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घूस देने के लिए छत्तीसगढ़ के प्रधान सचिव गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ 21 फरवरी 2017 (पंकज दास). वर्ष 2017 भ्रष्टाचार के बड़े मगरमच्छों के लिए दुखों का सागर लेकर आया है क्योंकि एक के बाद एक करके छग में भ्रष्टाचारी उच्चाधिकारियों पर छापामारी का कहर टूट रहा है। भ्रष्टाचार एवं आय से अधिक के मामले में पहले से विवादास्पद रहे छग शासन के सीनियर आईएएस  बी.एल. अग्रवाल के निवास सहित अन्य स्थानों पर सीबीआई ने छापा मारा है।


बीआई में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के दर्ज मामले को निपटाने के लिए रिश्वत की पेशकश के बाद यह छापेमारी हुई है। जिसकी पुष्टि सीबीआई ने की है। हाल ही में नौ अधिकारियों पर ईओडब्ल्यू एवं एसीबी द्वारा छापा मारकर करोड़ों की संपत्ति उजागर की गयी थी। वहीं निवेश, अन्य राज्यों की संपत्ति सहित लाकरों से प्राप्त दस्तावेज़ों आदि की अभी भी जांच जारी है।

बेहिसाब संपत्ति का होगा खुलासा -
सूत्रों के अनुसार सीबीआई की 15 सदस्यीय टीम ने आईएएस बीएल अग्रवाल के राजधानी रायपुर में देवेंद्र नगर स्थित घर सहित रायपुर के रामसागरपारा मोहल्ला एवं भिलाई-3 के ठिकानों पर एकसाथ दबिश मारी। वहीं आईएएस अग्रवाल के अलावा उनके दो बेहद करीबियों पर भी कार्रवाई की जानकारी प्राप्त हुई है। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि रिश्वत की पेशकस में ये दोनों भी बराबर से शामिल थें। तीनों के खिलाफ सीबीआई में मामले पहले से ही दर्ज हैं।

पूर्व में भी पड़ चुका है एसीबी का छापा - 
वर्तमान में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव बीएल अग्रवाल पर 2008 और 2010 में आयकर विभाग ने छापा मारकर अघोषित संपत्ति उजागर की थी। उस समय अग्रवाल के घर से यूनियन बैंक की रायपुर शाखा के 220 बैंक पासबुक बरामद हुए थे। ये सभी खाते खरोरा के ग्रामीणों के नाम पर थे। राज्य सरकार ने 2011 में अग्रवाल को निलंबित कर दिया था। सीबीआई ने भी 2005-06 के स्वास्थ्य घोटाले को लेकर एक मामला दर्ज किया था।