ग्रामीणों पर हाथियों का कहर जारी, फसल सहित किया मकानों को धाराशाही
छत्तीसगढ़ 09 जनवरी 2017 (छत्तीसगढ़ ब्यूरो). प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में इन दिनों हाथियों व मानव के बीच संघर्ष जारी है। हाथियों का दल जहां क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है, वहीं हाथियों की भी जान जा रही है। ताजा मामला सोमवार की रात प्रतापपुर विकासखंड के ग्राम बगड़ा, ददुरापारा में देखने को मिला था जिसमें करंट से गर्भवती हथिनी व उसके बच्चे की मौत हो गई थी।
2 हाथियों की मौत के बाद दल में बचे 23 हाथियों में से एक बूढ़े हाथी ने दल से अलग होकर मंगलवार की रात ग्राम बंशीपुर व करौंधा में जमकर उत्पात मचाया। उसने जहां 7 घर तोड़ दिए वहीं करीब 10 एकड़ में लगी फसलों को नुकसान भी पहुंचाया। जानकारी के अनुसार प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के बंशीपुर, सोनगरा इलाके में 23 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। हाथियों द्वारा आए दिन जहां लोगों के मौत के घाट उतारा जा रहा है वहीं घर तोडऩे के अलावा फसलों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। 2 दिन पूर्व हाथियों ने एक युवक को कुचलकर मार डाला था। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सोनगरा के समीप बनारस मार्ग जाम कर दिया था।
बंशीपुर जंगल में डटे 23 हाथियों के दल से निकलकर मंगलवार की रात एक बूढ़ा हाथी ग्राम सोनगरा होता हुआ करौंधा व बंशीपुर में घुस आया। करौंधा में उसने जहां एक ग्रामीण के घर को तोड़ दिया वहीं बंशीपुर में 6 घरों को नुकसान पहुंचाया। इसके अलावा खलिहान व घर में रखा धान भी चट कर गया। बुधवार की सुबह करीब 6 बजे डिप्टी रेंजर शैलेष गुप्ता, हाथी प्रभारी जगतलाल मरावी व वनपाल अशोक पावले तथा रामकिशुन मरानी ने हाथी को वहां से खदेड़कर बंशीपुर जंगल में दल के पास पहुंचा दिया।
10 एकड़ में लगी फसल रौंदी -
हाथी ने घरों को तोड़ने के अलावा दोनों गांवों के करीब 25 किसानों के 10 एकड़ खेतों में लगी टमाटर, गोभी, मटर, चना, अरहर सहित अन्य फसलों को खा गया तथा रौंद डाला पहुंचाया। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। विभाग द्वारा हुए नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।
इनके घर तोड़े -
हाथियों ने ग्राम बंशीपुर निवासी भुनेश्वर पिता भागवत, अमर साय पिता भागवत, धनमेत पति सोमारु, अनिल पिता रामनारायण व पे्रम पिता ललुआ के अलावा धूमाडांड़ निवासी नधियारो पति बृजेश के घरों को भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।