी की नोटिस आ गई कि 15 दिन में बिल जमा नहीं हुआ तो कनेक्शन काट दिया जाएगा और कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। यही स्थिति सीताराम सिन्हा, शंभूराम और दशरथ सहित भानसोज और उसके आसपास रहने वाले ग्रामीणों की है। बिल कम कराने के लिए बिजली दफ्तर के चक्कर काटने के बाद सभी ग्रामीण, जिनमें काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं, जो कलेक्टोरेट पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर ठाकुर रामसिंह ने मिलकर अपनी दिक्कत बताई। कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
भानसोज के रहने वाले सीताराम सिन्हा ने बताया कि संडी और नारा सहित कई अन्य गांवों में भी गरीब परिवारों को बीते तीन- चार महीने से इसी तरह का बिल भेजा जा रहा है। सीताराम के अनुसार कई लोगों को तो एक लाख रुपए से अधिक का बिल भेज दिया गया है, जबकि सभी बीपीएल कनेक्शन वाले हैं। संजय कुमार ने बताया कि ज्यादातर लोगों को 12 से 25 हजार रुपए तक का बिल भेजा गया है। भानसोज के ही बिसहुआ के यहां बिजली की खपत 143 यूनिट हुई है, लेकिन बिजली 21 हजार से अधिक का आया है। ग्रामीणों के अनुसार वे लगातार बिल जमा कर रहे थे। तीन- चार महीने पहले अचानक हजारों रुपए का बिल आने लगा, जो उनकी क्षमता से बाहर का था, इसीलिए उन्होंने बिल जमा नहीं किया। इसके बाद से लगातार बिल बढ़ता जा रहा है।

* अधिक बिजली बिल की शिकायत मिली है। बिजली विभाग के अधिकारियों को तत्काल मौके पर जाकर उसकी समस्या दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। - ठाकुर रामसिंह, कलेक्टर
    
बिजली का बिल मार रहा करंट
रायपुर। शहर के बिजली उपभोक्ता डेढ़ से दोगुना ज्यादा बिजली बिल आने से चकित और परेशान हैं। रविवार को छुट्टी के दिन नियत समय पर जब वे क्षेत्र के एटीपी से बिल भुगतान करने पहुंचे तो वहां ताला लगा देख आक्रोशित हो उठे। नई टैरिफ दर से भुगतान करने पहुंचे लोगों ने बताया कि सरप्लस बिजली का दावा करने वाली सरकार अब जनता की जेब खाली करने पर आमादा है। नौकरी पेशा उपभोक्ताओं को सुबह 8 से रात 8 बजे के बीच समय निकालकर बिल भुगतान करने की सुविधा देने कंपनी ने शहर में 16 जगह एटीपी मशीन लगाई है। इसकी निगरानी नहीं होने से मशीन पर ड्यूटी देने वाले कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं। इससे नौकरी पेशा बिजली उपभोक्ता जब लंच टाइम में बिल भुगतान करने पहुंचते हैं तो एटीपी मशीन उन्हें बंद मिलती है। इससे उपभोक्ताओं को इंतजार करने एवं चक्कर लगाने की परेशानी उठानी पड़ रही है। इतना ही नहीं, इंतजार के बाद एटीपी से हजारों का भुगतान करने के बाद उन्हें पावती भी नहीं मिली।
     
बिल थमाया दोगुना
प्रिया दलाल ने कहा कि रविनगर में नरसिया रेड्डी के मकान में किराएदार हूं। पहले घर का बिजली बिल 450 रुपए आता था, मगर जुलाई में 890 रुपए का बिल स्पॉट बिलिंग करके थमाया गया है। सिविल लाइन का एटीपी बंद देख बूढ़ापारा में बिल भुगतान करने आना पड़ा। अब यहां का भी एटीपी बंद करके कर्मचारी जा रहे, इसे देखने वाला कोई नहीं।
       
सिविल लाइन एटीपी केन्द्र पर 1.15 बजे राजेश शुक्ला ने कहा कि 12.20 बजे से आकर इंतजार करने के बाद कर्मचारी आया। अब 9990 रुपए का भुगतान करने के बाद पावती नहीं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेरे पिता सिंधु शुक्ला के नाम से मकान में मीटर लगा है। पहले एवरेज ढाई से 3 हजार रुपए बिल आता था। इस बार दो माह का बिल अदा किया है।
   
अमलीडीह निवासी अजय कुमार ने कहा कि महीनेभर पहले ही अस्थाई से स्थाई मीटर कराया तो पहले ही माह 1410 रुपए का बिल दिया गया। बिजली भी ज्यादा गुल रहती है। इसके चलते कई बार शिकायत केन्द्र में फोन करने और चक्कर लगाने पर बिजली सेवा दी जाती है। सरकार सरप्लस बिजली होना बताती है और बिल भी ज्यादा देती है।
      
देवनाथ बैरागी ने बताया कि अवंति बिहार से यहां बिल भुगतान करने दो बार चक्कर लगाना पड़ा। जब भी आता हूं, अक्सर एटीपी दोपहर में बंद ही मिलता है। जून में जहां 800 रुपए का बिल दिया गया था। वहीं इस माह तो नए टैरिफ का हवाला देकर 1210 रुपए का भुगतान करने से घर का बजट भी बिगड़ गया है, अदा नहीं करने पर और बढ़ा देते हैं।

* शहर के सभी एटीपी को सुबह 8 से रात 8 बजे तक खुला रखने का निर्देश है। अगर बंद होता है तो इसे संज्ञान में लिया जाएगा। बिजली बिल अब नई टैरिफ दर से लिया जा रहा है। डेढ़ से दोगुना बढ़ने जैसी शिकायत नहीं है। - अधीक्षण अभियंता, सीएसईबी, रायपुर
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