रुठे रामदेव को राहुल गांधी ने कैसे मनाया
बरेली 29 सितंबर 2016 (IMNB). कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामदेव पांडेय
राहुल गांधी के रोड शो में खुद को हाशिए पर रखे जाने से भड़क गए। पास न बनाए
जाने खफा तो पहले से थे। दरगाह आला हजरत पर एसपीजी ने रोका तो उनका सबका
बांध टूट गया और गुटबाजी को लेकर फूट पड़े।
रामदेव की पीड़ा पूर्व केन्द्रीय
मंत्री जितिन प्रसाद ने राहुल तक पहुंचाई। जिलाध्यक्ष की अनदेखी राहुल कैसे
होने देते। उन्होंने रामदेव को रथ में बिठाकर उनके चेहरे की हंसी लौटाई। दरअसल,
रोड शो की तैयारियों के दौरान ही कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई
थी। पीके की टीम के सामने दो बार कांग्रेसियों के भिड़ने और मंडल प्रभारी
यूसूफ कुरैशी के सामने जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष के खिलाफ लामबंदी की
वजह से जिलाध्यक्ष रामदेव पांडेय खफा चल रहे थे।
बुधवार सुबह रोड शो से पहले गेस्ट हाउस पर हुई अनदेखी और बाद में दरगाह पर अंदर जाने से रोकने पर रामदेव पांडेय का गुस्सा फूट पड़ा। राहुल गांधी आला हजरत दरगाह पर मौलाना सुब्हान रजा खां उर्फ सुब्हानी मियां से मिलने पहुंचे थे। उनके साथ पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन और दरगाह के लोग मौजूद थे। इस बीच रामदेव पांडेय अंदर जाने लगे तो उनको एसपीजी ने उनको जाने ही नहीं दिया। काफी कोशिशों के बावजूद रामदेव अंदर नहीं जा पाए तो भड़क गए।
जिलाध्यक्ष रामदेव ने खुलकर कहा कि उनको हाशिए पर रखा गया। पास नहीं बनवाया गया। इससे वह बेहद आहत हैं। हालांकि दरगाह के लोगों ने हस्तक्षेप कर रामदेव पांडेय को अंदर बुलवाया। इसके बाद एसपीजी ने उनको जाने दिया। बाद में राहुल ने रोड शो के दौरान रामदेव को अपने रथ पर बुलाया और खुद हाथ पकड़कर बैठाया। हजारों की भीड़ के बीच वह काफी देर तक रामदेव से मुखातिब होकर उन्हें समझाते रहे। राहुल ने समझाया, तब रामदेव माने।