बाबा साहब के सम्मान में बीजेपी मैदान में
शाहजहांपुर 08 सितम्बर 2016. संविधान निर्माता डा. भीम राव आंबेडकर के खिलाफ सपा सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खां द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आज जिले में धरना प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष राकेश कुमार मिश्रा अनावा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में आजम खां के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
आजम खान को पद से बर्खास्त करने की मांग करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। इस मौके पर बीजेपी जिलाध्यक्ष राकेश मिश्रा अनावा ने कहा कि आजम खां के इस बयान से सपा ने साबित कर दिया है कि खाली प्लाट हमारा है। समाजवादी सरकार अपने मंत्री आजम खां के माध्यम से महापुरुषों के सम्मान से खिलवाड़ कर रही है। बाबा साहब को भूमाफिया बताने वाले आजम को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मंत्री पद से बर्खास्त करें। इस दौरान आक्रोशित बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नारे लगाये कि बाबा साहब के सम्मान में बीजेपी मैदान में, आजम खां की तीन दवाई जूता, चप्पल और पिटाई। इस मौके पर नगर अध्यक्ष अनिल बाजपाई, डीपीएस राठौर, नवनीत पाठक, हरिप्रकाश वर्मा, क्षमा वर्मा, अनिल सिंह, मंजुला बाथम, पंकेश मिश्रा, अरुण यादव चैनु,राकेश दुवे,सत्यम शर्मा, मुनेश्वर सिंह, रजनी सिंह, सोवरन सिंह, अरुण गुप्ता, सुदर्शन, आकाश गुप्ता, ओमकार सक्सेना, विनोद, सर्वेश पाल, पवन सिंह, राधेश्याम, उमेश कुमार, वैभव खन्ना, अनूप गुप्ता,संजय गुप्ता आदि मौजूद थे।
क्या दलितों के सहारे प्रदेश में वापस आएगी भाजपा सरकार -
मिशन 17 को पूरा करने के लिए सभी राजनैतिक पार्टियां गलत बयान बाजी करके उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए लगी हुई है। राजनीतिक पार्टियों के कद्दावर नेता गलत बयान बाजी करके प्रदेश की जनता को जाति धर्म की लड़ाई में झोंकने का कार्य कर रहे हैं। कुछ पार्टियां दलित कार्ड, कुछ पार्टियां मुस्लिम कार्ड, कुछ पार्टियां सवर्ण कार्ड खेलकर सिर्फ सत्ता हासिल करने की कोशिश में हैं। पर सत्ता पाने के बाद उनको कोई जाति धर्म नहीं दिखता है। इन राजनितिक पार्टियों ने देश के महापुरुषों व देश भक्तों को भी जाति बंधन में बांधकर वोट बैंक बना रखा है।
मिशन 17 को पूरा करने के लिए सभी राजनैतिक पार्टियां गलत बयान बाजी करके उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए लगी हुई है। राजनीतिक पार्टियों के कद्दावर नेता गलत बयान बाजी करके प्रदेश की जनता को जाति धर्म की लड़ाई में झोंकने का कार्य कर रहे हैं। कुछ पार्टियां दलित कार्ड, कुछ पार्टियां मुस्लिम कार्ड, कुछ पार्टियां सवर्ण कार्ड खेलकर सिर्फ सत्ता हासिल करने की कोशिश में हैं। पर सत्ता पाने के बाद उनको कोई जाति धर्म नहीं दिखता है। इन राजनितिक पार्टियों ने देश के महापुरुषों व देश भक्तों को भी जाति बंधन में बांधकर वोट बैंक बना रखा है।