मरीज की मौत पर उर्सला अस्पताल में परिजनों का हंगामा
कानपुर 07 अप्रैल 2017. सूबे के मुखिया जहां उ0प्र0 को उत्तम प्रदेश बनाने व स्वास्थ्य
सुविधाओं को बेहतर करने के लिए कृतसंकल्प हैं तो वहीं उन्हीं के कर्मचारी
उनकी साख पर बट्टा लगाने से नहीं चूक रहे हैं। ताजा मामला कानपुर के उर्सला अस्पताल का है जहां एक सरकारी डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन के लिए पैसे लेने के बाद भी मरीज की मौत हो
गयी, जिस पर तीमारदारों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना पर पहुंची
पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत कराया।
जानकारी के अनुसार शुक्ला गंज में रहने
वाले 60 वर्षीय श्याम लाल ने बीती 30 मार्च को उर्सला अस्पताल के डाक्टर
प्रशांत मिश्रा से प्रोस्टेट का ऑपरेशन कराया था, जहां उनकी पत्नी विद्या
देवी व बेटे रोहित ने डाक्टर को ऑपरेशन के लिए बाहरी दवा व अन्य चीजों के
लिए 15 हजार रू0 भी दिये थे। पहले तो उनकी सेहत में सुधार हुआ पर बाद में
जब डाक्टर के कहने पर खून की कमी वाली बात आयी तो वह लोग खून की व्यवस्था
करने में जुट गये। बताया जाता है कि रात में अचानक फिर उनकी हालत बिगड गयी।
जब वह डाक्टर को बताने गयी तो डाक्टर ने बदसलूकी की और शुक्रवार की सुबह
उनकी मौत हो गयी।
मृतक श्यामलाल के परिजनों ने डाक्टर पर पैसे लेने व इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया सूचना पाकर मौके पर पहुंची
पुलिस भी पीडित लोगों को भगाने लगी, जिसको लेकर मृतक के परिजनों और पुलिस
के बीच धक्का मुक्की भी हुई। मामला बिगडता देख पुलिस ने किसी प्रकार
परिजनों को समझाया और डाक्टर के खिलाफ तहरीर मांगी, तब जाकर मृतक के परिजनों
ने हंगामा बंद किया। पत्नी विधा देवी ने बताया कि अस्पताल में डाक्टर ने 15
हजार रू0 इलाज के लिए मांगे थे जो उन्होंने दिये। बाद में डाक्टर बोला कि
खून की कमी है। रात में अचानक मरीज की हालत खराब हो गयी। जब मौजूद स्टाफ के
पास गये तो वह लोग नहीं आये और मरीज ने दम तोड दिया। यदि समय पर
डाक्टर आ जाते तो मरीज बच जाता। वहीं सीएमओ आरपी यादव ने बताया कि मामले की
जांच की जा रही है, यदि डाक्टर दोषी पाया गया तो कडी कार्यवाही की जायेगी।
कोतवाली इंस्पेक्टर रविंद्र वशिष्ठ ने बताया कि उर्सला अस्पताल में कुछ
लोगों ने मरीज की मौत पर हंगामा किया। उनका आरोप है कि डाक्टर की लापरवाही
से मरीज की मौत हुइ। उनको समझा कर शांत करा दिया गया है और जब पीडित परिजन
तहरीर देंगे तो कार्यवाही की जायेगी।
उर्सला बना दलालों का अड्डा, तीमारदारों से होती है खुलेआम लूट -
आरोप है कि उर्सला अस्पताल में डाक्टर की यह कोई पहली लापरवाही नहीं है। यहां कई बार ऐसे मामले हो चुके हैं। अस्पताल खुलेआम दलाली का अडडा बन चुका है। यहां छोटे से लेकर बडे काम का पैसा लिया जाता है। ऑपरेशन के लिए यहां दलाल घूमते हैं जो मरीजों और डाक्टरों के बीच की कडी बनते हैं। पीडित परिजनों को बीमारी का खौफ दिखाकर यहां जबरन पैसा वूसला जाता है। ऐसा नही कि यहां के आला अधिकारियों को पता नहीं लेकिन लचर व्यवस्था के कारण कोई कार्यवाही नहीं होती।
उर्सला बना दलालों का अड्डा, तीमारदारों से होती है खुलेआम लूट -
आरोप है कि उर्सला अस्पताल में डाक्टर की यह कोई पहली लापरवाही नहीं है। यहां कई बार ऐसे मामले हो चुके हैं। अस्पताल खुलेआम दलाली का अडडा बन चुका है। यहां छोटे से लेकर बडे काम का पैसा लिया जाता है। ऑपरेशन के लिए यहां दलाल घूमते हैं जो मरीजों और डाक्टरों के बीच की कडी बनते हैं। पीडित परिजनों को बीमारी का खौफ दिखाकर यहां जबरन पैसा वूसला जाता है। ऐसा नही कि यहां के आला अधिकारियों को पता नहीं लेकिन लचर व्यवस्था के कारण कोई कार्यवाही नहीं होती।