डिग्री धारी डाक्टर परेशान, झोलाछाप डाक्टर बन रहे धनवान
अल्हागंज 22 अगस्त 2016. नगर व ग्रामीण क्षेत्र में स्वस्थ्य विभाग के संरक्षण में आई झोला छाप डाक्टरों की बाढ़ से असली डिग्री धारी डाक्टरों की प्रक्टिस प्रभावित हो रही है। आरोप है कि इन सभी झोलाछापों को स्वास्थ्य तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार अल्हागंज तथा कोयला, चौरसिया, गंज रोड, साहबगंज, बाईपास मार्ग तथा हुल्लापुर जैसे प्रमुख गांवों में लगभग एक सौ पचास झोला छाप डाक्टर अपनी दुकानें खोलकर बीमार लोगों के साथ खिलवाड कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन सभी को स्वास्थ्य तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है और इन झोला छाप डाक्टरो का लिंक मेडिकल स्टोरों के दवा विक्रेताओं से भी है। अधिकतर मेडिकल स्टोरों पर झोला छाप डाक्टरों के द्वारा लिखी हुई दवाईयां ही बेचीं जाती हैं। जिन पर 70 प्रतिशत तक मुनाफा वसूला जाता है। इस मुनाफे का मेडिकल स्टोर संचालकों तथा झोला छाप डाक्टरों के बीच बंटवारा होता है।
इस सन्दर्भ में मुख्य चिकित्साधिकारी डा.कमल कुमार का कहना है कि विभाग के ही कुछ अधिकारी झोला छाप डाक्टरों को खूब संरक्षण देते हैं। उन्होंने एक अच्छे नागरिक की तरह झोला छाप डाक्टरों के विरुद्ध एफआईआर पुलिस में दर्ज कराने की सलाह भी दे डाली लेकिन कार्यवाही करने के नाम पर चुप्पी साध ली।