कानपुर - घरेलू कलह के चलते बुजुर्ग ने की आत्महत्या
कानपुर 08 सितम्बर 2016. बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा 2 में आज एक बुजुर्ग ने घरेलू कलह के चलते फांसी लगाकर जान दे दी। मामले की जानकारी पड़ोसियों को तब हुई जब घर के अंदर से बदबू आने लगी। जिसके बाद लोगों ने उनके परिवार और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार बर्रा 2 स्थित जानकी मंदिर के पीछे सदानन्द के मकान में 70 वर्षीय ओम प्रकाश कपूर किराए पर पिछले कई सालों से रह रहे थे। गड़रियन पुरवा में उनकी घडियों की दुकान थी। उनके दो बेटे अरुण अशोक और तीन बेटियां गीता, गायत्री और ममता है। बच्चों की शादी के बाद से ही वो अकेले ही घर पर रहते थे। पड़ोसियों की माने तो आज सुबह घर से काफी गंध उठने लगी जिसके बाद लोगों ने गेट के बाहर लगी खिड़की से झाँक कर देखा तो उनका शव फंदे से लटका हुआ है।
घटना से पूरे इलाके में हड़कप मच गया। मृतक के बेटी ममता ने बताया कि आज सुबह वह अपने ससुराल जाने के लिए भाई अशोक के साथ सेंट्रल स्टेशन पर थी। तभी पड़ोसियों ने सूचना दी की पिता जी ने फांसी लगाकर आत्मह्त्या कर ली है। जिसके बाद वो तुरंत भागकर घर आई। वहीँ दूसरी ओर मकान मालिक सदानंद के मुताबिक़ उनका बड़ा बेटा अरुण कई महीनों से बीमार चल रहा था। जिसके चलते उसका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल के बिल को लेकर बहू और ससुर में नोंकझोंक हुआ करती थी। उन्होंने ये भी बताया कि मृतक ओम प्रकाश नींद की गालियां काफी समय से खा रहे थे। जिसकी वजह से वो 24 - 24 घंटे सोया करते थे। जिसकी वजह से लोगों ने पिछले दो दिनों से दिखाई न देने पर उनकी सुध लेने की कोशिश नहीं की।
जानकारी के अनुसार बर्रा 2 स्थित जानकी मंदिर के पीछे सदानन्द के मकान में 70 वर्षीय ओम प्रकाश कपूर किराए पर पिछले कई सालों से रह रहे थे। गड़रियन पुरवा में उनकी घडियों की दुकान थी। उनके दो बेटे अरुण अशोक और तीन बेटियां गीता, गायत्री और ममता है। बच्चों की शादी के बाद से ही वो अकेले ही घर पर रहते थे। पड़ोसियों की माने तो आज सुबह घर से काफी गंध उठने लगी जिसके बाद लोगों ने गेट के बाहर लगी खिड़की से झाँक कर देखा तो उनका शव फंदे से लटका हुआ है।
घटना से पूरे इलाके में हड़कप मच गया। मृतक के बेटी ममता ने बताया कि आज सुबह वह अपने ससुराल जाने के लिए भाई अशोक के साथ सेंट्रल स्टेशन पर थी। तभी पड़ोसियों ने सूचना दी की पिता जी ने फांसी लगाकर आत्मह्त्या कर ली है। जिसके बाद वो तुरंत भागकर घर आई। वहीँ दूसरी ओर मकान मालिक सदानंद के मुताबिक़ उनका बड़ा बेटा अरुण कई महीनों से बीमार चल रहा था। जिसके चलते उसका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल के बिल को लेकर बहू और ससुर में नोंकझोंक हुआ करती थी। उन्होंने ये भी बताया कि मृतक ओम प्रकाश नींद की गालियां काफी समय से खा रहे थे। जिसकी वजह से वो 24 - 24 घंटे सोया करते थे। जिसकी वजह से लोगों ने पिछले दो दिनों से दिखाई न देने पर उनकी सुध लेने की कोशिश नहीं की।