प्रधानमंत्री की परिवर्तन रैली - हाशिये पर रखे गए साप्ताहिक समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल
कानपुर 17 दिसम्बर 2016 (आलोक कुमार). प्रधानमन्त्री मोदी जी की रैली में साप्ताहिक समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल को मीडिया कवरेज पास जारी करने से कानपुर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है। सूत्रों के अनुसार जिला सूचना कार्यालय अनावश्यक नियमों और तकनीकी बाधाओं की आड में आनलाइन मीडिया और छोटे समाचार पत्रों को साइडलाइन करने में लगा है।
बताते चलें कि जिला प्रशासन का ये कृत्य उत्तर प्रदेश वेब मीडिया नीति 2016, शासनादेश संख्या 05/2016/432/उन्नीस-2-2016-22/2015 दिनांक 27 जून 2016 का खुला उल्लंघन है। एक तरफ तो माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और उत्तर प्रदेश के युवा मुख्य मंत्री श्री अखिलेश यादव जी न्यूज़ पोर्टल और सोशल मीडिया को आगे बढ़ने के लिए उसे DAVP / UPID एवं प्रेस मान्यता दिलाने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं। दूसरी तरफ आनलाइन मीडिया और छोटे समाचार पत्रों को रैली के लिये मीडिया पास प्रदान करने से जिला प्रशासन साफ इन्कार कर रहा है। आज जबकि न्यूज़ पोर्टल न्यूनतम समय में किसी खबर को दुनिया के करोङों लोगों तक बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाये तत्काल पहुँचाते हैं। ऐसे में इस कूप मण्डूक टाइप के आदेश पर पत्रकारों ने भारी रोष व्याप्त है। इस सम्बन्ध में भाजपा जिला अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र मैथानी जी से बात की गयी तो उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया, और जिलाधिकारी महोदय से बात कर रास्ता निकालने की बात कही। अब देखने वाली बात ये है कि सोशल मीडिया की ताकत से बनी सरकार, सत्ता में आने के बाद सोशल मीडिया को तरजीह देगी या हाशिये पर रख दिए जायेंगे।
जिला सूचना अधिकारी कहते हैं कि पोर्टल को कौन पढता है। जिला सूचना अधिकारी कानपुर शायद नहीं जानते कि पोर्टल को पढ़े लिखे लोग ही पढ़ते हैं। इस प्रकरण को हम पीएमओ और पीसीआई तक उठायेगे - आशीष त्रिपाठी (संवाददाता यूथ पहल मासिक पत्रिका)
जिला सूचना
अधिकारी नहीं समझते कि समाज को पढ़े लिखे लोग ही बदलते हैं, और पोर्टल को पढ़े
लिखे लोग पढ़ते हैं - मुहम्मद नदीम (संवाददाता दैनिक खुलासा)
लगता है अब एक आन्दोलन जिला सूचना अधिकारी की हिटलरशाही के लिए भी करना पड़ेगा - दिग्विजय सिंह (संवाददाता दैनिक पब्लिक स्टेटमेन्ट)