मसूद मामला - चीनी कंपनियों पर सुरक्षा प्रतिबंध लगाने से भारत को नुकसान
बीजिंग 06 अप्रैल 2016 (IMNB). चीनी कंपनियों पर सुरक्षा प्रतिबंध
कड़े करने के संबंध में भारत के विचार करने संबंधी खबरों के बीच, चीन के
आधिकारिक मीडिया ने बुधवार को कहा कि इस तरह के कदम से भारत को अधिक नुकसान
होगा। सरकार संचालित ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख में कहा गया, यदि
भारत चीनी कंपनियों पर सुरक्षा प्रतिबंध कड़े करता है, यदि वह चीनी कंपनियों
को दी गई सुरक्षा मंजूरी को खत्म करता है तो इससे भारत को अधिक नुकसान
होगा।
यह लेख भारत में आधिकारिक सूत्रों द्वारा यह कहे जाने के बाद आया
है कि पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र
में मसूद अजहर पर बैन लगाने के भारत के प्रयासों में चीन द्वारा रोड़ा लगाए
जाने के बाद सुरक्षा प्रतिष्ठान का मत है कि चीनी कंपनियों को दी गई
सुरक्षा मंजूरी की समीक्षा की जानी चाहिए। शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज
में इंस्टिटयूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस से जुड़े शोध सदस्य हू झियोंग ने कहा,
चीनी कंपनियां संभावित सुरक्षा मंजूरी समीक्षा के चलते भारत में अपनी
विस्तार योजनाओं के बारे में दो बार सोच सकती हैं। इस तरह, भारत का विकास,
जो इसके आधारभूत ढांचे में सुधार के लिए चीन पर निर्भर है, बाधित होगा।