UP में निर्मित फिल्म ''ड्रग्स'' द वाइट पाइजन हुयी रिलीज
शाहजहाँपुर 29 अगस्त 2016 (ब्यूरो कार्यालय). मान और राठौर फिल्म्स प्रोडक्शन की पहली फ़िल्म "ड्रग्स" द वाइट पाइजन कासगंज के आई.जी गर्ल्स कॉलेज में रिलीज़ की गयी। शाहजहाँपुर जिले के तिलहर निवासी पंजाबी पुत्तर सिमरजीत सिंह मान ने इस फिल्म के साथ निर्माण क्षेत्र में धमाल मचाते हुए अपने अभिनय का लोहा भी मनवा दिया है। फिल्म की हीरोइन नेहा सिंह और खलनायक देव दत्त व चरित्र अभिनेता जगवीर सिंह हैं।
फ़िल्म रिलीज़ के अवसर पर शहर की जानी मानी महिला नेता ममता गुप्ता, सिमर सिंह मान, देव दत्त राठौर राष्ट्रीय अध्यक्ष रालोद शमीम अहमद अल्वी, कामता प्रसाद नेता जी, जिला सचिव रालौद सैनी जी, जयवीर सिंह प्रतिहार जिला महासचिव रालौद और सैकड़ों दर्शक मौजूद थे। आज पूरी यूपी में ''ड्रग्स" द वाइट पाइजन की चर्चा चल रही है। सिमर सिंह मान और देव दत्त राठौर ने खुलासा टीवी को बताया की अपनी इस फ़िल्म की सफलता के बाद जल्दी ही अगले प्रोजेक्ट की तैयारी करेंगे।
फ़िल्म रिलीज़ के अवसर पर शहर की जानी मानी महिला नेता ममता गुप्ता, सिमर सिंह मान, देव दत्त राठौर राष्ट्रीय अध्यक्ष रालोद शमीम अहमद अल्वी, कामता प्रसाद नेता जी, जिला सचिव रालौद सैनी जी, जयवीर सिंह प्रतिहार जिला महासचिव रालौद और सैकड़ों दर्शक मौजूद थे। आज पूरी यूपी में ''ड्रग्स" द वाइट पाइजन की चर्चा चल रही है। सिमर सिंह मान और देव दत्त राठौर ने खुलासा टीवी को बताया की अपनी इस फ़िल्म की सफलता के बाद जल्दी ही अगले प्रोजेक्ट की तैयारी करेंगे।
आजकल की युवा पीढ़ी अपने भविष्य की चिन्ता छोड कर नशे के अन्धे रास्ते पर बढ चला है जहाँ उसको बदनामी और गुमनामी के सिवाय कुछ हासिल नहीं होता। "ड्रग्स द वाइट पाइजन" लीक से हटकर है यद्यपि इसमें बालीवुड के सभी मसाले इस्तेमाल किऐ गऐ हैं। हीरोइन नेहा अपने अभिनय के बल पर दर्शकों के दिल में स्थान बनाती नजर आती हैं। जबकि हीरो सिमरजीत सिंह मान नशे में भटकते युवा वर्ग के लिए आदर्श बनते दिखे हैं। उनकी हीरोपंती ने दर्शकों का स्वस्थ मनोरंजन तो किया है साथ ही स्वास्थ का संदेश भी दिया है। फिल्म का संदेश है कि युवाओं अपने को समझो, अपने भविष्य को देखो, परिवार, समाज और देश की जिम्मेदारी भी आपके ऊपर है। फिल्म मे स्टंट एक्शन सीमित है लेकिन फिर भी दर्शक इसे पूरे समय देखते रहेंगे। फिल्म में हीरो सिमरजीत सिंह मान के पिता के रुप में जगवीर सिंह भी अपना प्रभाव छोडते नजर आये। जबकि खलनायक के रुप में देवदत्त खलनायकी बरतने में कंजूसी कर गये।