कानपुर में निर्माणाधीन इमारत गिरी, 60 दबे
कानपुर 01 फरवरी 2017. कानपुर के जाजमऊ इलाके में सपा के नेता की निर्माणाधीन इमारत गिरने से 60 से अधिक मजदूरों के दबने की खबर है। 6 मंजिला इस निर्माणाधीन इमारत से अभी तक आधा दर्जन शव निकाले जा चुके हैं, मृतकों की संख्या बढ़ने की सम्भावना है। रेस्क्यू के लिए मौके पर सेना को बुलाया गया है।
कानपुर एसएसपी आकाश कुलहरि ने खुलासा टीवी को बताया कि बिल्डिंग में निर्माण कार्य चल रहा था, इसी दौरान दुर्घटना हुई है। अभी तक चार मजदूरों की मौत हो चुकी है। पुलिस की सभी टीमों को राहत कार्य में लगा दिया गया है। सेना ने पूरे इलाके को सील करना शुरू कर दिया है।
मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि सपा के नेता मेहताब आलम की टेनरी का निर्माण हो रहा था। इसी दौरान अचानक धमाके साथ पूरी बिल्डिंग गिर गई। इस कारण आसपास के मकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
स्ािानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उस समय करीब 60 से ज्यादा मजदूर बिल्डिंग में काम कर रहे थे।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस और प्रशासन के तमाम आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं और राहत कार्य शुरू हो गया है। स्थानीय लोग भी अपने स्तर से राहत कार्य चला रहे हैं।
केडीए वीसी ने साधी चुप्पी -
इस घटना पर केडीए वीसी श्रीमती जयश्री भोज ने चुप्पी साध ली है। सूत्रों की माने तो सत्ता की हनक के करण सपा नेता मेहताब आलम मानकों को ताक पर रखकर बिल्डिंग का निर्माण करा रहा था। इस बात की जानकारी केडीए के अधिकारियों व इंजीनियरों को भी थी। बताया जाता है कि बिल्डिंग बायलॉज की धज्जियां उडाते हुए इस निर्माण कार्य को कराया जा रहा था। आरोप है कि निर्माण में घटिया दर्जे का मैटीरियल प्रयोग किया जा रहा था। लोगों ने दबी जुबान से यहां तक कहा कि इस निर्माण से यहां के लोगों को परेशानी हो रही थी और इसकी शिकायत भी की गयी थी लेकिन इंजीनियर ने पैसा खाकर चुप्पी साध ली और मानकों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य जारी था।
केडीए वीसी ने साधी चुप्पी -
इस घटना पर केडीए वीसी श्रीमती जयश्री भोज ने चुप्पी साध ली है। सूत्रों की माने तो सत्ता की हनक के करण सपा नेता मेहताब आलम मानकों को ताक पर रखकर बिल्डिंग का निर्माण करा रहा था। इस बात की जानकारी केडीए के अधिकारियों व इंजीनियरों को भी थी। बताया जाता है कि बिल्डिंग बायलॉज की धज्जियां उडाते हुए इस निर्माण कार्य को कराया जा रहा था। आरोप है कि निर्माण में घटिया दर्जे का मैटीरियल प्रयोग किया जा रहा था। लोगों ने दबी जुबान से यहां तक कहा कि इस निर्माण से यहां के लोगों को परेशानी हो रही थी और इसकी शिकायत भी की गयी थी लेकिन इंजीनियर ने पैसा खाकर चुप्पी साध ली और मानकों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य जारी था।