शाहजहांपुर - पृथ्वी संस्था ने कराया महादेव का विराट जलाभिषेक
शाहजहांपुर 24 जुलाई 2017. मुमुक्षु आश्रम से संबद्ध संस्था "पृथ्वी" द्वारा आज सावन के तृतीय सोमवार के अवसर पर आज मुमुक्षु आश्रम परिसर में स्थित भगवान् महादेव मंदिर में शिव जलाभिषेक सम्पन्न किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए संस्था अध्यक्ष डॉ. विकास खुराना ने कहा कि "पौराणिक कथाओं में वर्णन आता है कि इसी मास में समुद्र मंथन किया गया था।
समुद्र मथने के बाद जो विष निकला उसे भगवान शंकर ने कंठ में समाहित कर सृष्टि की रक्षा की लेकिन विषपान से महादेव का कंठ नीलवर्ण हो गया। विष के प्रभाव को कम करने के लिए सभी देवी-देवताओं ने उन्हें जल अर्पित किया। इसलिए शिवलिंग पर जल चढ़ाने का खास महत्व है। यही वजह है कि श्रावण मास में भोले को जल चढ़ाने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि "शंकर की कृपा से भक्त त्रिगुणातीत (सत, रज और तम गुण) भाव को प्राप्त करता है और यही उसके जन्म-मरण से मुक्ति का आधार बनता है।"
एसएस कालेज के रसायन विभाग प्रभारी डॉ अलोक सिंह ने कहा "शिवपुराण में उल्लेख है कि भगवान शिव स्वयं ही जल हैं। इसलिए जल से उनकी अभिषेक के रुप में अराधना का उत्तमोत्तम फल है जिसमें कोई संशय नही है।जो जल समस्त जगत् के प्राणियों में जीवन का संचार करता है वह जल स्वयं उस परमात्मा शिव का रूप है। इसीलिए जल का अपव्यय नहीं वरन् उसका महत्व समझकर उसकी पूजा करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि "पुराणों में यह भी कहा गया है कि सावन के महीने में सोमवार के दिन शिवजी को एक बिल्व पत्र चढ़ाने से तीन जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है। इसलिए इन दिनों शिव की उपासना का बहुत महत्व है। इस अवसर पर एसएस कालेज के कला संकाय प्रभारी डॉ. अलोक मिश्रा, डॉ. शालीन कुमार सिंह, डॉ विशाल पाण्डेय, डॉ अनिल सिंह, डॉ दीपक सिंह, डॉ अखिलेश तिवारी, डॉ हरीश शर्मा, सत्येंद्र कुमार सिंह, डॉ ब्रजनंदन, अनूप कुमार, रोहित सिंह एवं शिवओम शर्मा आदि उपस्थित थे।