PM मोदी इंटरनेट स्टार लेकिन PMO के मंत्री हैं सोशल मीडिया से नदारद
नई दिल्ली 19 मार्च 2016 (IMNB). केंद्र सरकार अपने कामकाज में पारदर्शिता के लिये जहां आधुनिक संचार प्रौद्योगिकी पर जोर दे रही है, वहीं उनके मंत्री सोशल मीडिया से कटे हुए हैं। सूचना प्रौद्योगिकी के मार्फत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम से लेकर खास तक से संपर्क बनाने में माहिर हैं।
सोशल मीडिया पर उनके चाहने वालों की संख्या दो करोड़ को छूने लगी है। लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह समेत एक दर्जन से अधिक मंत्रियों की इसमें कोई रुचि नहीं है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार, बंडारु दत्तात्रेय, डॉक्टर जितेंद्र सिंह, उमा भारती, मेनका गांधी, मनोज सिन्हा, हंसराज अहीर, संजीव बालियान और कृष्णपाल गूजर समेत 15 मंत्री सोशल मीडिया से उदासीन हैं। इनमें कई मंत्रियों का तो सोशल मीडिया पर एकाउंट भी नहीं है। ऐसे मंत्रियों को पार्टी की ओर से सोशल मीडिया को गंभीरता से लेने, अपने लोगों को जोड़ने और सरकारी योजनाओं को उन तक पहुंचाने को कहा गया है।
कुछ ऐसे मंत्री भी हैं, जो ट्विटर व फेसबुक पर सक्रिय तो हैं, लेकिन सरकारी योजनाओं व उपलब्धियों की जानकारी लोगों तक अपनी पोस्ट से पहुंचाने में पीछे हैं। चिन्हित किए गए कई मंत्रियों का सोशल मीडिया से कोई लेना-देना नहीं है।
ऐसे केंद्रीय मंत्रियों में उत्तर प्रदेश से शुरुआत करें तो उमा भारती को सोशल मीडिया पर चाहने वाले हैं तो 50 हजार लोग, लेकिन उमा जी ट्विटर व फेसबुक पर सक्रिय नहीं हैं। रेल मंत्री मनोज सिन्हा के बड़े मंत्री प्रभु जहां हर यात्री की पुकार इसी मीडिया से सुन लेते हैं, वहीं सिन्हा जी इसमें सुस्त हैं।
मेनका गांधी व रामशंकर कठेरिया भी सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं हैं। केंद्र में मंत्री संजीव बालियान केवल फेसबुक पर कभी-कभार रहते हैं। विवादों में रहने वाली मंत्री निरंजन ज्योति का सोशल मीडिया से कोई वास्ता नहीं है। राजस्थान से संसद पहुंचे निहालचंद ने केंद्र में मंत्री बनने के बाद सोशल मीडिया पर खाते तो खोल लिए, लेकिन पिछले एक साल अपने लोगों की खोज खबर नहीं ली है। बिहार राज्य से केंद्र में बने सभी मंत्री सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। पर यहां के ज्यादातर सांसदों का प्रदर्शन निराशाजनक है।
गुजरात के केंद्रीय मंत्रियों में मोहन भाई कुंडारिया और हरि भाई चौधरी ट्विटर पर गुम हैं पर फेसबुक पर कभी कभार ही दिखते हैं। केंद्र में फर्टिलाइजर मंत्री हंसराज अहीर ट्विटर पर नहीं हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रभारी मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ट्विटर पर एक्टिव नहीं है। फेसबुक पर इक्का-दुक्का पोस्ट ही हो पाती हैं। उनसे अपेक्षा की गई है कि सरकारी उपलब्धियों को ज्यादा से ज्यादा पोस्ट करें। श्रम मंत्री बंडारु दत्तात्रेय के लिए लगता है, यह सब झंझट है। हरियाणा के कृष्णपाल गुर्जर का ट्विटर और फेसबुक पर कोई एकाउंट नहीं है। यही हाल पार्टी के बड़े नेता व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का भी है। सोशल मीडिया से दूर रहने वाले मंत्रियों में इनके नाम हैं।