देश का शक्तिशाली युद्धपोत मोरमुगाओ, 300 KM दूर दुश्मन पर करेगा वार
नई दिल्ली, 17 सितंबर 2016 (IMNB)। भारतीय नौसेना का सबसे शक्तिशाली
विध्वंसक युद्धपोत मोरमुगाओ शनिवार को समंदर में उतरा। मुंबई के मझगांव
यार्ड से इसका जलावतरण हुआ। फिर इसे साजो सामान से लैस करने के लिए भेजा
जाएगा। दो साल बाद यह नौसेना में शामिल होगा।
खास बातों पर एक नजर -
1- यह पोत मिसाइल को चकमा देने में सक्षम है क्योंकि इसे स्टेल्थ तकनीक से बनाया गया है। ये परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध के समय भी बचाव करने में सक्षम है।
2- इसका वजन 73 सौ टन और लंबाई 163 मीटर है। यह 65 फीसदी देशी है। इसमें लगने वाले हथियार भी देश में बने हैं।
3- इस पोत में 8 ब्रह्मोस मिसाइलें लगाई जाएंगी।
4- इस पोत की रफ्तार 56 किमी प्रति घंटा है और यह 75 हजार वर्ग किमी समुद्री क्षेत्र की निगरानी करने में सक्षम है।
5- इस पोत पर 50 अधिकारियों समेत 300 नौसैनिक तैनात रहेंगे।
6- मोरमुगाओ में इजराइल का मल्टी फंक्शन सर्विलांस थ्रेट अलर्ट रडार 'एमएफ-स्टार' लगा है। यह कई किमी दूर से हवा में मौजूद लक्ष्य को पहचान लेगा। इससे मिसाइल का निशाना सटीक होगा। ये उड़ते विमान पर 70 किमी और जमीन या समुद्र पर मौजूद लक्ष्य पर 300 किमी दूर से निशाना लगा लेगी।
खास बातों पर एक नजर -
1- यह पोत मिसाइल को चकमा देने में सक्षम है क्योंकि इसे स्टेल्थ तकनीक से बनाया गया है। ये परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध के समय भी बचाव करने में सक्षम है।
2- इसका वजन 73 सौ टन और लंबाई 163 मीटर है। यह 65 फीसदी देशी है। इसमें लगने वाले हथियार भी देश में बने हैं।
3- इस पोत में 8 ब्रह्मोस मिसाइलें लगाई जाएंगी।
4- इस पोत की रफ्तार 56 किमी प्रति घंटा है और यह 75 हजार वर्ग किमी समुद्री क्षेत्र की निगरानी करने में सक्षम है।
5- इस पोत पर 50 अधिकारियों समेत 300 नौसैनिक तैनात रहेंगे।
6- मोरमुगाओ में इजराइल का मल्टी फंक्शन सर्विलांस थ्रेट अलर्ट रडार 'एमएफ-स्टार' लगा है। यह कई किमी दूर से हवा में मौजूद लक्ष्य को पहचान लेगा। इससे मिसाइल का निशाना सटीक होगा। ये उड़ते विमान पर 70 किमी और जमीन या समुद्र पर मौजूद लक्ष्य पर 300 किमी दूर से निशाना लगा लेगी।