बर्फीली हवाओं ने बढाई ठण्ड, कोहरे की चादर में समाया कानपुर
कानपुर 26 दिसम्बर 2016 (हरि ओम गुप्ता). पहाडी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाको में भी
दिखने लगा है। सोमवार की सुबह कानपुर पूरी तरह कोहरे और शीतलहर की लपेट में
दिखा, सडकों पर गाडियां जहां रेंग-रेंगकर चलती दिखाई दी, वहीं ठंड से बचने
के लिए जगह-जगह लोग अलाव तापते नजर आये। वाहनों को दिन में भी हेड लाइट जलाकर चलना
पडा। इसके अलावा स्कूल खुले होने के कारण स्कूली बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल
पहुंचे।
सोमवार को कानपुर का न्यूनतम तापमान लुढक कर 7.2 डिग्री पर पहुंच
गया तो वहीं दोपहर एक बजे निकली हल्की धूप पूरी तरह बेअसर रही। शहर में सोमवार की सुबह की शुरूआत घने कोहरे के साथ हुई। कोहरे का आलम यह
था कि कुछ ही दूरी की सडक नहीं दिखाई पड रही थी। समय बीतने के साथ तेज बर्फीली
हवाओं ने सर्दी को और बढा दिया तो वहीं दोपहर बाद निकली धूप भी बेअसर साबित
हुई। बताते चलें की पहाडी इलाकों में लगातार बर्फबारी जारी है और हवाओं का
रूख बदलने के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी ठण्ड बढी है। कानपुर में जहां न्यूनतम तापमान
7.2 डिग्री तक जा पहुंचा तो वहीं 15 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही बर्फीली हवायें
लोगों को सर्दी का एहसास कराती रहीं। वातावरण में नमी का प्रतिशत 75 रहा।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पहाडों में होने वाली बर्फबारी के साथ
सर्दी बढी है और यह आने वाले दिनों में यह और भी बढेगी। फिलहाल कोहरा भी छाया
रहेगा तथा दोपहर में धुंघ सी बनी रहेगी। पश्चिमी-पूर्वी हवाओं के साथ ठण्ड
और नमी का भी प्रतिशत बढेगा।
घंटो लेट चल रही ट्रेने, बस यात्री हुए परेशान -
भीषण कोहरे के चलते जहां दर्जनों ट्रेनों अपने समय से घण्टों लेट चल रही है तो कई ट्रेनों को निरस्त भी किया जा चुका है। ट्रेने पांच से 20 घंटे लेट पहुंच रही हैं। प्लेटफार्म यात्रियों से भरे पडे हैं तो अभी तक सैकडों यात्री अपने टिकट वापस कर चुके हैं। ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण यात्रियों को स्टेशन पर ही रातें गुजारनी पड रही हैं। दूसरी तरफ बस के सफर का सहारा भी समाप्त हो गया। सुबह घने कोहरे के कारण बस यातायात भी पूरी तरह प्रभावित रहा और स्टेशन से आने वाले यात्रियों को यहां भी घण्टों इंतजार करना पडा। दर्जनों की संख्या में बसें शहर के आउटर पर सडक के किनारे खडी रहीं जो दोपहर में मौसम साफ होने के बाद ही चल सकीं। फिलहाल अभी स्थिति सुधरती नहीं दिखाई दे रही है और जब तक कोहरा रहेगा हालात ऐसे ही बने रहेंगे।
बाडे में ही छिपे रहे जानवर -
कानपुर प्राणी उद्यान में भी सर्दी का असर देखने को मिला और अधिकांश जानवर अपने बाडों से बाहर नहीं निकले। पेड-पौधों से भरे प्राणी उद्यान में शहर की अपेक्षा वैसे भी ज्यादा ठण्ड होती है। जू में अधिंकाश जानवर बाडों में छिपे रहे, जो दोपहर में हल्की धूप निकलने के साथ अपने बाडों से बाहर निकले। जू के अधिकारियों ने बताया कि जानवरों का सर्दी को देखते हुए विशेष ध्यान रखा जा रहा है। उनके खाने के साथ ही सर्दी को देखते हुए उन्हें गर्म वातावरण देने की भी कोशिश की जा रही है। चिकित्सकों द्वारा लगातार जानवरों के स्वास्थ पर भी नजर रखी जा रही है।
घंटो लेट चल रही ट्रेने, बस यात्री हुए परेशान -
भीषण कोहरे के चलते जहां दर्जनों ट्रेनों अपने समय से घण्टों लेट चल रही है तो कई ट्रेनों को निरस्त भी किया जा चुका है। ट्रेने पांच से 20 घंटे लेट पहुंच रही हैं। प्लेटफार्म यात्रियों से भरे पडे हैं तो अभी तक सैकडों यात्री अपने टिकट वापस कर चुके हैं। ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण यात्रियों को स्टेशन पर ही रातें गुजारनी पड रही हैं। दूसरी तरफ बस के सफर का सहारा भी समाप्त हो गया। सुबह घने कोहरे के कारण बस यातायात भी पूरी तरह प्रभावित रहा और स्टेशन से आने वाले यात्रियों को यहां भी घण्टों इंतजार करना पडा। दर्जनों की संख्या में बसें शहर के आउटर पर सडक के किनारे खडी रहीं जो दोपहर में मौसम साफ होने के बाद ही चल सकीं। फिलहाल अभी स्थिति सुधरती नहीं दिखाई दे रही है और जब तक कोहरा रहेगा हालात ऐसे ही बने रहेंगे।
बाडे में ही छिपे रहे जानवर -
कानपुर प्राणी उद्यान में भी सर्दी का असर देखने को मिला और अधिकांश जानवर अपने बाडों से बाहर नहीं निकले। पेड-पौधों से भरे प्राणी उद्यान में शहर की अपेक्षा वैसे भी ज्यादा ठण्ड होती है। जू में अधिंकाश जानवर बाडों में छिपे रहे, जो दोपहर में हल्की धूप निकलने के साथ अपने बाडों से बाहर निकले। जू के अधिकारियों ने बताया कि जानवरों का सर्दी को देखते हुए विशेष ध्यान रखा जा रहा है। उनके खाने के साथ ही सर्दी को देखते हुए उन्हें गर्म वातावरण देने की भी कोशिश की जा रही है। चिकित्सकों द्वारा लगातार जानवरों के स्वास्थ पर भी नजर रखी जा रही है।