महिला का घर पर प्रसव कराने वालों के विरूद्ध होगी सख्त कार्यवाही - डीएम (शाहजहाँपुर)
शाहजहाँपुर 25 अप्रैल 2016(ब्यूरो कार्यालय). डीएम विजय किरन आनन्द की अध्यक्षता में जिला स्तर पर गठित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आज विकास भवन सभागार में आयोजित हुई। उक्त बैठक में डीएम ने सभी एम0ओ0आई0सी0 को निर्देश दिये कि प्रधानों के साथ एक बैठक अवश्य करें। प्रधानों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही सुविधायें के विषय में अवगत करायें। और महिलाओं को संस्थागत प्रसव कराने के सुझाव दें।
उन्होंने एम0ओ0आई0सी0 को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर साफ-सफाई की बहुत जरूरी हैं। साफ-सफाई के साथ-साथ शौचालय, पानी, बिजली आदि सुविधायें केन्द्रों पर होना चाहिए। बैड पर रोज धुली हुई चादर होनी चाहिए। सभी डाक्टर अपनी युनीफार्म पहनकर डियूटी पर उपस्थित रहें। और मरीजों को सही ढंग से इलाज करते हुए उन पर पूरा ध्यान दें। मरीजों के प्रति व्यवहार अच्छा बनायेंगे तभी ओ0पी0डी0/आई0पी0डी0 का प्रतिशत बढ़ेगा। यदि अगले माह में ओ0पी0डी0/आई0पी0डी0 में प्रतिशत नहीं बढ़ा तो ओ0एम0आई0सी0 व डाॅक्टर के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर व चिकित्सा केन्द्र पर दवाई की कोई कमी नहीं है। डाॅक्टर अपने अन्दर सुधार लायें एवं अपनी छवि बनायें। उन्होंने कहा कि सभी ओ0एम0आई0सी0/डाॅक्टर वाॅटसआप गु्रप बनाकर कल तक दें।
उक्त बैठक में उन्होंने कहा कि बहुत सी शिकायतें मिल रही है। प्रसव संस्थागत नहीं हो रही है। इस पर डीएम ने सभी ओ0एम0आई0सी0 को निर्देश दिये कि अपने-अपने स्वास्थ्य केन्द्रों को चेक करें। और आस पास के गांव में स्वयं जाकर जो गांव में प्रतिभाशाली दायी है उसके विषय में जानकारी लें। उससे कहे कि किसी महिला का प्रसव घर पर न कराये। अन्यथा उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि जिस गांव में आशा नियुक्त है और उसके द्वारा प्रसव संस्थागत नहीं कराये जा रहे हैं, उनकी सेवा समाप्त की जाये। ऐसी कुल 272 आशा हैं उनको हटाया जायेगा। उन्होंने कहा कि बी0एच0एम0डी0 के दिन सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी एवं डाॅक्टर गोष्ठी का आयोजन करें। उक्त अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पुलकित खरे, मुख्य चिकित्साधिकारी कमल कुमार, प्रभारी चिकित्साधिकारी और डाॅक्टर आदि उपस्थित रहे।
उन्होंने एम0ओ0आई0सी0 को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर साफ-सफाई की बहुत जरूरी हैं। साफ-सफाई के साथ-साथ शौचालय, पानी, बिजली आदि सुविधायें केन्द्रों पर होना चाहिए। बैड पर रोज धुली हुई चादर होनी चाहिए। सभी डाक्टर अपनी युनीफार्म पहनकर डियूटी पर उपस्थित रहें। और मरीजों को सही ढंग से इलाज करते हुए उन पर पूरा ध्यान दें। मरीजों के प्रति व्यवहार अच्छा बनायेंगे तभी ओ0पी0डी0/आई0पी0डी0 का प्रतिशत बढ़ेगा। यदि अगले माह में ओ0पी0डी0/आई0पी0डी0 में प्रतिशत नहीं बढ़ा तो ओ0एम0आई0सी0 व डाॅक्टर के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर व चिकित्सा केन्द्र पर दवाई की कोई कमी नहीं है। डाॅक्टर अपने अन्दर सुधार लायें एवं अपनी छवि बनायें। उन्होंने कहा कि सभी ओ0एम0आई0सी0/डाॅक्टर वाॅटसआप गु्रप बनाकर कल तक दें।
उक्त बैठक में उन्होंने कहा कि बहुत सी शिकायतें मिल रही है। प्रसव संस्थागत नहीं हो रही है। इस पर डीएम ने सभी ओ0एम0आई0सी0 को निर्देश दिये कि अपने-अपने स्वास्थ्य केन्द्रों को चेक करें। और आस पास के गांव में स्वयं जाकर जो गांव में प्रतिभाशाली दायी है उसके विषय में जानकारी लें। उससे कहे कि किसी महिला का प्रसव घर पर न कराये। अन्यथा उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि जिस गांव में आशा नियुक्त है और उसके द्वारा प्रसव संस्थागत नहीं कराये जा रहे हैं, उनकी सेवा समाप्त की जाये। ऐसी कुल 272 आशा हैं उनको हटाया जायेगा। उन्होंने कहा कि बी0एच0एम0डी0 के दिन सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी एवं डाॅक्टर गोष्ठी का आयोजन करें। उक्त अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पुलकित खरे, मुख्य चिकित्साधिकारी कमल कुमार, प्रभारी चिकित्साधिकारी और डाॅक्टर आदि उपस्थित रहे।