कुपोषित बच्चों के लिए वरदान बना 'अमृत पुष्टाहार'
कानपुर 03 मार्च 2017 (शीलू शुक्ला). बाबूपुरवा क्षेत्र के वीएन भल्ला अस्पताल में पिछली 27 दिसंबर को लगभग 300 सौ बच्चों का वजन व लम्बाई का परीक्षण करके अमृत नामक पुष्टाहार का वितरण किया गया था, ज़िसका बच्चों पर क्या प्रभाव पडा इसको जांचने के लिय़े आज प्रशासन के सहयोग से एक परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया ज़िसके बहुत सुखद परिणाम सामने आये हैं।
जानकारी के अनुसार पावन चिंतन धारा आश्रम के संस्थापक अध्यात्मिक गुरू श्री पवन
सिन्हा द्वारा डा. यशवंत राव के सहयोग से शुरू किया गया कुपोषण मुक्त भारत
अभियान अब व्यापक रूप से पूरे भारत में जागरुकता फैला रहा है। कानपुर में पिछली बार ज़िन बच्चों को इस अभियान के तहत पुष्ठाहार का वितरण किया गया था, उनका वजन 1.5 से 2 किलो अधिक बढ़ा निकला जो की अच्छा संकेत है। अमृत को बनाने की विधि बहुत आसान व कम खर्चीली है। इसके बनाने की विधि व सामग्री भी डा. यशवंत राव ने बताई थी।
मुख्य चिकित्साधिकरी डा. आरपी यादव ने भी इस अभियान को सराहा तथा उपस्थित लोगों से आवाहन किया की अपने बच्चों को कुपोषण से मुक्त करायें। श्री यादव ने भरोसा दिलाया की उनसे जो भी सहयोग होगा वो अवश्य देंगे। सीपीडीओ अजय सिंह व डा. रेनू जोज़फ एवं पावन चिंतन धारा आश्रम गाजियाबाद से पधारी डा. कविता अस्थाना ने भी कुपोषण से मुक्ती तक लडाई जारी रखने का संकल्प दिलाया।