शाहजहाँपुर - वन विभाग और पुलिस की मिलीभगत से काट डाले दर्जनों पेड़
शाहजहाँपुर 22 जनवरी 2016 (घनश्याम गुप्ता). वैसे तो वन विभाग का काम जानवरों और पेड़ों को बचाना है परन्तु खुटार में वन माफिया व वन विभाग के अधिकारी मिल कर हरियाली को उजाड़ने पर तुले हैं। रोजाना क्षेत्र में हरे भरे पेड काटे जा रहे हैं। जिसमें वन विभाग के अधिकारी भी शामिल रहते हैं। जिससे वन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को बंडा के तथाकथित लकड़ी माफिया अफरोज ने मैनिया क्षेत्र में आम के हरे-भरे कई पेड काट डाले। सूत्रों के अनुसार ठेकेदार अफरोज ने आम के हरे पेड काटने के लिए वन विभाग से अनुमति लेने के बजाए वन विभाग के लोगों से सांठगाठ कर ली। इसके बाद तथाकथित वन माफिया ने बेखौफ होकर हरे पेडों को काट कर लकड़ी को ठिकाने लगा दिया। ऐसा नहीं है कि वन विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी न हो, लेकिन सुविधा शुल्क और अधिकारियों से सांठगाठ की वजह से कोई भी इन वन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही की हिम्मत नहीं जुटा पाता है।
हरे पेडों के कटान का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले बुझिया गांव में रेंजर की मिलीभगत से बगैर परमिट के आम के 34 पेड काट डाले गए थे। लेकिन जब ये मामला अखबारों की सुर्खियों में आया, तो रेंजर ने ठेकेदार के खिलाफ दिखावटी कार्यवाही कर दी। उधर, इस संबंध में रेंजर एस.एन यादव ने बताया कि यदि मैनिया में ठेकेदार अफरोज ने बगैर परमिट के पेड कटाए होगे, तो उसके खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी। लेकिन सूत्रों के अनुसार जब भी कोई मामला पकड़ा जाता है तो वन विभाग के अधिकारी ठेकेदार के खिलाफ नाम मात्र का जुर्माना लगाकर इतिश्री कर लेते हैं, जिससे वन माफिया को प्रशासन का कोई भय नहीं रह गया है।