सत्तापक्ष के विधायक ने अधिकारी को पीटा, उच्च अधिकारियों के दखल से मामला रफा-दफा
रायपुर 08 अगस्त 2016 (छत्तीसगढ़ ब्यूरो). सत्तापक्ष से जुड़े एक विधायक द्वारा लोनिवि के एक उच्च अधिकारी की पिटाई का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि विधायक ने अपने क्षेत्र के एक अधिकारी का तबादला करने की सिफारिश की थी। तबादला सूची में अधिकारी का नाम नहीं आने पर विधायक सीधे उच्च अधिकारी के घर पहुंचे। जहां बातचीत के दौरान दोनों के बीच कहासुनी हुई। जिस पर विधायक ने अधिकारी को कई तमाचे जड़ दिए।
यह मामला थाने पहुंचता इसके पूर्व ही विभाग के एक प्रमुख अधिकारी के हस्तक्षेप पर मामला शांत हुआ। इस प्रकरण को लेकर मध्यस्थता करने वाले विभाग के प्रमुख अधिकारी को ही उच्च पदस्थ लोगों ने जमकर फटकार लगाई है, मामले की गूंज सीएम हाउस तक पहुंची थी। जानकारी के अनुसार बिलासपुर संभाग से चुनकर आए सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधि ने पीडब्ल्यूडी के स्थानीय अधिकारी का तबादला करने अधिकारी से कहा था। विभाग में होने वाले तबादले में इस अधिकारी की अनुशंसा काफी महत्वपूर्ण रहती है।
सूत्रों की माने तो घटना के बाद सिविल लाइन थाने में पिटाई मामले की रिपोर्ट लिखाने अधिकारी रवाना हो गए थे। इसकी खबर लगते ही उनके उच्च अधिकारी पहुंच गए। उन्हें समझाकर वापस लाया गया। जिस अधिकारी की पिटाई हुई थी। वह भी सीएम हाउस का करीबी बताया जाता है। इधर विधायक ने भी अपने संपर्कों का इस्तेमाल करते हुए कई सत्ता प्रमुखों को जानकारी दी ताकि मामला थाने तक नहीं पहुंच पाए। हालांकि पिटाई में जिस अधिकारी का नाम सामने आया है। उन्होंने घटना के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की है, उनका कहना है कि किसी ने गलत खबर दी है। इस घटना को लेकर दिन भर चर्चा का दौर जारी रहा। उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सरकार की बदनामी को देखते हुए प्रकरण को दबाया गया है। दोनों को ठीक व्यवहार करने की समझाईश दी गई है।