छत्तीसगढ़ - हेलमेट अभियान के बहाने, सरकार व कंपनियां चलीं जनता को चबाने
छत्तीसगढ़ 2 मार्च 2016 (जावेद अख्तर). दोपहिया चालकों के लिए हेलमेट की अनिवार्यता को सख्ती से लागू करने हेतु राजधानी की ट्रैफिक पुलिस को चालानी कार्रवाई का टारगेट दिया गया है। शहर के सभी यातायात जोन प्रभारियों अधिक से अधिक चालान काटने के निर्देश दिए गए हैं। यही वजह है कि टारगेट पूरा करने यातायात के अधिकारी अपने क्षेत्र के प्रमुख चौराहों पर दिनभर जांच अभियान चला रहे हैं। बताया गया कि प्रत्येक जोन प्रभारी को कम से कम सवा सौ चालानी कार्रवाई करने का टारगेट दिया गया है।
टारगेट पूरा नहीं करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की जा सकती है। गुरुवार को बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाते 481 लोगों को पकड़ा गया और प्रत्येक से पांच-पांच सौ रुपए का जुर्माना वसूला गया। वहीं जांच अभियान में कुल 622 वाहन चालकों के खिलाफ एमवी एक्ट की कार्रवाई की गई।
पेट्रोल पंपों पर निगाह
बिना हेलमेट दोपहिया चालकों को पेट्रोल नहीं देने के प्रशासनिक आदेश पर निगरानी रखने के लिए पुलिस व प्रशासन ने पेट्रोल पंपों पर निगाह रखना शुरू कर दिया है। ग्राहकों की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए पेट्रोलपंप के कर्मचारियों को बिना हेलमेट वालों को भी पेट्रोल देना पड़ता है।
आए दिन हो रहा वाद विवाद
गुरुवार को सेजबहार, बोरियाखुर्द, पचपेड़ी नाका और तेलीबांधा स्थित पेट्रोल पंप बिना हेलमेट वाले दोपहिया चालकों के साथ सख्ती बरतने की वजह से रोज पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से वाहन चालकों का विवाद भी हो रहा है। नौबत धमकी देने और मारपीट तक आ रही है।
मुख्यमंत्री का आदेश मौखिक, पुलिस कर रही 500 चालानी
हेलमेट लगाए बगैर दोपहिया वाहन चालकों का 500 की बजाए 200 रुपए का चालान करने की मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद गुरुवार को वाहन चालक यातायात पुलिस से उलझते रहे। मुख्यमंत्री ने बुधवार को विधानसभा में घोषणा की थी बगैर हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों पर किए जाने वाले चालान की राशि को 500 से घटाकर 200 रुपए की जाए। इस घोषणा के बाद गुरुवार को यातायात पुलिस द्वारा बगैर हेलमेट पकड़े जाने पर लोग मुख्यमंत्री की घोषणा का हवाला देते रहे। वहीं यातायात पुलिस अभी लिखित आदेश नहीं होने की बात कहती हुई चालाकों का 500 रुपए चालान काटती रही।
विरोध के बाद रोक
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद यातायात पुलिस को कई जगहों पर लोगों का विरोध झेलना पड़ा। ऐसे में दोपहर को शहर के लगभग सभी जगहों से चेकिंग प्वॉइंट हटा दिए गए। आमतौर पर शास्त्री चौक, कालीबाड़ी चौक, डब्ल्यूआरएस क्रासिंग, जीई रोड पर दिखाई देने वाले चेकिंग प्वॉइंट दोपहर बाद बंद कर दिए गए।
उच्चाधिकारियों से की शिकायत
गुरुवार को बिना हेलमेट दोपहिया से विधानसभा चौक के पास यातायात पुलिस कई चालकों को रोककर 500 रुपए का चालान काटने लगी। वाहन चालकों ने एक दिन पहले मुख्यमंत्री की घोषणा का हवाला देते हुए 200 रुपए का चालान काटने कहा। लेकिन पुलिस कर्मी ने 500 का ही चालान काटा। इसके बाद पीड़ितों ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की।
लिखित आदेश नहीं आया - हिरवानी
बिना हेलमेट दोपहिया चलाने वालों से दो सौ रुपए जुर्माना वसूलने के सरकार के आदेश के संबंध में एडिशनल एसपी ट्रैफिक बलराम हिरवानी का कहना है कि चालान की राशि कम करने की अभी केवल घोषणा की गई है, जब तक लिखित में कोई आदेश नहीं मिल जाता, तब तक चालान की राशि पहले की तरह यथावत वसूली जाएगी।
