कानपुर - स्पार्किंग से लगी आग में 2 मरे, 12 घायल
कानपुर 20 जुलाई 2017. जिले के काकादेव थाना क्षेत्र के तुलसी नगर इलाके में बीती रात अचानक लगी आग से दो लोगों की मौत हो गयी और 12 लोग झुलसकर घायल हो गये, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अग्निकांड में तीन मंजिला मकान जलकर राख हो गया। जिससे लाखों का नुकसान होने की सम्भावना है। एडीजी एवं एसएसपी समेत कई थानों की फोर्स ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार तुलसी नगर इलाके में पत्रकार धमेन्द्र सिंह का घर है। बीती रात पड़ोस में बने अवैध गर्ल्स हास्टल के बिजली के तार में स्पार्किंग होने से धर्मेन्द्र के घर में लगी फाइबर की टीन ने आग पकड़ ली जिससे नीचे खड़ी कार एवं स्कूटी भी जलने लगी। आग ने कुछ ही देर में पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। टायर फटने से आग पूरे घर में फैल गयी और काला दमघोंटू धुंआ फैलने से दम घुटने के कारण किराये पर रहने वाले पति पत्नी की मौके पर ही मौत हो गयी एवं पांच अन्य को गम्भीर हालत में हैलेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में हर्षित तिवारी, अजय यादव, राजन यादव, अतुल आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त मकान मालिक के परिवार से धर्मेन्द्र सिंह, उर्मिला सिंह, शालिनी, नेहा, प्रकाश, अभिशान्त, सिद्धी, लाडो आदि को भी गम्भीर घायलावस्था में कुलवन्ती अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। मकान मालिक की पूरी गृहस्थी और गाडियों आदि को मिला कर कई लाख का नुकसान होने की सम्भावना है।
स्थानीय लोगों को आरोप है कि सूचना के दो घंटे तक न तो घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और न ही दमकल विभाग की गाडी। स्थानीय लोगों ने भवन के अंदर फंसे लोगों को किसी प्रकार बाहर निकाला और गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए हैलट अस्पताल व निजी अस्पतालों में भर्ती कराया जहां उनका इलाज चल रहा है। काफी देर बाद मौके पर पहुंची दमकल की दो गाडियों ने बडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया लेकिन तब तक पत्रकार का घर जलकर पूरी तरह खाक हो चुका था।
स्थानीय लोगों को आरोप है कि सूचना के दो घंटे तक न तो घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और न ही दमकल विभाग की गाडी। स्थानीय लोगों ने भवन के अंदर फंसे लोगों को किसी प्रकार बाहर निकाला और गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए हैलट अस्पताल व निजी अस्पतालों में भर्ती कराया जहां उनका इलाज चल रहा है। काफी देर बाद मौके पर पहुंची दमकल की दो गाडियों ने बडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया लेकिन तब तक पत्रकार का घर जलकर पूरी तरह खाक हो चुका था।
मौके पर मौजूद डीआईजी/एसएसपी ने पत्रकारों को बताया कि प्रकरण की जांच के लिये समिति का गठन किया गया है, रिर्पोट मिलने पर उचित कार्यवाही की जायेगी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पड़ोस में बने अवैध गर्ल्स हास्टल का बिजली केबल ढीला था, हवा तेज चलने के कारण बिजली के तार में स्पार्किंग होने लगी जिससे धर्मेन्द्र के घर में लगी फाइबर की टीन ने आग पकड़ ली। पडोसी मोहम्मद रऊफ को कई दफे कहने के बावजूद पडोसी ने तार रिपेयर नहीं करवाया था। उसकी लापरवाही का खामियाजा पत्रकार धमेन्द्र सिंह को भुगतना पडा और उनका पूरा परिवार इस समय अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है।