जलालाबाद - कोटेदार की मनमानी से जनता त्रस्त, कभी भी हो सकता है आंदोलन
जलालाबाद 10 मार्च 2016. तहसील जलालाबाद क्षेत्र की ग्राम पंचायत भरथौली रतनापुर की जनता इन दिनों काफी आक्रोश में है। जनता का आरोप है कि स्थानीय कोटेदार राशन का वितरण नहीं करते हैं और प्रदेश सरकार चाहे जितनी गरीबी हटाने का प्रयास कर ले लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त
कर्मचारी व कोटेदारों द्वारा 'गरीबों को हटाओ' अभियान चलता रहेगा।
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने बताया कि पूरी ग्राम सभा में 90% लोगों के पास राशन कार्ड नहीं हैं। जबकि जिन लोगों के हैं उन्हें राशन वितरण नहीं किया जाता है। कभी कभार दो चार महिनों में मिट्टी का तेल वितरण किया जाता है। जिसमें दो लीटर दिया जाता है, वेा भी नाप में कम होता है। खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अन्तर्गत मिलने वाला राशन जो कि इस महीने से वितरण होना था उसमें कई कोटेदारों ने कुछ भी वितरण नहीं किया।
जहाँ एक तरफ आपूर्ति विभाग सभी को राशन वितरण करने का दावा कर रहा है। वहीं नये राशन कार्ड के चक्कर में जनता इधर उधर भटक रही है। पुराने राशन कार्ड को देखते ही कोटेदार भड़क जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव में राशन का वितरण बीते शनिवार को होना था, लेकिन कोटेदार ने रविवार को सिर्फ कुछ खास लोगों को मिट्टी का तेल वितरण किया। राशन तो कई महीनों से नहीं बांटा गया है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि दो साल पहले मेरे नाम राशन कार्ड था लेकिन अब उसी कार्ड पर दूसरों को मिट्टी का तेल दिया जाता है।
कई महिलाओं ने बताया कि नदी के कारण हमारा गांव कट गया जिससे हम लोगों को न तो राशन मिलता है न ही हमारे गांव में किसी के राशन कार्ड बने हैं। आरोप है कि कोटेदारों की मनमानी व पूर्ति कार्यालय के कर्मचारीयों की मिलीभगत से जनता का राशन बिचौलियों के हाथों बेच लिया जाता है। इनके कर्मो से जनता त्रस्त है और जनता में काफी रोष व्याप्त है। सरकार चाहे जितनी गरीबी हटाने का प्रयास करे लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारी व कोटेदारों द्वारा गरीबों को हटाओ अभियान चलता रहेगा। गरीब चाहे भूखों मरे इनके ऐशो आराम में कमी नहीं आनी चाहिए। क्षेत्रीय जनता जल्द ही जिलाधिकारी से मिल कर इस मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करने का अनुरोध करेगी।