आशा यात्रा - प्रशासन की अव्यवस्था, एक भी कदम नहीं चले मुख्यमंत्री
कानपुर 12 जनवरी 2016 (मो.नदीम/निजामुद्दीन). मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की आशा यात्रा पर जिला प्रशासन ने आज पानी फेर दिया। हजारों की संख्या में लोग – लोग दूर दूर से आए थे, लेकिन उन्हें 30 हजार क्ष्ामता वाले ग्रीनपार्क में घुसने से मना किया गया, जबकि पूरा स्डेडियम खाली पड़ा था । सपा विधायक सतीश निगम को भी गेट के अंदर नहीं जाने दिया । बाद में आलाधिकारियों ने विधायक को प्रवेश करवाया।
प्रशासन की अव्यवस्था का खामियाजा आम जनता के साथ यात्रा में शामिल होने आए लोगों को झेलना पडा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर हफ्तों से चल रहा मंथन मंगलवार को फेल हो गया। पहले तो फूलबाग से मुख्यमंत्री का ग्रीनपार्क तक पैदल यात्रा करना का प्रोग्राम था, पर ऐन वक्त पर उसे निरस्त कर दिया गया। सुरक्षा व्यवस्था के चलते पुलिस लाइन से मुख्यमंत्री ग्रीन पार्क पहुंचे।
दूसरे जिलों से यात्रा में शामिल होने से आए लोगों को ग्रीनपार्क में कहां से प्रवेश करना है इसकी भी जानकारी किसी को नहीं थी। प्रशासन की ओर से इसकी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी और न ही कोई सूचना पट लगाया गया था। सभी मेन गेट से होकर स्टेज तक पहुंचने की कोशिश में लगे थे।
पहले से जानकारी न होने के चलते पुलिस प्रशासन भी परेशान था कि किसको अंदर जाने दें और किसको रोकें। यात्रा में विदेश से शामिल होने आए कुछ लोगों को भी बाहर गेट के पास खडा कर दिया गया। सपाइयों और पुलिस की काफी नोेकझोंक हुई। मीडियाकर्मी भी प्रवेश को लेकर जद्दोजहद करते रहे।
एसएसपी ने संभाली कमान -
मेन गेट पर सपाइयों के जबरन अंदर घुसने की सूचना के बाद एसएसपी शलभ माथुर मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामला शांत कराया। इसके पहले एसपीआरए और पुलिसकर्मियोें ने सपाइयों को अंदर जाने से रोका इस दौरान गेट का एक शीशा भी टूट गया। एसएसपी ने अपने अफसरों के साथ मिलकर लोगों को प्रवेश करवाया। वहीं धक्कामुक्की के दौरान कई लोग घायल भी हुए।
पहले से नहीं थी कोई सूचना -
दरअसल यात्रा में शामिल होने आए लोगों के साथ कई स्कूल के बच्चे भी मौजूद थे। प्रवेश कहां से करना है इसकी जानकारी प्रशासन ने नहीं दे रखी थी। ग्रीनपार्क का सिर्फ एक गेट खुला था जिस तरफ से मुख्यमंत्री को प्रवेश करना था उस तरफ ही पूरी भीड पहुंची जा रही था। जिला प्रशासन की लापरवाही का आलम यह था कि गेट पर प्रवेश के दौरान हो रही धक्कामुक्की के समय कोई भी प्रशासनिक अफसर मौजूद नहीं था।
एम ने की गंगा आरती -
रागेन्द्र स्वरूप अडिटोरियम में श्री एम ने अपने संवाद में कहा की मेरी ये आशा यात्रा लोगों में एकता सदभाव फैलाने के लिये है और हमें आपसी भाई चारे
के साथ रहना चाहिए। सभी धर्म एक समान हैं, हमें सभी धर्मो का सम्मान करना चाहिए। कोई भी धर्म आपस में झगड़े करने की बात नहीं बताता। जबकि सभी धर्मो में लिखा
है की मानव की सेवा करो और आपस में प्यार मोहब्बत से रहो।
ततपश्चात श्री एम शान्ति और सदभाव के लिए मोमबत्ती जलाकर सरसैया
घाट तक पहुँचे । वहां पर उन्होेंने गंगा आरती की ।