डीएम ने किया बहराइच जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण
बहराइच 01 मई 2017 (खुलासा TV ब्यूरो). जिलाधिकारी अजय दीप सिंह
ने अतिरिक्त मजिस्ट्रेट स्वाती सिंह के साथ जिला चिकित्सालय का शनिवार को औचक
निरीक्षण किया। मीडिया द्वारा प्राप्त आम जनमानस की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए
यह औचक निरीक्षण किया गया। चिकित्सालय में कई जगह अव्यवस्थायें देखने को मिलीं। जिलाधिकारी ने कहा कि इसकी जांच कराकर जल्द ही
सख्त कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान महिला चिकित्सालय के प्रसव कक्ष, जननी
सुरक्षा पंजीकरण कक्ष, इनडोर एडमीशन बाल रोग, जननी सुरक्षा वार्ड, पीपीसी ओटी, अल्ट्रासाउंड कक्ष, पीपीटीसीटी परामर्श केंद्र और
पैथालोजी आदि का सघन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सीएमएस डा0 मधु गैरोला और सीएमएस डा0 डी0 के0 सिंह को चिकित्सालय में
साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिये। वहां पर लगे ख़राब वाटर
कूलर का पानी देखने के बाद उन्होंने कहा की चिकित्सालय में जल्द वाटर
कूलर की व्यवस्था की जाये। डीएम निरीक्षण के दौरान मरीजों का हाल चाल भी
पूछते रहे। वहीं पर कुछ तीमारदारों ने डा0 पंकज श्रीवास्तव पर आरोप लगाते
हुए बताया की वो आपरेशन के लिए 2000 से 5000 रुपये तक लेते हैं। बिना पैसे
के आपरेशन नहीं करते। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इसकी जांच कराकर जल्द ही
सख्त कार्यवाही की जाएगी।
रसोई के निरीक्षण के दौरान रसोइये अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रतिदिन 80 - 90 मरीजों का भोजन बनता है। रसोईघर में सब्जी की मात्रा न के बराबर थी, जिस पर जिलाधिकारी ने सीएमएस को व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए निर्देशित किया। एक जगह बरामदे में मरीज लेटा स्ट्रेचर खड़ा था जिसको जिलाधिकारी ने अपने हाथों से धकेल कर किनारे किया। परिसर में पार्किंग की बदहाल व्यवस्था को देख कर सीएमएस को विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया। इसके बाद पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय महिला एवं पुरुष जनपद के चिकित्सीय सुविधाओं की दृष्टि से जनपद के केंद्र बिंदु हैं और उल्लेखनीय बात यह है कि बलरामपुर और श्रावस्ती जनपद के मरीज भी यहाँ इलाज के लिए पदार्पण करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि काफी दिनों से मीडिया और जनमानस के माध्यम से हमें शिकायतें मिल रही थीं कि यहाँ की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त नहीं है। जिस कारण हमने निरीक्षण का निर्णय लिया। एक शिकायत और मिली थी कि 8 बजे डाक्टर अपनी सीट पर नहीं बैठते हैं, इस पर हमने सभी डाक्टरों को निर्देशित कर दिया है कि वो 8 बजे आकर अपनी सीट पर बैठ जाएँ और अगर किसी वार्ड में कोई मरीज है तो वो 10 मिनट पहले आकर मरीज देख लें।
डीएम ने पत्रकारों को बताया कि यहाँ पर कुछ डाक्टर्स की कमी है जिसका मै आंकलन कर रहा हूँ डाक्टरों की प्रतिपूर्ति की जाएगी। ज्ञातव्य हो कि औचक निरीक्षण के दौरान चिल्ड्रेन वार्ड पूरी तरह से बंद कर दिया गया था ताकि अनावश्यक भीड़ न आये। जिससे तीमारदारों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा | इसके बावजूद जिलाधिकारी महोदय ने महिला चिकित्सालय का निरीक्षण करने के उपरान्त आंशिक पुरुष चिकित्सालय का निरीक्षण किया फिर सीधे इमरजेंसी आकर डाक्टरों को दवाइयों के लिए कुछ निर्देश देकर चले गए और चिल्ड्रेन वार्ड को देखा भी नहीं। निरीक्षण के समय जिलाधिकारी के साथ अतिरिक्त मजिस्ट्रेट स्वाति सिंह, सी एम ओ डा0 अरुण लाल और सी एम एस (पुरुष) डा0 डी0 के0 सिंह एवं सी एम एस (महिला) डा0 मधु गैरोला मौजूद थीं |
रसोई के निरीक्षण के दौरान रसोइये अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रतिदिन 80 - 90 मरीजों का भोजन बनता है। रसोईघर में सब्जी की मात्रा न के बराबर थी, जिस पर जिलाधिकारी ने सीएमएस को व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए निर्देशित किया। एक जगह बरामदे में मरीज लेटा स्ट्रेचर खड़ा था जिसको जिलाधिकारी ने अपने हाथों से धकेल कर किनारे किया। परिसर में पार्किंग की बदहाल व्यवस्था को देख कर सीएमएस को विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया। इसके बाद पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय महिला एवं पुरुष जनपद के चिकित्सीय सुविधाओं की दृष्टि से जनपद के केंद्र बिंदु हैं और उल्लेखनीय बात यह है कि बलरामपुर और श्रावस्ती जनपद के मरीज भी यहाँ इलाज के लिए पदार्पण करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि काफी दिनों से मीडिया और जनमानस के माध्यम से हमें शिकायतें मिल रही थीं कि यहाँ की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त नहीं है। जिस कारण हमने निरीक्षण का निर्णय लिया। एक शिकायत और मिली थी कि 8 बजे डाक्टर अपनी सीट पर नहीं बैठते हैं, इस पर हमने सभी डाक्टरों को निर्देशित कर दिया है कि वो 8 बजे आकर अपनी सीट पर बैठ जाएँ और अगर किसी वार्ड में कोई मरीज है तो वो 10 मिनट पहले आकर मरीज देख लें।
डीएम ने पत्रकारों को बताया कि यहाँ पर कुछ डाक्टर्स की कमी है जिसका मै आंकलन कर रहा हूँ डाक्टरों की प्रतिपूर्ति की जाएगी। ज्ञातव्य हो कि औचक निरीक्षण के दौरान चिल्ड्रेन वार्ड पूरी तरह से बंद कर दिया गया था ताकि अनावश्यक भीड़ न आये। जिससे तीमारदारों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा | इसके बावजूद जिलाधिकारी महोदय ने महिला चिकित्सालय का निरीक्षण करने के उपरान्त आंशिक पुरुष चिकित्सालय का निरीक्षण किया फिर सीधे इमरजेंसी आकर डाक्टरों को दवाइयों के लिए कुछ निर्देश देकर चले गए और चिल्ड्रेन वार्ड को देखा भी नहीं। निरीक्षण के समय जिलाधिकारी के साथ अतिरिक्त मजिस्ट्रेट स्वाति सिंह, सी एम ओ डा0 अरुण लाल और सी एम एस (पुरुष) डा0 डी0 के0 सिंह एवं सी एम एस (महिला) डा0 मधु गैरोला मौजूद थीं |