भिलाई में दस-पंद्रह वर्षों से निवासरत हैं 34 विदेशी नागरिक, खुलासे से खलबली
छत्तीसगढ़ 31 मई 2016 (जावेद अख्तर). छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में अब तक 200 पाकिस्तानियों सहित विदेशों के काफी नागरिकों के रहने की बातें पहले ही सामने आ चुकीं हैं। इसी कड़ी में नया खुलासा हुआ है कि जिला दुर्ग के भिलाई में भी लगभग 10-15 सालों से 34 विदेशी नागरिक निवासरत हैं। कुछेक ने तो बकायदा यहां पर विवाह करके अपना घर तक बसा लिया है।
अवैध रूप से विदेशी नागरिकों के आधार कार्ड बनाए जाने की शिकायत पर इस मामले की असलियत सामने आ सकी है। विदेशी नागरिकों के समाचारों के प्रसारण के बाद प्रशासन हरकत में आया और इस मामले की जांच शुरू कर दी है। नगर निगम दुर्ग के बाद भिलाई में भी विदेशी नागरिकों के मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। जिला दुर्ग पुलिस की खोजी टीम तथा कार्यप्रणाली पर भी अब सवाल उठाएं जा रहें हैं। हालांकि प्रशासन के किसी भी वरिष्ठ व जिम्मेदार अधिकारी ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इंकार करते हुए खामोशी इख़्तियार कर ली है।
जहां भिलाई अपने 'भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी)' के लिए विश्व विख्यात है तो वहीं भिलाई में ही 34 विदेशी नागरिकों की जानकारी सामने आई है। जिसमें सर्वाधिक 15 पाकिस्तानी, 7 यूक्रेन, 4 रशिया, 2 चाइना, 2 यूएसए तथा अफगान, आस्ट्रेलिया, जर्मन और कनाडा के एक-एक नागरिक शामिल हैं। यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है इसलिए ऐसे मामलों पर पुलिस प्रशासन को भी ध्यान रखने की आवश्यकता है। कई बार ऐसी छोटी लापरवाही के चलते देश व आवाम को खामियाजा भुगतना पड़ जाता है। हालांकि अगर इन सभी की स्पष्ट पहचान हो सके तथा शासन प्रशासन पूरी तरह संतुष्ट हो कि कोई आपराधिक रिकार्ड या भगोड़े न हों तो इनको नागरिकता प्रदान करने पर भी विचार किया जाना चाहिए।
विदेशी नागरिकों द्वारा गैर कानूनी तरीके से आधार कार्ड, शासकीय दस्तावेज बनवाकर रहने के मामले को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए दुर्ग निवासी ज्वाला प्रसाद ने शिकायत कर जांच की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने विदेशी नागरिकों द्वारा बनाए गए दस्तावेजों के साथ-साथ उनकी अचल संपत्ति की भी जांच कराए जाने की मांग की है। शिकायत पर जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। भिलाई नगर निगम के चार्ज जनगणना अधिकारी एवं नोडल अधिकारी द्वारा इस संबंध में 2 मई को संयुक्त कलेक्टर दुर्ग के समक्ष प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है, जिसमें कहा गया है कि दूसरे चरण में यूआईडीएआई द्वारा आधार पंजीयन के दौरान नागरिकों से मतदाता परिचय पत्र एवं पते का प्रमाणपत्र संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने पर आधार कार्ड तैयार करने की कार्रवाई की जा रही है।
इस दौरान किसी विदेशी नागरिक का आधार तैयार हुआ हो तो इसकी जानकारी शासन द्वारा अधिकृत एजेन्सी ब्लूम सॉलूशन प्रा.लि. हैदराबाद की कंपनी से अधिकृत जानकारी प्राप्त कर उसे तत्काल निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में नगर निगम भिलाई द्वारा संबंधित कंपनी को सूची सहित आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र प्रेषित किया गया है। मामले में संयुक्त कलेक्टर दुर्ग ने 4 मई को पुलिस अधीक्षक दुर्ग, खाद्य नियंत्रक दुर्ग सहित सभी बैंक प्रबंधक को जांच के संबंध में पत्र लिखा है।
भिलाई इसलिए है संवेदनशील-
भिलाई में एशिया का सबसे बड़ा प्लांट भिलाई इस्पात संयंत्र है। संयंत्र की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भिलाई को संवेदनशील स्थान माना गया है। भिलाई का क्षेत्रफल भी काफी बड़ा है। क्षेत्र में नक्सलियों की आमदरफ्त भी रही है और पूर्व के वर्षों में पुलिस ने कुछ मामलों का खुलासा भी किया था। राजधानी रायपुर के निकट होने के कारण यहां लोगों की आवाजाही भी अधिक है।
