शाहजहाँपुर - डाकघर और स्कूल में फहराहे गये प्लास्टिक के झंडे
शाहजहाँपुर 16 अगस्त 2016 (ब्यूरो रिपोर्ट). पालीथीन का इस्तेमाल पशुओं, इन्सान और पर्यावरण के लिऐ नुकसानदायक साबित हो रहा है। सरकार के द्वारा जन जन में जागृति के लिऐ अभियान भी चलाया जा रहा है लेकिन लोग हैं कि सुधरते ही नहीं। यहाँ तक की देश तथा समाज के जिम्मेदार लोग अब प्लास्टिक (पन्नी ) के झंडे सरकारी भवनों पर फहराने लगे हैं।
जानकारी के अनुसार ऐसे दो मामले प्रकाश में आऐ हैं। पहला मामला है अल्हागंज के उप डाकघर का वहाँ के सब पोस्ट मास्टर पन्द्रह अगस्त को जल्दीबाजी के चक्कर में प्लास्टिक (पन्नी ) का राष्ट्रीय ध्वज भवन कीे एक खिड़की में लगा के चले गऐ। जब आसपास के लोगों ने इस तरफ गौर किया तो सब पोस्टमास्टर की अज्ञानता की काफ़ी खिल्ली उडाई और झण्डे को सम्मानपूर्वक स्थान दिया गया।
दूसरा मामला शाहजहाँपुर जिले के थाना खुटार के गांव सिल्हुआ का है जहाँ प्रधान की जगह उनके पति ने राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा फहरा दिया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिल्हुआ में स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर ध्वजा रोहण के समय ग्राम प्रधान विद्यालय नहीँ पहुँची। और प्रधानपति ने विद्यालय पहुँच कर ध्वज को उल्टा फहरा कर मिठाई बाँट दी। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि विद्यालय के अध्यापकों ने भी झंडे को सीधा कराना उचित न समझा। ऐसे अध्यापक देश के भविष्य को क्या शिक्षा देते होंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ध्वज को एक घण्टे बाद उतरवा कर रखवा दिया गया।
जानकारी के अनुसार ऐसे दो मामले प्रकाश में आऐ हैं। पहला मामला है अल्हागंज के उप डाकघर का वहाँ के सब पोस्ट मास्टर पन्द्रह अगस्त को जल्दीबाजी के चक्कर में प्लास्टिक (पन्नी ) का राष्ट्रीय ध्वज भवन कीे एक खिड़की में लगा के चले गऐ। जब आसपास के लोगों ने इस तरफ गौर किया तो सब पोस्टमास्टर की अज्ञानता की काफ़ी खिल्ली उडाई और झण्डे को सम्मानपूर्वक स्थान दिया गया।
दूसरा मामला शाहजहाँपुर जिले के थाना खुटार के गांव सिल्हुआ का है जहाँ प्रधान की जगह उनके पति ने राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा फहरा दिया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिल्हुआ में स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर ध्वजा रोहण के समय ग्राम प्रधान विद्यालय नहीँ पहुँची। और प्रधानपति ने विद्यालय पहुँच कर ध्वज को उल्टा फहरा कर मिठाई बाँट दी। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि विद्यालय के अध्यापकों ने भी झंडे को सीधा कराना उचित न समझा। ऐसे अध्यापक देश के भविष्य को क्या शिक्षा देते होंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ध्वज को एक घण्टे बाद उतरवा कर रखवा दिया गया।