कानपुर - पनकी में फैक्ट्री कर्मी की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत
कानपुर 23 अगस्त 2016 (महेश प्रताप सिंह). पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में आज संदिग्ध परिस्थितियों में एक फैक्ट्री कर्मी की मौत हो गयी। उसके परिजनों ने फैक्ट्री मालिक पर गंभीर आरोप लगाये हैं, परिजनों का कहना है कि अगर उनके लडके को समय से इलाज मिल जाता तो उसकी मौत न होती। सूत्रों के अनुसार उसका ईलाज कराने के बजाये उसे फैक्ट्री से बाहर निकाल दिया गया था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में संजय अग्रवाल की आयल फैक्ट्री है। जिसमें रूपेंद्र कुमार सागर उम्र 26 साल पुत्र सुन्दरलाल सागर निवासी गुजैनी रविदास पुरवा काम करता था। आज रूपेंद्र जब फैक्ट्री में काम करने आया था तब काम करते समय उसके पेट में अचानक गंभीर रूप से दर्द शुरू हो गया। उसने फैक्ट्री के सुपरवाइजर को बताया किन्तु सुपरवाइजर ने डांटकर फैक्ट्री के बाहर निकाल दिया। रूपेंद्र फैक्ट्री के बाहर जैसे ही आया उसके पेट में असहनीय दर्द हुआ और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी।
परिजनों का आरोप है कि अगर उसको समय से इलाज मिल जाता तो उसकी मौत न होती। रूपेंद्र की तीन महीने बाद शादी होनी थी। रूपेंद्र की मौत की खबर सुनकर सारे फैक्ट्री के कर्मी और मृतक के परिजनों के साथ मिल कर क्षेत्रीय लोगों ने फैक्ट्री का घेराव किया, शव को फैक्ट्री के गेट पर रखकर हंगामा किया और फैक्ट्री में तोड़फोड़ व पथराव करने की कोशिश की। मौके पर पहुंची पनकी पुलिस के साथ कई थानों की फ़ोर्स ने मिल कर भीड़ व परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया तथा शव को पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। लेकिन फैक्ट्री मालिक संजय अग्रवाल इस बीच पीड़ित परिवार से मिलने मौके पर नहीं आये जिससे लोगों में बेहद आक्रोश व्याप्त है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में संजय अग्रवाल की आयल फैक्ट्री है। जिसमें रूपेंद्र कुमार सागर उम्र 26 साल पुत्र सुन्दरलाल सागर निवासी गुजैनी रविदास पुरवा काम करता था। आज रूपेंद्र जब फैक्ट्री में काम करने आया था तब काम करते समय उसके पेट में अचानक गंभीर रूप से दर्द शुरू हो गया। उसने फैक्ट्री के सुपरवाइजर को बताया किन्तु सुपरवाइजर ने डांटकर फैक्ट्री के बाहर निकाल दिया। रूपेंद्र फैक्ट्री के बाहर जैसे ही आया उसके पेट में असहनीय दर्द हुआ और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी।
परिजनों का आरोप है कि अगर उसको समय से इलाज मिल जाता तो उसकी मौत न होती। रूपेंद्र की तीन महीने बाद शादी होनी थी। रूपेंद्र की मौत की खबर सुनकर सारे फैक्ट्री के कर्मी और मृतक के परिजनों के साथ मिल कर क्षेत्रीय लोगों ने फैक्ट्री का घेराव किया, शव को फैक्ट्री के गेट पर रखकर हंगामा किया और फैक्ट्री में तोड़फोड़ व पथराव करने की कोशिश की। मौके पर पहुंची पनकी पुलिस के साथ कई थानों की फ़ोर्स ने मिल कर भीड़ व परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया तथा शव को पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। लेकिन फैक्ट्री मालिक संजय अग्रवाल इस बीच पीड़ित परिवार से मिलने मौके पर नहीं आये जिससे लोगों में बेहद आक्रोश व्याप्त है।