कानपुर - पनकी में धूमधाम से हुआ विश्वकर्मा भगवान की मूर्ति का विसर्जन
कानपुर 19 सितम्बर 2016 (महेश प्रताप सिंह).पनकी पावर हाउस जनपद अनुरक्षण खण्ड में विश्वकर्मा भगवान की मूर्ति का विसर्जन रविवार को पनकी नहर के पास बड़ी धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम में पनकी पावर हाउस के कर्मचारियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
बताते चलें कि हिन्दू धर्म में विश्वकर्मा भगवान को निर्माण एवं सृजन का देवता माना जाता है। मान्यता है कि सोने की लंका का निर्माण उन्होंने ही किया था। विश्वकर्मा भगवान हस्तलिपि कलाकार थे। जिन्होंने हमें सभी कलाओं का ज्ञान दिया। साधन, औजार, युक्ति व निर्माण के देवता विश्वकर्मा जी के विषय में आदि ग्रन्थ ऋग्वेद में विश्वकर्मा सूक्त के नाम से 11 ऋचाऐं लिखी हुई हैं। जिनके प्रत्येक मन्त्र पर लिखा है ऋषि विश्वकर्मा भौवन देवता आदि। यही सूक्त यजुर्वेद अध्याय 17, सुक्त मन्त्र 16 से 31 तक 16 मन्त्रों में आया है। मूर्ति विसर्जन के इस अवसर पर सुरेश कुमार, पंकज श्रीवास्तव, शलभ दिवेदी, रघुपति तिवारी, जयकरण, रतन सिंह आदि अन्य लोग मौजूद रहे।
बताते चलें कि हिन्दू धर्म में विश्वकर्मा भगवान को निर्माण एवं सृजन का देवता माना जाता है। मान्यता है कि सोने की लंका का निर्माण उन्होंने ही किया था। विश्वकर्मा भगवान हस्तलिपि कलाकार थे। जिन्होंने हमें सभी कलाओं का ज्ञान दिया। साधन, औजार, युक्ति व निर्माण के देवता विश्वकर्मा जी के विषय में आदि ग्रन्थ ऋग्वेद में विश्वकर्मा सूक्त के नाम से 11 ऋचाऐं लिखी हुई हैं। जिनके प्रत्येक मन्त्र पर लिखा है ऋषि विश्वकर्मा भौवन देवता आदि। यही सूक्त यजुर्वेद अध्याय 17, सुक्त मन्त्र 16 से 31 तक 16 मन्त्रों में आया है। मूर्ति विसर्जन के इस अवसर पर सुरेश कुमार, पंकज श्रीवास्तव, शलभ दिवेदी, रघुपति तिवारी, जयकरण, रतन सिंह आदि अन्य लोग मौजूद रहे।