पुलिस को रखना चाहिए रिकॉर्ड-
अधिवक्ता क्रांति शर्मा, रायपुर का कहना है कि बाहर से आने वाले विदेशी नागरिकों का रिकॉर्ड संबंधित क्षेत्र के थाने में रहना चाहिए, मगर थानों में विजिटर पंजीका तक नहीं है। रिकार्ड तो बहुत दूर की बात है। इस मामले में कहीं न कहीं लापरवाही बरती जा रही है।
- नियमानुसार, विदेशी नागरिक सीमा में प्रवेश करते ही पुलिस को उसके संबंध में तमाम जानकारी रखनी है।
- इसके लिए पुलिस को विजिटर रजिस्टर भी बनाना है।
- विदेशी नागरिकों के वीजा संबंधी सभी जानकारी रखनी है।
- विदेशी नागरिक के एक वर्ष पूर्ण होने पर कलेक्टर व उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के पास सूचना भेजा जाना है।
- विदेशी दूतावास में भी प्रत्येक वर्ष सूचना देना है।
- सुरक्षा के लिहाज से पुलिस थाने में किराएदारों के नामों की सूची भी होनी चाहिए।
अवैध रूप से विदेशी नागरिकों के आधार कार्ड बनाए जाने की शिकायत पर इस मामले की असलियत सामने आ सकी है। विदेशी नागरिकों के समाचारों के प्रसारण के बाद प्रशासन हरकत में आया और इस मामले की जांच शुरू कर दी है। नगर निगम दुर्ग के बाद भिलाई में भी विदेशी नागरिकों के मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। जिला दुर्ग पुलिस की खोजी टीम तथा कार्यप्रणाली पर भी अब सवाल उठाएं जा रहें हैं। हालांकि प्रशासन के किसी भी वरिष्ठ व जिम्मेदार अधिकारी ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इंकार करते हुए खामोशी इख़्तियार कर ली है।
जहां भिलाई अपने 'भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी)' के लिए विश्व विख्यात है तो वहीं भिलाई में ही 34 विदेशी नागरिकों की जानकारी सामने आई है। जिसमें सर्वाधिक 15 पाकिस्तानी, 7 यूक्रेन, 4 रशिया, 2 चाइना, 2 यूएसए तथा अफगान, आस्ट्रेलिया, जर्मन और कनाडा के एक-एक नागरिक शामिल हैं। यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है इसलिए ऐसे मामलों पर पुलिस प्रशासन को भी ध्यान रखने की आवश्यकता है। कई बार ऐसी छोटी लापरवाही के चलते देश व आवाम को खामियाजा भुगतना पड़ जाता है। हालांकि अगर इन सभी की स्पष्ट पहचान हो सके तथा शासन प्रशासन पूरी तरह संतुष्ट हो कि कोई आपराधिक रिकार्ड या भगोड़े न हों तो इनको नागरिकता प्रदान करने पर भी विचार किया जाना चाहिए।
विदेशी नागरिकों द्वारा गैर कानूनी तरीके से आधार कार्ड, शासकीय दस्तावेज बनवाकर रहने के मामले को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए दुर्ग निवासी ज्वाला प्रसाद ने शिकायत कर जांच की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने विदेशी नागरिकों द्वारा बनाए गए दस्तावेजों के साथ-साथ उनकी अचल संपत्ति की भी जांच कराए जाने की मांग की है। शिकायत पर जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। भिलाई नगर निगम के चार्ज जनगणना अधिकारी एवं नोडल अधिकारी द्वारा इस संबंध में 2 मई को संयुक्त कलेक्टर दुर्ग के समक्ष प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है, जिसमें कहा गया है कि दूसरे चरण में यूआईडीएआई द्वारा आधार पंजीयन के दौरान नागरिकों से मतदाता परिचय पत्र एवं पते का प्रमाणपत्र संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने पर आधार कार्ड तैयार करने की कार्रवाई की जा रही है।
इस दौरान किसी विदेशी नागरिक का आधार तैयार हुआ हो तो इसकी जानकारी शासन द्वारा अधिकृत एजेन्सी ब्लूम सॉलूशन प्रा.लि. हैदराबाद की कंपनी से अधिकृत जानकारी प्राप्त कर उसे तत्काल निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में नगर निगम भिलाई द्वारा संबंधित कंपनी को सूची सहित आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र प्रेषित किया गया है। मामले में संयुक्त कलेक्टर दुर्ग ने 4 मई को पुलिस अधीक्षक दुर्ग, खाद्य नियंत्रक दुर्ग सहित सभी बैंक प्रबंधक को जांच के संबंध में पत्र लिखा है।
भिलाई इसलिए है संवेदनशील-