ट्रैफिक एएसपी बलराम हिरवानी ने बताया कि घोषणा की जानकारी है, लेकिन बिना लिखित आदेश हम 200 रुपए का चालान नहीं काट सकते। लिखित आदेश की प्रति मिलने पर चालानी राशि घटा दी जाएगी। हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं पर पंप कर्मचारियों से हो रही बदसलूकी -अंबिकापुर में भी हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं का आदेश जारी होने के बाद अब वाहन चालकों को हेलमेट पहनना जरूरी हो गया है। कलेक्टर के आदेश के बाद मंगलवार को शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप में पेट्रोल देने से इनकार कर दिया गया। इससे कुछ जगहों पर वाहन चालकों द्वारा पंप संचालकों व कर्मचारियों से बद्सलूकी करने के साथ गाली-गलौज करने का भी मामला सामने आया। कलेक्टर ऋतु सैन द्वारा सोमवार को यह आदेश जारी किया गया था कि बिना हेलमेट के किसी भी दोपहिया वाहन चालक को पेट्रोल नहीं दिया जाए। प्रशासन की यह सख्ती लोगों की सुरक्षा के लिए है। उनकी जान की हिफाजत के लिए है। ऐसे में इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर के आदेश को सभी पेट्रोल पंप संचालकों ने मंगलवार को सख्ती से लागू कराते हुए बिना हेलमेट पहने वाहन चालकों को पेट्रोल देने से इंकार कर दिया।पेट्रोल पंप के संचालाको द्वारा पेट्रोल देने से इंकार किए जाने की वजह से कुछ जगहों पर असमाजिक तत्वों द्वारा पंप के कर्मचारियों से गाली-गलौज करने के साथ ही बद्सलूकी भी की गई। इसकी वजह से सरगुजा पेट्रोलियम डिलर एसोसिएशन ने कलेक्टर व एसपी से मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराया।
हेलमेट अभियान के चलते पेट्रोल की बिक्री घटी, बढ़ा विवाद - (जियाऊल हुसैनी)
धमतरी में हेलमेट की अनिवार्यता का असर पेट्रोल पम्प संचालकों पर स्पष्ट दिखने लगा है। जब से यह आदेश प्रसारित हुआ है, तब से पेट्रोल की बिक्री में करीब 15 फीसदी कमी आ गई है, जिसके कारण संचालक पेशोपेश में पड़ गए हैं।इतना ही नहीं कर्मचारियों के साथ दुव्र्यवहार की घटनाएं भी लगातार बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार मौजूदा स्थिति पर विचार विमर्श करने के लिए मंगलवार को संचालकों की बैठक हुई। उधर, प्रशासन के इस आदेश को न्यायालय में चुनौती देने की तैयारी भी की जा रही है।पिछले चार दिनों से शहर में हेलमेट को लेकर पुलिस ने जो दबाव बनाया है, उसका असर बाइक चालकों के साथ ही पेट्रोल पम्प संचालकों पर भी दिखने लगा है। बिना हेलमेट के पेट्रोल नहीं देने के निर्णय के बाद से कारोबार पर विपरीत असर पडऩे लगा है।एक पेट्रोल संचालक ने बताया कि करीब 15 से 20 फीसदी बिक्री पर असर पड़ा है। विशेषकर गांव के उपभोक्ता अब पेट्रोल पम्प से दूरी बनाने लगे हैं। यदि यही स्थिति रही तो आगे उनके सामने विकट स्थिति पैदा हो सकती है।उल्लेखनीय है कि जिले में कुल 29 पेट्रोल पम्प है, जिनमें शहर के भीतर 4 पेट्रोल पम्प हैं। सभी पेट्रोल पम्पों में हेलमेट की निगरानी के लिए पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है, साथ ही सीसी टीवी लगाकर मानिटरिंग भी की जा रही है।
विवाद की बढ़ी घटनाएं
पेट्रोल पम्प में पुलिस को देखते ही बाइक चालक वापस लौट जाते हैं। इसके अलावा बिना हेलमेटधारी वाहन चालकों के साथ पेट्रोल देने के नाम पर कर्मचारियों से विवाद की घटनाएं भी बढ़ गई है। रत्नाबांधा चौक स्थित एक पेट्रोल पम्प में सोमवार को तो मारपीट की नौबत भी आ गई। पुलिस ने बताया कि बाइक सवार तीन युवक पेट्रोल देने के लिए दबाव बनाने लगे। जब कर्मचारी ने मना किया, तो वे झूमा झटकी पर उतर आए। किसी तरह संचालक के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
