अल्हागंज - अलौकिक भव्यता की मिसाल बना गणेश प्रतिमा विसर्जन
अल्हागंज 12 सितम्बर 2016. नगर पंचायत चेयरमैन चन्द्रेश गुप्ता के नेतृत्व में आज गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करने के लिए निकाली गई शोभायात्रा अपनी भव्यता, विशालता और अनुशासन की मिसाल कायम कर गयी। सभी गणेश प्रतिमाओं को पंचालघाट के गंगा तट पर मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना करके भू-विसर्जित कर दिया गया।
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार चेयरमैन के मंदिर पर सर्व प्रथम गणेश प्रतिमाओं की मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना, हवन आदि किया गया। बाद में सजाऐ गऐ विशाल रथ पर गणेश प्रतिमाओं को विराजमान कराया गया। कई गृहस्थ भी अपनी अपनी गणेश प्रतिमाऐं लेकर मंदिर पर आऐ, फिर तमाम महिलाओ एंव पुरुषों, बच्चों, युवाओं ने गणपति बप्पा मोर्या का जयकारा लगाया और फिर शुरु हुई विघ्नहरण श्री गणेश की प्रतिमाओं की शोभायात्रा। शोभायात्रा जैसे जैसे आगे बढती गई श्रद्धालुओं का कारवाँ बढता गया। शोभायात्रा में कई वाहन शामिल रहे जिन पर भगवान विष्णु, माखनचोरी करते भगवान श्री कृष्ण, गदे को अपने कंधे पर रखे बजरंगबली सहित तमाम सुन्दर सुन्दर झाँकियाँ चल रही थीं। उन पर फूलों की वर्षा हो रही थी। सबके आकर्षक का केन्द्र था काली का अखाडा जिसमें शामिल भूत, प्रेत, राक्षस अपने अट्टहास, गर्जना, चीतकार और भयंकर हंसी से माहौल को डरावना बना रहे थे। बच्चे डर रहे थे और उसमें शामिल भयंकर रुप धारण करने वाली माँ काली का खप्पर, गले में पडी मुंड्डो की माला, हाथ में धारण किऐ त्रिशूल, खड्ग, खप्पर के साथ राक्षसों से होते भयंकर युद्ध को देखकर सभी लोग अचम्भित हो रहे थे।
शोभायात्रा को देखने के लिए साहबगंज, मंझा सहित कई गांवों से लोग एकत्र हुऐ। शोभायात्रा के आगे बैंड बाजे में बज रहे भक्तिमय संगीत पर युवा जोश के साथ नृत्य कर रहे थे और अबीर गुलाल उडा रहे थे। शोभायात्रा के दौरान बाँधी गई मटकियों को भी फोड़ा गया। गणेश जी का पूरा लाव लश्कर बाईपास से होता हुआ गंगा जी के तट पंचालघाट पहुँचा। जहाँ प्रशासन ने जेसीबी से खुदवाऐ गऐ गड्डों में सभी गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित करा दिया।
शोभायात्रा में शामिल चेयरमैन चन्द्रेश गुप्ता तथा पति अनिल गुप्ता, अमित कुमार बाजपेयी, नीटू सिंह, मनोज सक्सेना, जागेश्वर दयाल कुशवाह, मनोज मिश्रा, रामनायण गुप्ता, पंकज मिश्रा सहित दर्जनों श्रद्धालुओं ने गणपति बप्पा मोर्या, मंगलमूर्ती मोर्या, अगले वर्ष तुम जल्दी आओ का उद्घोष करते हुऐ कार्यक्रम का समापन किया।