जरूरतमंद एवं होनहार बच्चों की शिक्षा में सहयोग करेगा सरदार हरि सिंह नलवा एजुकेशन वेलफेयर ट्रस्ट
कानपुर 01 जुलाई 2017. शिक्षा हर मनुष्य का जन्म सिद्ध अधिकार है। मनुष्य धरती पर इंसान बनकर जन्म जरुर लेता है परंतु शिक्षा उपरांत ही पूर्ण होता है और समाज का जीवित हिस्सा बनता है। यह बातें कानपुर प्रेस क्लब में आज सरदार हरि सिंह नलवा एजुकेशन वेलफेयर ट्रस्ट के पदाधिकारी सरदार सुरेंद्र पाल सिंह ने कहीं।
नानक जी ने गुरु ग्रंथ साहिब में लिखा है "विद्या विचारी ता पर उपकारी"
इसका अर्थ है कि जो मनुष्य विद्या को विचार कर अपने जीवन में उतरता है वह
निश्चित तौर पर परोपकार करता है। संस्था के पदाधिकारी सरदार गुरु शरण सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में ट्रस्ट समाज के 40 जरूरतमंद एवं होनहार सिख एवं अन्य वर्गों के बच्चों को शिक्षित करने में सहयोग कर रही है।
शिक्षा ही वर्तमान समय में संस्कार की जननी है एवं सही समय पर सही शिक्षा सही दिशा निर्धारण में सहायक होती है। उन्होंने आगे बताया कि यह बच्चे कानपुर के विभिन्न पब्लिक स्कूलों के छात्र-छात्राएं हैं। जिनकी पूरी फीस एवं शिक्षा में संबंधित सभी खर्च (किताबें, स्कूली ड्रेस) आदि ट्रस्ट ही वहन कर रही है। प्रेसवार्ता में प्रमुख रूप से दिलप्रीत सिंह, परमजीत सिंह, नरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, हरदीप सिंह सहित संस्था के पदाधिकारी मौजूद है।
शिक्षा ही वर्तमान समय में संस्कार की जननी है एवं सही समय पर सही शिक्षा सही दिशा निर्धारण में सहायक होती है। उन्होंने आगे बताया कि यह बच्चे कानपुर के विभिन्न पब्लिक स्कूलों के छात्र-छात्राएं हैं। जिनकी पूरी फीस एवं शिक्षा में संबंधित सभी खर्च (किताबें, स्कूली ड्रेस) आदि ट्रस्ट ही वहन कर रही है। प्रेसवार्ता में प्रमुख रूप से दिलप्रीत सिंह, परमजीत सिंह, नरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, हरदीप सिंह सहित संस्था के पदाधिकारी मौजूद है।