कोल ब्लाक आवंटन मामले में नवीन जिन्दल पर होगी कार्यवाही
छत्तीसगढ़ 25 मई 2017 (जावेद अख्तर). प्रसिद्ध उद्योगपति नवीन जिंदल के खिलाफ एक विशेष अदालत ने कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में समन जारी किया है। नवीन जिंदल समेत छह लोगों पर सरकार को गलत जानकारी देकर धोखाधड़ी करने का आरोप है। विशेष न्यायाधीश भरत पराशर ने सीबीआई की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए सभी आरोपियों को 4 सितंबर को अदालत में पेश होने को कहा है।
कौन हैं नवीन जिंदल -
नवीन स्टील किंग के नाम से चर्चित ओपी जिंदल और देश की सबसे अमीर लेडी सावित्री जिंदल के बेटे हैं। नवीन हरियाणा के कुरुक्षेत्र से दो बार कांग्रेस के सांसद भी रह चुके हैं। उन्हें राहुल गांधी के करीबी नेताओं में शुमार किया जाता है। नवीन की पत्नी शालू जिंदल कुचिपुडी डांसर हैं और वे भी जेएसपीएल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल हैं। उनके वेंकटेश और यशस्विनी नाम के दो बच्चे हैं।
एमपी कोल ब्लॉक आवंटन में भी हेराफेरी -
उक्त मामला मध्यप्रदेश में उर्तन उत्तरी कोयला ब्लॉक आवंटन में आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी से जुड़ा है। सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि पहली नजर में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला बनता है। बता दें कि यह दूसरा मामला है जिसमें जिंदल को आरोपी बनाया गया है। उर्तन उत्तरी कोयला ब्लॉक आवंटन में जिंदल के अलावा जिन लोगों को समन जारी किया गया किया गया है, उनमें जिंदल स्टील एंड पावर लि. (जेएसपीएल), कंपनी के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता डी.एन. अबरोल, तत्कालीन वाइस चेयरमैन और सीईओ विक्रांत गुजराल, पूर्व उप-प्रबंध निदेशक आनंद गोयल और पूर्व निदेशक (वित्त) सुशील मारु शामिल हैं। सीबीआई के मुताबिक, इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने जनवरी 2007 में हुई जांच समिति के सामने अपने आवेदन में गलत जानकारी और आकड़े पेश किए, ताकि मध्यप्रदेश में कोयला ब्लॉक हासिल किया जा सके। इस सभी पर आरोप है कि इन्होंने गलत तरीके से लाभ के लिए कोयला मंत्रालय के साथ धोखाधड़ी की है।
पहले भी कोल ब्लॉक में फंस चुके हैं जिंदल -
सीबीआई ने 2013 में झारखंड के अमरकोंडा कोल ब्लॉक आवंटन मामले में केस दर्ज किया था। जांच में पता चला था कि इस कोल ब्लॉक को पाने के लिए गलत जानकारी दी गई थी। मुर्गादंगल कोयला ब्लॉक आवंटन से संबंधित मामले में पूर्व कोयला राज्यमंत्री दसारि नारायण राव और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा भी आरोपी रहे हैं। इस मामले में जिंदल पॉवर स्टील, जिंदल की ही गगन स्पांज, सौभाग्य मीडिया, जिंदल रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड सहित 11 फर्म और उनके कर्ताधर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।