पेट्रोल के लिए पम्पों में हेलमेट की अनिवार्यता है। यह आदेश जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रशासन ने जारी किया है। संचालकों को हम पूरी सुरक्षा प्रदान करेंगे। - ट्रैफिक इंचार्ज धमतरी
रात में नहीं देंगे पेट्रोल
उधर, हेलमेट की अनिवार्यता से पेट्रोल की बिक्री में कमी आने तथा कर्मचारियों के साथ दुर्व्यावहार की बढ़ती घटनाओं से उत्पन्न स्थिति को लेकर विचार-विमर्श करने के उद्देश्य से पम्प संचालकों की आपात बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर रात 8 बजे के बाद पेट्रोल पम्प बंद रखने का निर्णय लिया गया है। ऐसी जानकारी मिली है कि प्रशासन के इस तुगलकी फरमान को पेट्रोल पम्प संचालक न्यायालय में चुनौती दे सकते हैं।
यातायात विभाग द्वारा एक दिन में 57 हजार की वसूली -
(रवि अग्रवाल) रायगढ़ में यातायात विभाग ने नियम तोड़कर वाहन चलाने वालों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। इसी सिलसिले में ढिमरापुर क्षेत्र में एक ही दिन विभाग द्वारा अलग-अलग 190 प्रकरणों में 57 हजार रुपए की वसूली की गई है। कार्रवाई उन पर की गई जो तीन सवारी, बिना नंबर के वाहन, मोबाइल में बात करते हुए बाइक चलाना तथा कार में काली फिल्म लगाना आदि शामिल था।शहर में यातायात नियमों को दरकिनार करके वाहन चलाने वालों की लगातार वृद्घि हो रही है। ऐसे में यातायात विभाग द्वारा इसमें कसावट लाने के लिए कार्रवाई की गई। विभाग द्वारा बुधवार को ढिमरापुर क्षेत्र में कार्रवाई की गई, जिनमें शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के चालकों पर कार्रवाई की गाज गिरी।
बाइकर्स गैंग को भूला विभाग
शहर में बाइकर्स गैंग का आतंक लगातार बढ़ रहा है। गैंग के लोग तेजी से वाहन दौड़ाते हुए हार्न बजाकर लोगों को परेशान करने पर तुले होते हैं। वहीं विभाग के आला अधिकारियों की नजर उन पर कम पड़ने से इनका मनोबल बढ़ रहा है।
टारगेट पूरा नहीं करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की जा सकती है। गुरुवार को बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाते 481 लोगों को पकड़ा गया और प्रत्येक से पांच-पांच सौ रुपए का जुर्माना वसूला गया। वहीं जांच अभियान में कुल 622 वाहन चालकों के खिलाफ एमवी एक्ट की कार्रवाई की गई।
पेट्रोल पंपों पर निगाह
बिना हेलमेट दोपहिया चालकों को पेट्रोल नहीं देने के प्रशासनिक आदेश पर निगरानी रखने के लिए पुलिस व प्रशासन ने पेट्रोल पंपों पर निगाह रखना शुरू कर दिया है। ग्राहकों की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए पेट्रोलपंप के कर्मचारियों को बिना हेलमेट वालों को भी पेट्रोल देना पड़ता है।
आए दिन हो रहा वाद विवाद
गुरुवार को सेजबहार, बोरियाखुर्द, पचपेड़ी नाका और तेलीबांधा स्थित पेट्रोल पंप बिना हेलमेट वाले दोपहिया चालकों के साथ सख्ती बरतने की वजह से रोज पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से वाहन चालकों का विवाद भी हो रहा है। नौबत धमकी देने और मारपीट तक आ रही है।
मुख्यमंत्री का आदेश मौखिक, पुलिस कर रही 500 चालानी
