POK में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन, गिलगिट से वापस जाओ के नारे लगे
नई दिल्ली, 13 अगस्त 2016 (IMNB). कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक के बाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो टूक बयान का असर आज देखने को मिला।
POK में आज 500 से ज्यादा युवाओं ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया और
पाकिस्तानी सेना से गिलगिट छोड़ने की मांग की। पाक अधिकृत
गिलगिट-बाल्टिस्तान में आज स्थानीय लोग झंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी वीडियो में लोग पाकिस्तान के खिलाफ नारे
लगाते दिख रहे हैं। उनकी मांग है कि पाकिस्तानी सेना जल्द से जल्द
बाल्टिस्तान की धरती छोड़ दें ताकि वह स्वतंत्र भारत में आजादी से रह सकें।
गौरतलब हो कि कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
सीधा संदेश दिया था कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी भारत का हिस्सा
है। हम संविधान के दायरे में रहकर इस समस्या का समाधान करेंगे लेकिन देश की
अखंडता से कोई समझौता नहीं करेंगे।
सरकार कश्मीरियों की शिकायत दूर करेगी-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार कश्मीर के लोगों की शिकायतें संविधान के अनुरूप दूर करेगी। हालांकि उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि देश की अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पीएम ने यह बात कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक के दौरान कही। मोदी ने इस पर जोर दिया कि केंद्र संविधान के बुनियादी सिद्धांतों के आधार पर स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार संविधान के अंतर्गत जम्मू और कश्मीर के सभी वर्गों की शिकायतें दूर करने को तैयार है। एक हफ्ते से भी कम समय में यह दूसरा मौका है जब प्रधानमंत्री ने कश्मीरी जनता की बात की है और वहां के सभी पक्षों के साथ बात करने की इच्छा जताई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार कश्मीर के लोगों की शिकायतें संविधान के अनुरूप दूर करेगी। हालांकि उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि देश की अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पीएम ने यह बात कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक के दौरान कही। मोदी ने इस पर जोर दिया कि केंद्र संविधान के बुनियादी सिद्धांतों के आधार पर स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार संविधान के अंतर्गत जम्मू और कश्मीर के सभी वर्गों की शिकायतें दूर करने को तैयार है। एक हफ्ते से भी कम समय में यह दूसरा मौका है जब प्रधानमंत्री ने कश्मीरी जनता की बात की है और वहां के सभी पक्षों के साथ बात करने की इच्छा जताई है।