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रियलिटी चेक - बहराइच में नहीं दिख रहा मुख्यमंत्री के आदेश का असर

बहराइच 06 मई 2017. (खुलासा TV ब्‍यूरो). मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने विगत दिनों आदेश जारी किया था कि सभी अधिकारी सुबह 9 बजे से 12 बजे तक अपने आफिस में बैठकर जनता की समस्याओं को सुने। बहराइच के महसी तहसील में इसका रियलिटी चेक करने पर आदेश पूरी तरह बेअसर साबित हुआ। खुलासा टीवी टीम की जांच पड़ताल में कोई अधिकारी अपने आफिस में नहीं मिला।


पत्रकारों की टीम सबसे पहले उपजिलाधिकारी महसी के कार्यालय पहुंची तो वहां पर उपजिलाधिकारी महसी महेंद्र सिंह तंवर अपने कक्ष में नहीं थे। वहां उपस्थित स्वीपर शर्मा जी ने बताया कि साहब करीब 10 बजे के आसपास आते हैं। इसके बाद सामने ही तहसीलदार महसी राजेश कुमार मिश्र का कक्ष है, वह भी अपने कक्ष में नहीं थे। जब टीम पुलिस क्षेत्राधिकारी महसी तनवीर अहमद खान के आफिस पहुंची तो वहा पर मुंशी श्याम बिहारी यादव ही मौजूद थे।

खण्ड शिक्षा अधिकारी महसी कार्यालय पहुँचने पर खण्ड शिक्षा अधिकारी महसी नहीं थे लेकिन वहां मौजूद ब्लाक कोआर्डिनेटर कृष्ण बिहारी पाण्डेय ने बताया कि ABSA साहब का हस्ताक्षर हो चुका है। कार्यालय में कोई बीआरसी भी उपस्थित नहीं था। इसके बाद टीम बाल विकास परियोजना अधिकारी महसी के कार्यालय पहुंची तो वहां पर बाल विकास परियोजना अधिकारी तो नहीं थे परन्तु बाहर बैठी सुपरवाइजर कमला मिश्रा ने बताया कि साहब के पास दो जगह का चार्ज है।

उसी परिसर में स्थित खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय का मुख्य चैनल गेट में ताला लटकता मिला और खण्ड विकास अधिकारी राम अवतार सिंह का कक्ष भी बंद था। कार्यालय में उपस्थित हेड क्लर्क उमाशंकर पाण्डेय एक दो लोगों के साथ उपस्थित थे। टीम जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महसी पर गयी तो वहा पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी महसी डा0 धर्मेन्द्र पाण्डेय अपने कक्ष में नहीं थे बल्कि उनकी कुर्सी पर एक व्यक्ति बैठा था जिसने बताया की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सीएमओ की मीटिंग में गए हैं और अपने को उन्होंने स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी बताया।

सीएचसी के दोनों जनरेटर जर्जर अवस्था में बंद पड़े थे, प्रसूता कक्ष में भर्ती महिलाओं का गर्मी से बुरा हाल था। प्रसूता कक्ष से भयानक बदबू आ रही थी। सीएचसी का नया भवन लगभग पांच वर्षों से बना तैयार है लेकिन अभी तक विभाग को हैण्डओअर नहीं हो पाया है। स्थानीय शैलेश चन्द्र मिश्र, राहुल, धीरू, अविनाश, रवि, दिनेश, राजू, मुन्ना आदि ने बताया कि नए भवन की प्लास्टर और फर्श इत्यादि जर्जर हो रही है तथा आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ता है।

रियलिटी चेक का विवरण इस प्रकार से है -

केस 1- उपजिलाधिकारी महसी महेंद्र सिंह तंवर सुबह 9:30 बजे तक अपने कार्यालय नहीं पहुंचे थे।

केस 2- तहसीलदार महसी राजेश कुमार मिश्र भी 9:30 बजे तक अपने कार्यालय नहीं पहुंचे थे ।

केस 3- पुलिस क्षेत्राधिकारी महसी तनवीर अहमद खान सुबह 9:35 बजे तक अपने कार्यालय नहीं पहुंचे थे ।

केस 4- खंड शिक्षा अधिकारी महसी प्रमोद कुमार उपाध्याय सुबह 9:55 बजे तक अपने कार्यालय नहीं पहुंचे थे।

केस 5- बाल विकास परियोजना अधिकारी महसी शैलेन्द्र सिंह सुबह 10:05 बजे तक अपने कार्यालय नहीं पहुंचे थे ।

केस 6- खण्ड विकास अधिकारी महसी राम अवतार सिंह सुबह 10:10 बजे तक अपने कार्यालय नहीं पहुंचे थे।

केस 7- प्रभारी चिकित्सा अधिकारी महसी डा0 धर्मेन्द्र पाण्डेय सुबह 10:30 बजे तक अपने कार्यालय पर नहीं थे।