हेलमेट लगाए बगैर दोपहिया वाहन चालकों का 500 की बजाए 200 रुपए का चालान करने की मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद गुरुवार को वाहन चालक यातायात पुलिस से उलझते रहे। मुख्यमंत्री ने बुधवार को विधानसभा में घोषणा की थी बगैर हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों पर किए जाने वाले चालान की राशि को 500 से घटाकर 200 रुपए की जाए। इस घोषणा के बाद गुरुवार को यातायात पुलिस द्वारा बगैर हेलमेट पकड़े जाने पर लोग मुख्यमंत्री की घोषणा का हवाला देते रहे। वहीं यातायात पुलिस अभी लिखित आदेश नहीं होने की बात कहती हुई चालाकों का 500 रुपए चालान काटती रही।
विरोध के बाद रोक
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद यातायात पुलिस को कई जगहों पर लोगों का विरोध झेलना पड़ा। ऐसे में दोपहर को शहर के लगभग सभी जगहों से चेकिंग प्वॉइंट हटा दिए गए। आमतौर पर शास्त्री चौक, कालीबाड़ी चौक, डब्ल्यूआरएस क्रासिंग, जीई रोड पर दिखाई देने वाले चेकिंग प्वॉइंट दोपहर बाद बंद कर दिए गए।
उच्चाधिकारियों से की शिकायत
गुरुवार को बिना हेलमेट दोपहिया से विधानसभा चौक के पास यातायात पुलिस कई चालकों को रोककर 500 रुपए का चालान काटने लगी। वाहन चालकों ने एक दिन पहले मुख्यमंत्री की घोषणा का हवाला देते हुए 200 रुपए का चालान काटने कहा। लेकिन पुलिस कर्मी ने 500 का ही चालान काटा। इसके बाद पीड़ितों ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की।
लिखित आदेश नहीं आया - हिरवानी
बिना हेलमेट दोपहिया चलाने वालों से दो सौ रुपए जुर्माना वसूलने के सरकार के आदेश के संबंध में एडिशनल एसपी ट्रैफिक बलराम हिरवानी का कहना है कि चालान की राशि कम करने की अभी केवल घोषणा की गई है, जब तक लिखित में कोई आदेश नहीं मिल जाता, तब तक चालान की राशि पहले की तरह यथावत वसूली जाएगी।
ट्रैफिक एएसपी बलराम हिरवानी ने बताया कि घोषणा की जानकारी है, लेकिन बिना लिखित आदेश हम 200 रुपए का चालान नहीं काट सकते। लिखित आदेश की प्रति मिलने पर चालानी राशि घटा दी जाएगी। हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं पर पंप कर्मचारियों से हो रही बदसलूकी -अंबिकापुर में भी हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं का आदेश जारी होने के बाद अब वाहन चालकों को हेलमेट पहनना जरूरी हो गया है। कलेक्टर के आदेश के बाद मंगलवार को शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप में पेट्रोल देने से इनकार कर दिया गया। इससे कुछ जगहों पर वाहन चालकों द्वारा पंप संचालकों व कर्मचारियों से बद्सलूकी करने के साथ गाली-गलौज करने का भी मामला सामने आया। कलेक्टर ऋतु सैन द्वारा सोमवार को यह आदेश जारी किया गया था कि बिना हेलमेट के किसी भी दोपहिया वाहन चालक को पेट्रोल नहीं दिया जाए। प्रशासन की यह सख्ती लोगों की सुरक्षा के लिए है। उनकी जान की हिफाजत के लिए है। ऐसे में इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर के आदेश को सभी पेट्रोल पंप संचालकों ने मंगलवार को सख्ती से लागू कराते हुए बिना हेलमेट पहने वाहन चालकों को पेट्रोल देने से इंकार कर दिया।पेट्रोल पंप के संचालाको द्वारा पेट्रोल देने से इंकार किए जाने की वजह से कुछ जगहों पर असमाजिक तत्वों द्वारा पंप के कर्मचारियों से गाली-गलौज करने के साथ ही बद्सलूकी भी की गई। इसकी वजह से सरगुजा पेट्रोलियम डिलर एसोसिएशन ने कलेक्टर व एसपी से मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराया।
हेलमेट अभियान के चलते पेट्रोल की बिक्री घटी, बढ़ा विवाद - (जियाऊल हुसैनी)
