शाहजहाॅपुर - SBI शाखा प्रबंधक पर लगा कमीशन मांगने का आरोप,पीड़ित ने प्रार्थना पत्र देकर डीएम से लगायी न्याय की गुहार
अल्हागंज 08 फरवरी 2016 (ब्यूरो कार्यालय). प्रधानमंत्री लाख देशवासियों का भला करने की सोचें पर जब तक भ्रष्टाचार रूपी दीमक भारतीय समाज में लगी है तब तक गरीबों का भला नहीं हो सकता। ताजा मामला अल्हागंज भारतीय स्टेट बैक के शाखा प्रबंधक का है। मैनेजर साहब पर मुद्रा योजना में लोन देने के लिये 6% कमीशन मांगने का आरोप लगा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहल्ला पीरगंज निवासी दो पीड़ित अमन गुप्ता व आशाराम ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर बताया है कि उन लोगों ने चार महीने पहले स्थानीय भारतीय स्टेट बैंक में प्रधान मंत्री मुद्रा योजना के तहत कारोबार बढाने हेतु लोन के लिये आवेदन किया था। शाखा प्रबंधक ओ.के बाथम ने इन पीड़ितों से पाँच-पाँच स्टाॅप सौ रुपये वाले मंगाये व शपथपत्र मंगाया और साथ ही साथ कोटेशन मंगाया। पीड़ितों ने सारे कागजात लाकर शाखा प्रबंधक जी को दे दिये। सभी कागज पूरे होने के बाद भी शाखा प्रबंधक आज कल करके टालने लगे, इस बात को पीड़ित समझ न पाये और बैंक के चक्कर काटते रहे। बीते शनिवार को पीड़ितों को शाखा प्रबंधक जी ने बताया अब आप लोग टिन नम्वर लाओ। पीड़ितों ने विनम्रता से कहा कि 50 हजार के लोन में टिन नम्बर लगता ही नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहल्ला पीरगंज निवासी दो पीड़ित अमन गुप्ता व आशाराम ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर बताया है कि उन लोगों ने चार महीने पहले स्थानीय भारतीय स्टेट बैंक में प्रधान मंत्री मुद्रा योजना के तहत कारोबार बढाने हेतु लोन के लिये आवेदन किया था। शाखा प्रबंधक ओ.के बाथम ने इन पीड़ितों से पाँच-पाँच स्टाॅप सौ रुपये वाले मंगाये व शपथपत्र मंगाया और साथ ही साथ कोटेशन मंगाया। पीड़ितों ने सारे कागजात लाकर शाखा प्रबंधक जी को दे दिये। सभी कागज पूरे होने के बाद भी शाखा प्रबंधक आज कल करके टालने लगे, इस बात को पीड़ित समझ न पाये और बैंक के चक्कर काटते रहे। बीते शनिवार को पीड़ितों को शाखा प्रबंधक जी ने बताया अब आप लोग टिन नम्वर लाओ। पीड़ितों ने विनम्रता से कहा कि 50 हजार के लोन में टिन नम्बर लगता ही नहीं है।
इसी बात पर शाखा प्रबंधक ने उनसे टिन नम्बर न होने पर 6% कमीशन लाने को कहा। पीड़ितों ने उनको अपनी आर्थिक स्तिथि के बारे में बताया कि कमीशन का पैसा होता तो 50 हजार का लोन क्यों लेते । जिस पर मैनेजर साहब कुपित हो गये और पीडितों को भगा दिया। अब हार कर पीड़ितों ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अपना हाल बताते हुये कानूनी कार्यवाही करने हेतु प्रार्थना की है। आप को बताते चले अल्हागंज की सभी बैंको की शाखाओं में यही हाल है। जनता इनकी कमीशन बाजी से परेशान हो कर आक्रोशित घूम रही है।खुलासा टीवी के रिपोर्टर ने जब शाखा प्रबंधक ओ.के.बाथम से बात की तो उन्होंने किसी प्रकार का जवाब देने से मना कर दिया । सूत्रों के अनुसार अल्हागंज की सभी शाखाओं में लगभग 200 फार्म आज भी पेन्डिंग में पड़े हैं। यहाँ के अधिक्तर मैनेजर रिश्वत लिये बगैर लोन नहीं करते हैं। कोई भी सरकारी योजना आते ही इनके बल्ले बल्ले हो जाते हैं। आरोप तो यह भी है कि इस बंदरबांट में इनका साथ इनके सीनियर अधिकारी भी देते हैं।