ट्रांसपोर्टरों ने बैठक कर न्यू ट्रांसपोर्ट नगर स्थानान्तरण पर विरोध जताया
कानपुर 16 जून 2016 (मोहित गुप्ता). उच्च न्यायालय के आदेशानुसार कानपुर शहर के बीचों बीच बसे ट्रांसपोर्ट नगर का स्थानान्तरण बाईपास हाईवे से जुडी हुयी जगह पर होना है जो कि शहर से बाहर है। इस जगह को न्यू ट्रांसपोर्ट नगर नाम से बसाया जाना है, पर यहां कोई भी टी.पी मालिक जाने को तैयार नहीं है। टी.पी मालिकाें का आरोप है कि वहॉ ट्रांसपोर्ट नगर बनाने लायक कुछ भी नहीं है।
जानकारी के अनुसार तीन अलग अलग जगहों पर ट्रांसपोर्ट की जगह दी गयी है जो कि बिल्कुल उचित नहीं है। वहां न ट्रक खडे करने की जगह है न कोई अन्य सुविधा। उक्त समस्या पर विचार करने के लिये ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष गुलशन कुमार, उपाध्यक्ष गुलशन छाबडा एवं महामंत्री सतीश कुमार के संरक्षण में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान सभी ट्रांसपोर्टरों व पदाधिकारीयों के बीच वार्ता में टी.पी मालिकों ने रोष व्यक्त किया की न्यू ट्रांसपोर्ट नगर अवैध व फर्जी तरीके से केडीए द्वारा बसाया गया है।
वहां ट्रासंपोर्ट के गोदाम लायक न ही भुखण्ड बनाये गये हैं ना ही भारी वाहनों के लायक मजबूत व चैडी सडकें हैं। सभी दैनिक जरूरत की सुख सुविधा जैसे बैंक, अग्निशमन, ढाबा, गाडी मिस्त्री, पंचर, एयर पोर्ट व आवागमन के लिये छोटे वाहन भी नहीं चलते हैं। जिससे हमें बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पडेगा। वहीं तीन अलग अलग जगहों पर गोदामों की जगह बनायी गयी है जिससे पेट्रोलिंग व समय दोनों बर्बाद होगा, वहीं बगल में बसे एटुजेड के कूडे के ढेर से सांस लेना भी दूभर होता है। सभी टी.पी मालिकों ने उच्च न्यायलय से अपील की है कि सारी सुख सुविधा मुहैया करा कर ही हमें स्थानान्तरण करने का विचार करें।