RLD नेता ने सहानुभूति वोट पाने के लिए कराई भाई व उसके दोस्त की हत्या
बुलंदशहर 08 फरवरी 2017 (IMNB). खुर्जा दोहरे हत्याकांड में एक
बड़ा खुलासा सामने आया है। मंगलवार को हुए विनोद गौतम और उसके दोस्त सचिन
की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि विनोद के बड़े भाई और रालोद प्रत्याशी मनोज
गौतम ने ही कराई थी। इसका खुलासा बुलंदशहर एसएसपी सोनिया सिंह ने किया।
सोनिया सिंह ने पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर बताया कि रालोद प्रत्याशी
मनोज गौतम ने मतदाताओं की सहानुभूति पाकर चुनाव जीतने के मकसद से ही भाई और
दोस्त की गोली मारकर हत्या कराई।
पुलिस ने आरोपी मनोज गौतम और शूटर फिरोज
को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि पूरे मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा परविंद्र अभी फरार है। खुर्जा
सुरक्षित सीट से रालोद प्रत्याशी मनोज गौतम के छोटे भाई विनोद गौतम और भाई
के दोस्त सचिन की सोमवार की रात अपहरण के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई।
दोनों के शव मंगलवार की सुबह अगवाल गांव के एक बाग में पड़े मिले थे। मनोज
गौतम के ममेरे भाई गुरुदीप ने परविंद्र और फिरोज के खिलाफ खुर्जा देहात
थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
डबल मर्डर का मास्टरमाइंड परविंद्र अभी भी लापता -
एसएसपी सोनिया सिंह ने बुधवार को पुलिस लाइन में डबल मर्डर का चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि चुनाव में राजनीतिक लाभ पाने के लिए प्रत्याशी मनोज गौतम ने ही हत्या कराई। डबल मर्डर का मास्टरमाइंड अलीगढ़ निवासी परविंद्र है। परविंद्र पिछले करीब छह माह से मनोज के साथ पीएसओ की तरह जुड़ा हुआ थ। परविंद्र ने मनोज गौतम को समझाया कि चुनाव से दो-चार दिन पहले किसी संबंधी की हत्या करा दी जाए। इसका आरोप विपक्षी प्रत्याशी पर लगा देंगे। इससे चुनाव में सहानुभूति मिलेगी और चुनाव जीत जाएंगे। इसी पर मनोज गौतम तैयार हो गया और परिवंद्र ने अपने तीन साल पुराने साथी शार्प शूटर फिरोज निवासी मामन के साथ मिलकर मनोज गौतम की पिस्टल से दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद परविंद्र ने पिस्टल मनोज के पास जाकर रख दी। उसके बाद उसने फिरोज को फोन किया। फोन की रिकार्डिंग से पुलिस को अहम सुराग मिले। उसी में उसने मनोज गौतम को विधायक जी कहते हुए कहा कि वह उनके साथ है। तू किसी का फोन मत उठाना। सर्विलांस पर फोन लगाकर पूरे मामले से पर्दा उठाया गया है। पुलिस ने मनोज गौतम को लेकर पूछताछ की और रिकार्डिंग सुनवाई तो वह टूट गया। उसने पूरी कहानी पुलिस के सामने बयां कर दी।