पत्रकार हत्याकाण्ड - डीजीपी ने दिया सख्त कार्यवाही का आश्वासन
कानपुर 17 अप्रैल 2017 (पप्पू यादव). कानपुर के पत्रकार वीरू सिंह की हत्या के मामले में आल इंडियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन उर्फ़ आईरा एसोसिएशन के पत्रकारों ने आज कमिश्नर कानपुर मंडल को ज्ञापन सौंपा। जिस पर कार्यवाही करते हुये कमिश्नर ने दूरभाष पर तत्काल डीजीपी से वार्ता की। डीजीपी ने प्रकरण में सख्त कार्यवाही का आश्वासन देते हुये पत्रकारों से कानून व्यवस्था पर भरोसा कायम रखने काे कहा।
जानकारी के अनुसार आज आईरा के जिलाध्यक्ष आशीष त्रिपाठी और महामंत्री मोहम्मद नदीम के नेतृत्व में दर्जनों पत्रकारों ने कमिश्नर कानपुर मंडल मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन को पत्रकार वीरू सिंह हत्या मामले पर ज्ञापन दिया। जिसमें आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी, मुख्य गवाह गुड्डू सिंह की सुरक्षा एवं पत्रकार के परिवार को मुआवजे की मांग की गई। इस पर कमिश्नर कानपुर मंडल मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन जी ने तत्परतापूर्वक तुरंत कार्यवाही करते हुए डीजीपी उत्तर प्रदेश से इस प्रकरण में बात की और बताया कि डीजीपी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
जानकारी के अनुसार आज आईरा के जिलाध्यक्ष आशीष त्रिपाठी और महामंत्री मोहम्मद नदीम के नेतृत्व में दर्जनों पत्रकारों ने कमिश्नर कानपुर मंडल मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन को पत्रकार वीरू सिंह हत्या मामले पर ज्ञापन दिया। जिसमें आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी, मुख्य गवाह गुड्डू सिंह की सुरक्षा एवं पत्रकार के परिवार को मुआवजे की मांग की गई। इस पर कमिश्नर कानपुर मंडल मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन जी ने तत्परतापूर्वक तुरंत कार्यवाही करते हुए डीजीपी उत्तर प्रदेश से इस प्रकरण में बात की और बताया कि डीजीपी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
बताते चलें कि कानपुर पुलिस प्रशासन का रवैया अभी भी समाजवादी ही प्रतीत होता है।
कानपुर में पत्रकार और उसके कैमरामैन को सार्वजनिक रूप से चाकू मारा गया। दोनों को
राहगीरों ने गंभीर अवस्था में हैलेट अस्पताल में भर्ती करवाया जहां ईलाज
के दौरान कैमरामैन को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना के 5 दिन बीतने के बाद भी पुलिस
के हाथ खाली हैं। अभी तक आधा दर्जन अपराधियों में से एक भी अपराधी नहीं
पकड़ा गया है। आईरा के पत्रकारों का कहना है कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार
करवाएं और कड़ी धाराओं में सजा दिलाएं ताकि किसी पत्रकार के साथ ऐसी घटना
ना हो सके। साथ ही इस बात की निष्पक्ष जांच की जाए कि क्या पत्रकार को
पुलिस के शह पर मारा गया है।