PAK मीडिया को आई अक्ल, कहा - 'मोदी जिद के पक्के हैं उनसे मत भिड़ो'
नई दिल्ली 18 अक्टूबर 2016 (IMNB). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और
भारत के खिलाफ लगातार जहर उगल रहे पाकिस्तानी मीडिया को अब अक्ल आती दिखाई
दे रही है। पाकिस्तानी आर्मी और सरकार के करीबी माने जाने वाले अखबार 'द
नेशन' ने ही सरकार को भारत से न भिड़ने की नसीहत दे डाली है।
अखबार ने लिखा
है कि मोदी जिद के पक्के हैं इसका नतीजा सार्क समिट रद्द होने के रूप में
देखा जा सकता है, ऐसा ही चला तो पाकिस्तान हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग
पड़ जाएगा। अखबार ने नवाज़ सरकार को अच्छे आतंकी और बुरे आतंकी के फर्क को
ख़तम कर कार्रवाई करने के लिए भी कहा है।
क्या कहता है नेशन का ये आर्टिकल -
नेशन ने इस आर्टिकल में पाकिस्तान सरकार को चेतावनी देते हुए लिखा है कि सार्क समिट रद्द करने के बाद उन्होंने हमारे आर्टिस्ट को भारत में बैन करा दिया। इसके अलावा भारत किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की फजीहत करने से बाज नहीं आ रहा है। नेशन का ये आर्टिकल ब्रिक्स समिट में मोदी के पाकिस्तान को 'आतंकवाद की मां' बताने का भी जिक्र करते हुए लिखता है कि अब हमें भी बुरे और अच्छे आतंकवाद के इस फर्क को मिटाना होगा। अख़बार ने ये भी लिखा है कि पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने वाला मुल्क कहने पर रूस और चीन की मौन सहमति हमारे लिए और नुक्सानदायक हो सकती है।
नेशन ने इस आर्टिकल में पाकिस्तान सरकार को चेतावनी देते हुए लिखा है कि सार्क समिट रद्द करने के बाद उन्होंने हमारे आर्टिस्ट को भारत में बैन करा दिया। इसके अलावा भारत किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की फजीहत करने से बाज नहीं आ रहा है। नेशन का ये आर्टिकल ब्रिक्स समिट में मोदी के पाकिस्तान को 'आतंकवाद की मां' बताने का भी जिक्र करते हुए लिखता है कि अब हमें भी बुरे और अच्छे आतंकवाद के इस फर्क को मिटाना होगा। अख़बार ने ये भी लिखा है कि पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने वाला मुल्क कहने पर रूस और चीन की मौन सहमति हमारे लिए और नुक्सानदायक हो सकती है।
अखबार ने आगे लिखा है कि पाकिस्तान तो अमेरिका में बैठे डिप्लोमैट्स को अपना पक्ष समझाने की कोशिश करता है। लेकिन देश और विदेश में हमें क्रिटिसाइज किया जा रहा है। हालात ये हो गए हैं कि नवाज की पार्टी के ही सांसद राणा मोहम्मद अफजल नॉन स्टेट एक्टर्स के खिलाफ एक्शन ना होने की बात पब्लिकली कह रहे हैं। यही बात तो मोदी भी कह रहे हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को स्पॉन्सर कर रहा है। बता दें कि राणा ने साफ कहा है कि वो जब फ्रांस गए तो वहां के लोगों ने उनसे पूछा कि आपका मुल्क हाफिज सईद जैसे आतंकी सरगनाओं पर एक्शन क्यों नहीं लेता?