भिलाई में एशिया का सबसे बड़ा प्लांट भिलाई इस्पात संयंत्र है। संयंत्र की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भिलाई को संवेदनशील स्थान माना गया है। भिलाई का क्षेत्रफल भी काफी बड़ा है। क्षेत्र में नक्सलियों की आमदरफ्त भी रही है और पूर्व के वर्षों में पुलिस ने कुछ मामलों का खुलासा भी किया था। राजधानी रायपुर के निकट होने के कारण यहां लोगों की आवाजाही भी अधिक है।
पुलिस को रखना चाहिए रिकॉर्ड-
अधिवक्ता क्रांति शर्मा, रायपुर का कहना है कि बाहर से आने वाले विदेशी नागरिकों का रिकॉर्ड संबंधित क्षेत्र के थाने में रहना चाहिए, मगर थानों में विजिटर पंजीका तक नहीं है। रिकार्ड तो बहुत दूर की बात है। इस मामले में कहीं न कहीं लापरवाही बरती जा रही है।
- नियमानुसार, विदेशी नागरिक सीमा में प्रवेश करते ही पुलिस को उसके संबंध में तमाम जानकारी रखनी है।
- इसके लिए पुलिस को विजिटर रजिस्टर भी बनाना है।
- विदेशी नागरिकों के वीजा संबंधी सभी जानकारी रखनी है।
- विदेशी नागरिक के एक वर्ष पूर्ण होने पर कलेक्टर व उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के पास सूचना भेजा जाना है।
- विदेशी दूतावास में भी प्रत्येक वर्ष सूचना देना है।
- सुरक्षा के लिहाज से पुलिस थाने में किराएदारों के नामों की सूची भी होनी चाहिए।
भिलाई निगम में निवासरत विदेशी नागरिक -
1. श्रीमती अन्नाा मोनिया नाथ - वार्ड 70 शहीद कौशल नगर - रशियन
2. श्रीमती लन्नाा चतुर्वेदी - वार्ड 1 जुनवानी भिलाई - यूक्रेन
3. एमए शेंग हुआ - वार्ड 26 हाऊसिंग बोर्ड भिलाई - चाइना
4. श्रीमती बाईक्यून फंग - वार्ड 26 हाऊसिंग बोर्ड भिलाई - चाइना
5. योगेन्द्र छिब्बर - वार्ड 2 स्मृति नगर - अफगान
6. मोहनलाल - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
7. बन्टी बाई - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
8. श्रीमती माइसा - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
9. अनिल कुमार - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
10. पवन कुमार - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
11. अतम कुमार वार्ड - 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
12. श्रीमती भागवानी बाई - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
13. मोहनलाल - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
14. रोहित कुमार - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
15. श्रीमती कांति बाई - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
16. प्रांचल - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
17. प्रेरना - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
18. साक्षी - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
19. सपना - वार्ड 12 वैशाली नगर - पाकिस्तानी
20. श्रीमती नूरीन मेंहदी - वार्ड 70 कौशल नगर - पाकिस्तानी
21. श्रीमती लूदमिया मजूमदार - वार्ड 69 कौशल नगर - रशियन
22. लियोडामलिया मुखर्जी - वार्ड 64 सेक्टर 10 - यूक्रेन
23. प्रभजोत ढालीवाल - वार्ड-2 स्मृति नगर - यूएसए
24. मनराज ढालीवाल - वार्ड-2 स्मृति नगर - यूएसए
25. अहमद अशफाक - वार्ड-4 राधिका नगर - कनाडा
26. एरविन फ्लकन - वार्ड-3 कोसानगर - आस्ट्रेलिया
27. कजबेक अगेव वार्ड-1 जुनवानी - रशियन फेडरेशन
28. अस्ति अगेव - वार्ड-1 जुनवानी - रशियन फेडरेशन
29. विताली ल्यूपोन्स - वार्ड-1 जुनवानी - यूक्रेन
30. ओडफ्रेड मैथिस - वार्ड-6 सुपेला बाजार - जर्मनी
31.कोस्टयान्टा बायलिक - वार्ड-1 जुनवानी - यूक्रेन
32. अम्ब्रोसोव डीमायत्रो - वार्ड-1 जुनवानी - यूक्रेन
33. डेवीडोव सेरही - वार्ड-1 जुनवानी - यूक्रेन
34. यारस्को वोलेक सान्डेर - वार्ड-1 जुनवानी - यूक्रेन
विदेशी नागरिकों के संबंध में जानकारी मंगाई गई है। भिलाई में कितने विदेशी नागरिकों का आधार कार्ड बनाया गया है इसकी सूची अभी तक प्राप्त नहीं है परंतु सूची मिलते ही प्रक्रिया आगे बढ़ा दी जाएगी - ए.के. बाजपेयी, संयुक्त कलेक्टर दुर्ग