शाहजहांपुर - महिला की संदिग्ध मौत, दहेज हत्या का आरोप
अल्हागंज 06 जून 2017. अल्हागंज थाना क्षेत्र के गढ़ियामंगोला गांव में एक महिला की संदिग्ध हालात
में मौत हो गई। मायके वालों ने दहेज हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।
उनका कहना है कि हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने की कोशिश भी की जा रही
थी। चर्चा है कि महिला की मौत कई दिन पहले ही हो गई थी, लेकिन ससुरालियों ने बात बाहर नहीं आने दी।
सेहरामऊ दक्षिणी थाना क्षेत्र के कनेंग गांव निवासी हरिश्चचंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी बेटी कृष्णा की शादी दो साल पहले गढ़ियामंगोला गांव के धर्मेंद्र से की थी। हरिश्चंद्र ने बताया कि शुरू में तो सब ठीकठाक चला। कुछ दिनों के बाद दामाद और उसके परिवारीजन कृष्णादेवी से मायके से एक लाख रुपए कैश और मोटरसाइकिल लाने के लिए दबाव बनाने लगे। कृष्णादेवी ने यह बात मायके में बताई। इस पर हरिश्चंद्र ने बेटी की ससुराल जाकर अपने कमजोर आर्थिक हालात से अवगत कराया। इसके बाद रिश्तेदारों को लेकर भी हरिश्चंद्र बेटी की ससुराल गया तो वहां उनके सामने ही दामाद ने बेटी को लात-घूंसों से पीट दिया। तब हरिश्चंद्र ने बेटी के ससुरालियों का कड़ा विरोध किया था।
हरिश्चंद्र ने आरोप लगाया कि दामाद धर्मेंद्र, बेटी का ससुर रामनाथ, देवर देवेंद्र, सास और ननद ने मिलकर कृष्णादेवी को मार डाला। हरिश्चंद्र ने बताया कि उन्हें सोमवार रात को बेटी कृष्णादेवी की मौत की जानकारी मिली, तब वह गढ़िया मंगोला गांव पहुंचे। हरिश्चंद्र का आरोप है कि उसकी बेटी की हत्या के बाद ससुराली लाश को ठिकाने लगाने की फिराक में थे। चर्चा है कि कृष्णादेवी की मौत कई दिन पहले ही हो गई थी, लेकिन उसकी मौत होने की बात ससुरालियों ने बाहर नहीं आने दी।
सेहरामऊ दक्षिणी थाना क्षेत्र के कनेंग गांव निवासी हरिश्चचंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी बेटी कृष्णा की शादी दो साल पहले गढ़ियामंगोला गांव के धर्मेंद्र से की थी। हरिश्चंद्र ने बताया कि शुरू में तो सब ठीकठाक चला। कुछ दिनों के बाद दामाद और उसके परिवारीजन कृष्णादेवी से मायके से एक लाख रुपए कैश और मोटरसाइकिल लाने के लिए दबाव बनाने लगे। कृष्णादेवी ने यह बात मायके में बताई। इस पर हरिश्चंद्र ने बेटी की ससुराल जाकर अपने कमजोर आर्थिक हालात से अवगत कराया। इसके बाद रिश्तेदारों को लेकर भी हरिश्चंद्र बेटी की ससुराल गया तो वहां उनके सामने ही दामाद ने बेटी को लात-घूंसों से पीट दिया। तब हरिश्चंद्र ने बेटी के ससुरालियों का कड़ा विरोध किया था।
हरिश्चंद्र ने आरोप लगाया कि दामाद धर्मेंद्र, बेटी का ससुर रामनाथ, देवर देवेंद्र, सास और ननद ने मिलकर कृष्णादेवी को मार डाला। हरिश्चंद्र ने बताया कि उन्हें सोमवार रात को बेटी कृष्णादेवी की मौत की जानकारी मिली, तब वह गढ़िया मंगोला गांव पहुंचे। हरिश्चंद्र का आरोप है कि उसकी बेटी की हत्या के बाद ससुराली लाश को ठिकाने लगाने की फिराक में थे। चर्चा है कि कृष्णादेवी की मौत कई दिन पहले ही हो गई थी, लेकिन उसकी मौत होने की बात ससुरालियों ने बाहर नहीं आने दी।
मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार श्यामवीर सिंह ने बताया कि लाश की कंडीशन बताती है की हत्या एक दो दिन पूर्व की गई होगी। उन्होंने महिला सिपाही से लाश को पूरी तरह चेक भी करवाया जिसमें मृतिका के शरीर पर कई नीले निशान पड़े हुये थे, मुँह बुरी तरह जला हुआ था, आँखे भी बाहर निकली हुई थीं। पूरा शरीर अकडा हुआ था। निश्चय ही हत्या करने के पूर्व मृतिका को यातनायें दी गईं होगी। मौके का निरीक्षण सीओ जलालाबाद ने भी किया। कोतवाल आर.पी सिंह ने बताया कि मृतिका के पिता हरिचंद्र के द्वारा प्राप्त तहरीर के आधार पर घटना को दहेज हत्या के अन्तर्गत दर्ज किया गया है।