धमतरी में हेलमेट की अनिवार्यता का असर पेट्रोल पम्प संचालकों पर स्पष्ट दिखने लगा है। जब से यह आदेश प्रसारित हुआ है, तब से पेट्रोल की बिक्री में करीब 15 फीसदी कमी आ गई है, जिसके कारण संचालक पेशोपेश में पड़ गए हैं।इतना ही नहीं कर्मचारियों के साथ दुव्र्यवहार की घटनाएं भी लगातार बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार मौजूदा स्थिति पर विचार विमर्श करने के लिए मंगलवार को संचालकों की बैठक हुई। उधर, प्रशासन के इस आदेश को न्यायालय में चुनौती देने की तैयारी भी की जा रही है।पिछले चार दिनों से शहर में हेलमेट को लेकर पुलिस ने जो दबाव बनाया है, उसका असर बाइक चालकों के साथ ही पेट्रोल पम्प संचालकों पर भी दिखने लगा है। बिना हेलमेट के पेट्रोल नहीं देने के निर्णय के बाद से कारोबार पर विपरीत असर पडऩे लगा है।एक पेट्रोल संचालक ने बताया कि करीब 15 से 20 फीसदी बिक्री पर असर पड़ा है। विशेषकर गांव के उपभोक्ता अब पेट्रोल पम्प से दूरी बनाने लगे हैं। यदि यही स्थिति रही तो आगे उनके सामने विकट स्थिति पैदा हो सकती है।उल्लेखनीय है कि जिले में कुल 29 पेट्रोल पम्प है, जिनमें शहर के भीतर 4 पेट्रोल पम्प हैं। सभी पेट्रोल पम्पों में हेलमेट की निगरानी के लिए पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है, साथ ही सीसी टीवी लगाकर मानिटरिंग भी की जा रही है।
विवाद की बढ़ी घटनाएं
पेट्रोल पम्प में पुलिस को देखते ही बाइक चालक वापस लौट जाते हैं। इसके अलावा बिना हेलमेटधारी वाहन चालकों के साथ पेट्रोल देने के नाम पर कर्मचारियों से विवाद की घटनाएं भी बढ़ गई है। रत्नाबांधा चौक स्थित एक पेट्रोल पम्प में सोमवार को तो मारपीट की नौबत भी आ गई। पुलिस ने बताया कि बाइक सवार तीन युवक पेट्रोल देने के लिए दबाव बनाने लगे। जब कर्मचारी ने मना किया, तो वे झूमा झटकी पर उतर आए। किसी तरह संचालक के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
पेट्रोल के लिए पम्पों में हेलमेट की अनिवार्यता है। यह आदेश जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रशासन ने जारी किया है। संचालकों को हम पूरी सुरक्षा प्रदान करेंगे। - ट्रैफिक इंचार्ज धमतरी
रात में नहीं देंगे पेट्रोल
उधर, हेलमेट की अनिवार्यता से पेट्रोल की बिक्री में कमी आने तथा कर्मचारियों के साथ दुर्व्यावहार की बढ़ती घटनाओं से उत्पन्न स्थिति को लेकर विचार-विमर्श करने के उद्देश्य से पम्प संचालकों की आपात बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर रात 8 बजे के बाद पेट्रोल पम्प बंद रखने का निर्णय लिया गया है। ऐसी जानकारी मिली है कि प्रशासन के इस तुगलकी फरमान को पेट्रोल पम्प संचालक न्यायालय में चुनौती दे सकते हैं।
यातायात विभाग द्वारा एक दिन में 57 हजार की वसूली -
(रवि अग्रवाल) रायगढ़ में यातायात विभाग ने नियम तोड़कर वाहन चलाने वालों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। इसी सिलसिले में ढिमरापुर क्षेत्र में एक ही दिन विभाग द्वारा अलग-अलग 190 प्रकरणों में 57 हजार रुपए की वसूली की गई है। कार्रवाई उन पर की गई जो तीन सवारी, बिना नंबर के वाहन, मोबाइल में बात करते हुए बाइक चलाना तथा कार में काली फिल्म लगाना आदि शामिल था।शहर में यातायात नियमों को दरकिनार करके वाहन चलाने वालों की लगातार वृद्घि हो रही है। ऐसे में यातायात विभाग द्वारा इसमें कसावट लाने के लिए कार्रवाई की गई। विभाग द्वारा बुधवार को ढिमरापुर क्षेत्र में कार्रवाई की गई, जिनमें शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के चालकों पर कार्रवाई की गाज गिरी।
बाइकर्स गैंग को भूला विभाग
शहर में बाइकर्स गैंग का आतंक लगातार बढ़ रहा है। गैंग के लोग तेजी से वाहन दौड़ाते हुए हार्न बजाकर लोगों को परेशान करने पर तुले होते हैं। वहीं विभाग के आला अधिकारियों की नजर उन पर कम पड़ने से इनका मनोबल बढ़ रहा है।