योगी की चेतावनी - अपराधियों को ठेकेदारी कराने वालों की खैर नहीं
लखनऊ, 18 मई 2017 (IMNB). मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों व
अधिकारियों के गठजोड़ पर प्रहार करते हुए चेतावनी दी कि किसी भी अधिकारी
ने अपराधी को ठेकेदारी कराने में मदद की तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संवेदनशील तटबंधों की मरम्मत का कार्य 15 जून
तक पूरा कराने का आश्वासन देते हुए पिछले आठ-दस वर्षो में तटबंधों की
मरम्मत न कराने का आरोप भी लगाया।
बुधवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के अजय कुमार लल्लू के प्रश्न पर मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़ बचाव के लिए सरकार की प्रतिबद्धता स्पष्ट करते हुए कहा कि इस बारे में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रदेश में तटबंध मरम्मत का कार्य आठ दस वर्षों में नहीं हुआ है। मौजूदा सरकार इसे कराने जा रही है। उन्होंने कहा कि निजी ठेकेदारों को काम नहीं दिया जाएगा। यह बड़ी समस्या है। अपराधियों को ठेकेदारी में कोई जगह नहीं मिलेगी। किसी अधिकारी ने अपराधी छवि के ठेकेदार को काम दिया तो उसको दंडित किया जायेगा। तटबंधों में रेनहोल व रेनकट को हर हाल में ठीक करा दिया जाएगा। अतिसंवेदनशील तटबंधों को ठीक करने का काम शुरू है, 15 जून तक मरम्मत करा दी जाएगी। उन्होंने प्रश्न करने वाले सदस्य को मौके पर जाकर मुआयना करने की सलाह भी दी।
इससे पूर्व बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह ने बताया कि राज्य के 38 जिलों में 30 अतिसंवेदनशील तटबंध हैं जिनकी मरम्मत के लिए 30.25 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गए हैं। इसमें से 16 करोड़ रुपये से अधिक धन दिया जा चुका है। कांग्रेस के अजय ने स्वीकृत धन को ऊंट के मुंह में जीरा बताते हुए आशंका जतायी कि मानसून से पहले मरम्मत कार्य पूरा नहीं हो सकेगा। वहीं बसपा दलनेता लालजी वर्मा ने भी 15 जून तक बाढ़ बचाव कार्य पूरे कराने पर सवाल उठाते हुए कहा कि फाइलें अभी वित्त विभाग में ही अटकी हैं तो काम कैसे पूरे हो पाएंगे। इस पर मुख्यमंत्री योगी ने हस्तक्षेप करते हुए आश्वस्त किया है कि मानसून शुरू होने से पूर्व ही तटबंधों की मरम्मत हो जाएगी। उन्होंने धन की कमी नहीं आने देने का भरोसा भी दिलाया।
नेपाल के दो तटबंध अतिसंवेदनशील -
मंत्री स्वाति सिंह ने बताया कि पड़ोसी देश नेपाल के दो बंधे अतिसंवेदनशील हैं। इसमें महाराजगंज सिंचाई विभाग के नियंत्रण में आने वाले नेपाल के जिला नवलपरासी में स्थित बी.गैप बांध व नेपाल बांध शामिल है। उन्होंने बताया गंडक-गोरखपुर को 560 लाख रुपये, रामगंगा-कानपुर को 30 लाख रुपये, पूर्वी गंगा-मुरादाबाद को 160 लाख, मध्य गंगा-अलीगढ़ को 20 लाख, शारदा सहायक को 230 लाख, शारदा लखनऊ को 204 लाख, बेतवा-झांसी को 30 लाख, सरयू परियोजना प्रथम फैजाबाद को 130 लाख, यमुना- ओखला को 140 लाख, गंगा-मेरठ को 50 लाख, सोन-वाराणसी को 90 लाख रुपये प्रदान किए हैं। इसके अलावा सहारनपुर जिले में बाढ़ से बचाव के लिए संवेदनशील 13 बरसाती नदियों के लिए कार्ययोजना तैयार की है और इसके लिए 8.63 करोड़ रुपये धनराशि जारी की गई है।
मंत्री स्वाति सिंह ने बताया कि पड़ोसी देश नेपाल के दो बंधे अतिसंवेदनशील हैं। इसमें महाराजगंज सिंचाई विभाग के नियंत्रण में आने वाले नेपाल के जिला नवलपरासी में स्थित बी.गैप बांध व नेपाल बांध शामिल है। उन्होंने बताया गंडक-गोरखपुर को 560 लाख रुपये, रामगंगा-कानपुर को 30 लाख रुपये, पूर्वी गंगा-मुरादाबाद को 160 लाख, मध्य गंगा-अलीगढ़ को 20 लाख, शारदा सहायक को 230 लाख, शारदा लखनऊ को 204 लाख, बेतवा-झांसी को 30 लाख, सरयू परियोजना प्रथम फैजाबाद को 130 लाख, यमुना- ओखला को 140 लाख, गंगा-मेरठ को 50 लाख, सोन-वाराणसी को 90 लाख रुपये प्रदान किए हैं। इसके अलावा सहारनपुर जिले में बाढ़ से बचाव के लिए संवेदनशील 13 बरसाती नदियों के लिए कार्ययोजना तैयार की है और इसके लिए 8.63 करोड़ रुपये धनराशि जारी की गई है।