जीजा ने दोस्त के साथ मिलकर की साले की हत्या
शाहजहांपुर 02 मार्च 2017 (खुलासा TV ब्यूरो). गत वर्ष की 17 अगस्त को मदनापुर थाना क्षेत्र के ककरौआ में नहर की पुलिया के पास झाडियों के किनारे एक युवक का शव बरामद हुआ था। पुलिस जाँच में सामने आया कि मृतक के जीजा ने अपने दोस्त जीशान खाँ के साथ मिलकर साले की हत्या की थी।
जानकारी के अनुसार मदनापुर थाना क्षेत्र के ककरौआ में नहर की पुलिया के पास झाडियों के किनारे एक युवक का शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान नीरज पुत्र हरनाम सिंह निवासी ककरौआ थाना मदनापुर हुई थी। मृतक की माँ सोमबती की तहरीर पर ग्राम ककरौआ के ही चार व्यक्तियों कौशल, मदनपाल, मुकेश, अनूप के खिलाफ हत्या का मुकदमा थाना मदनापुर में दर्ज करवाया था। मदनापुर पुलिस द्वारा जांच की जा रही थी। जाँच में सामने आया कि मृतक के पिता की वर्ष 2014 में ट्रेक्टर एक्सिडेंट में मौत हो गयी थी। और ट्रेक्टर चालक कौशल पर मुकदमा दर्ज हुआ था। मृतक उक्त अभियोग में वादी था। जिसके कारण कौशल उन लोगों से रंजिश रखता था। इसी कारण मृतक नीरज की माँ सोमबती ने कौशल और अन्य तीन लोगों के नाम लिखाये थे। पुलिस द्वारा की गयी विवेचना व सर्विलांस की मदद के आधार पर विवेचना करते हुए स्थानीय लोगों से जानकारी प्राप्त हुई कि शव बरामद होने वाले दिन एक चपटी नाक वाला व्यक्ति वहाँ घूमता हुआ देखा गया जो क्षेत्रीय नहीं था।
मृतक नीरज के सगे बहनोई अमित कुमार निवासी ग्राम ककराह थाना जलालाबाद व उसके दोस्त जीशान खाँ निवासी गौशनगर थाना जलालाबाद से कढ़ाई से पूँछताछ की गयी तो अमित कुमार ने बताया की मृतक नीरज उसका साला था। और वो शराब पीने का आदी था। शराब पीकर अपनी माँ और मेरी पत्नी को परेशान करता था। मेरा परिवार बड़ा होने के कारण मेरी पत्नी को परेशानी हो रही थी। वो चाहती थी कि मैं उसके साथ उसके घर जाकर रहूँ परंतु अपने साले की आदत के चलते ऐसा हो पाना सम्भव नहीं था। इसलिए उसको दोस्त जीशान खाँ के साथ मिलकर साले की हत्या की योजना बना डाली। 14 अगस्त को नीरज सावन में तीज का सामान लेकर घर आया। और 15 अगस्त को घर पर रुका तथा 16 अगस्त को सुबह 8 बजे मेरे साथ मेरी गाड़ी मैजिक गाड़ी पर बैठकर अपने घर के लिये चल दिया। उसने नीरज को पूरे दिन शराब पिलाई और दिन भर गाड़ी में घुमाता रहा शाम के समय सरैया मोड़ से आगे गैस गोदाम के पहले गाड़ी खड़ी करके अपने दोस्त जीशान को बुलाया फ़िर हम तीनो ने मिलकर जमकर शराब पी और नीरज को ज्यादा पिलाई। इसी बीच नीरज से उसके चचेरे भाई अर्जुन को फोन करवाया और कहलवा दिया कि वह मदनापुर आ चुका है। थोड़ी देर में घर आ जायेगा। इसके बाद नीरज बेहोश हो गया। उसके बाद उसने और जीशान ने गर्दन दबाकर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद दोनो लोग गाड़ी से उसकी लाश को उसी के गाँव स्थित नहर पुलिया के पास झाडियों के किनारे फेंक दिया। परंतु लाश को छिपाते समय गाड़ी का चार्जर वहीं गिर गया था। जिस चपटी नाक वाले को लोगों ने वहां घूमते हुए देखा था। वो जीशान ही था जो चार्जर लेने वहां गया था। लाश को हम लोगों ने गाँव के किनारे इसलिये डाला था कि इसकी हत्या का शक गाँव वालों पर हो क्योंकि मैं जानता था कि उसकी पिता की हत्या को लेकर रंजिश चल रही है। पुलिस टीम में थाना प्रभारी रजी अहमद, उपनिरीक्षक राकेश सिंह, बीरपाल सिंह, कांस्टेबल रवि कुमार, अमरजीत, नरेंद्र सिंह शामिल रहे।