अपात्रों से खाद्यान्न की रिकवरी के आदेश से कोटेदार परेशान
अल्हागंज 22 अगस्त 2016. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत अपात्रों के द्वारा सस्ते दरों पर हडपे गऐ खाद्यान्न की वसूली के लिऐ डीएम के द्वारा आदेश जारी होने से कोटेदार तथा अपात्र उपभोक्ता काफी परेशान हैं।
नगर में ग्यारह सौ अपात्र लोगों के लिये सस्ती दरों की खाद्यान्न की पर्चियां चार कोटेदारों द्वारा बंटवाई गई थी। अब इस गड़बड़ घोटाले के जिम्मेदारों को चिन्हित किया जा रहा है।
नगर में ग्यारह सौ अपात्र लोगों के लिये सस्ती दरों की खाद्यान्न की पर्चियां चार कोटेदारों द्वारा बंटवाई गई थी। अब इस गड़बड़ घोटाले के जिम्मेदारों को चिन्हित किया जा रहा है।
इस प्रक्रिया में नगर पंचायत की कोई भूमिका नहीं थी, कोटेदारों ने अपने खास उन लोगों की भी पर्चियां बनवाई थीं जिनके पास चार पहिया वाहन, शस्त्र लाईसेंस, दो तीन मंजिला मकान, कई एकड़ खेत तथा कालेज आदि सभी सुख सुविधायें पहले से हैं। ये सभी अपात्र पर्ची धारक चार माह तक सस्ती दरों का खाद्यान्न कोटेदारों से लेते रहे। इस पूरे प्रकरण में कोटेदारों तथा क्षेत्रीय पूर्ति कार्यालय का घाल मेल रहा है।
लोगों का कहना है कि खाद्यान्न के गड़बड़ घोटाले के लिऐ कोटेदार तथा क्षेत्रीय पूर्ति कार्यालय ही जिम्मेदार है। इनसे ही खाद्यान्न के वर्तमान बाजार मूल्य के आधार पर रिकवरी की जानी चाहिए। डीएम के द्वारा अपात्र परिवारों से खाद्यान्न की रिकवरी कराने के लिऐ नोटिस जारी होने की खबर से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। रिकवरी तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 की कार्यवाई से बचने के लिऐ अपात्रों ने भाग दौड करना शुरु कर दिया है। दूसरी तरफ एसडीएम लाल बहादुर का कहना है कि डीएम द्वारा जारी आदेश के तहत खाद्यान्न की बाजार के रेट पर वसूली के लिए कार्यवाही शुरु कर दी गयी है। इसके साथ ही इस गड़बड़ घोटाले के जिम्मेदारों को चिन्हित किया जायेगा।