विधानसभा का घेराव करने आए छजकां कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बरसाई लाठियां, कई घायल
छत्तीसगढ़/रायपुर 18 नवंबर 2011 (जावेद अख्तर). विधानसभा का घेराव करने के लिए आए छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। छजकां के आंदोलन के दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झूमाझटकी करने पर लाठीचार्ज करना पड़ा। जिसमें छजकां के कई कार्यकर्ता घायल हो गए, वहीं इस झड़प में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
सरकार की नीतियों के खिलाफ़ घेराव -
रमन सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मरवाही विधायक अमित जोगी के नेतृत्व में बुधवार को विधानसभा का घेराव करने निकले। लेकिन छजकां के आंदोलन को नियंत्रित करने को शहर में जगह-जगह बेरिकेट्स लगाये गये थे, साथ ही पुलिस के 500 से भी अधिक जवान तैनात थे।
कार्यकर्ताओं व पुलिस बल के बीच झूमाझटकी -
छत्तीसगढ़ विधानसभा का घेराव करने के लिए छजकां के कार्यकर्ता लोधी रोड से आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की जिस पर पुलिस और छजकां कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझटकी का संघर्ष तकरीबन घंटों चला और इस बीच पुलिस ने आगे न जाने की चेतावनी दी जिससे कार्यकर्ताओं ने 'रमन सरकार' व 'भ्रष्ट शासन' पर जमकर नारेबाज़ी शुरू कर दिया। वहीं छजकां के कार्यकर्ता विधानसभा के लिए आगे बढ़ने का प्रयास करते रहे, इसी झूमाझटकी में बैरिकेट्स गिर गए। बैरिकेट्स गिरता देख पुलिस ने युवा छजकां कार्यकर्ताओं पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी, भीड़ मेें मौजूद कुछेक ने जवाब मेें पत्थरबाजी कर दी। पत्थर फेंकने पर पुलिस बल ने दोतरफा लाठीचार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई और इसी दौरान कई कार्यकर्ता गिर पड़े और उन्हें काफी अधिक गंभीर चोटें आईं और कुछेक घायल भी हुए। पुलिस की बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज से युवा छजकां प्रदेशाध्यक्ष विनोद तिवारी को काफी अधिक गंभीर चोटें आईं, उन्हें तत्काल आईसीयू में भर्ती कराया गया। वहीं इसमें दो पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की खबर है।
लाठीचार्ज के विरोध में आज प्रदेशव्यापी 'डंडे का बदला ठंडे से दो' अभियान -
युवा छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) द्वारा 16 नवंबर को किये गए विधानसभा घेराव के दौरान रमन सरकार द्वारा की गयी हिंसक और बर्बरतापूर्ण पुलिस कार्यवाही के विरोध में युवा छजकां (जोगी) ने 18 नवंबर को प्रदेशव्यापी 'थाना चलो-डंडे का बदला ठंडे से दो' अभियान की घोषणा की है।
घायल प्रदेशाध्यक्ष ने दी जानकारी -
पुलिस हिंसा का शिकार हुए,आईसीयू में भर्ती युवा छजकां प्रदेशाध्यक्ष विनोद तिवारी ने आज अस्पताल से ही एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि 'थाना चलो-डंडे का बदला ठंडे से दो' अभियान के अंतर्गत 18 नवंबर को प्रदेश भर में छजकां के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में ब्लाक और जिला स्तर पर अपने अपने क्षेत्र के थानों में जायेंगे और प्रशासनिक उग्रता और असंवेदनहीनता के विरोधस्वरूप पुलिसवालों को ठंडा पिलायेंगे। आगे विनोद ने कहा कि सैंकड़ों कार्यकर्ता रायपुर, दुर्ग, भिलाई और बिलासपुर के अस्पतालों में अभी भी अपना उपचार करा रहे हैं। लेकिन हमने सरकार की इस बर्बरता का जवाब न ही प्रदर्शन के दौरान हिंसा से दिया और न आगे देंगे। पार्टी गठन के दौरान छजकां सुप्रीमो माननीय अजीत जोगी ने स्पष्ट कहा था कि हमारा दल कभी, किसी भी परिस्थिति में हिंसा का सहारा नहीं लेगा।
युवा छजकां अध्यक्ष ने अनोखे अभियान 'डंडे का बदला ठंडे से' के विषय में कहा कि खीझी सरकार और गरमाई पुलिस चाहे जितना हमें डंडे मारे, हम डंडे खाते खाते नहीं थकेंगे, पर वो मारते मारते ज़रूर थक जायेंगे। हम मर जायेंगे लेकिन जनहित के लिए अपनी आवाज़ उठाना बंद नहीं करेंगे। पुलिस प्रशासन के डंडे का जवाब हम ठंडे से देंगे। सरकार के दबाव में भटके पुलिस प्रशासन को भी इसी तरह के आहिंसा प्रेरित करने वाले अभियान चलाकर आहिंसा, प्रेम और सच के रास्ते पर चलने के लिए विवश करेंगे।
* विधानसभा घेराव के पहले हिंसक पुलिसिया कार्यवाही पूर्वसुनियोजित और प्रायोजित थी। भाजपा नेताओं ने खूनी खेल रचा था जिसके कारणवश कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठियां चलाई गईं और बुरी तरह से पिटाई की गई। - विनोद तिवारी, प्रदेशाध्यक्ष युवा छजकां
* हम लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस जबरन कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज बरसाकर आंदोलन को खत्म करना चाहती थी। - अमित जोगी, विधायक मरवाही
* आंदोलन व विरोध प्रदर्शन रैलियों में कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच हल्की फुल्की झूमाझटकी व विरोध स्वरूप नारेबाज़ी हो जाती है परंतु इस तरह से लाठीचार्ज नहीं किया जाता है और न ही प्रशासन का यह कार्य होता है। इसलिये स्पष्ट है कि पुलिस को पहले से ही बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज करने के लिए आदेशित किया गया था। सत्ताशीन पार्टी अपने अधिकारों का दुरूपयोग कर रही है परंतु सच की आवाज़ दबाई नहीं जा सकती है। - अजीत जोगी, सुप्रीमो छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस